To whom and why did Mr. Kanshiram say that the spices of castes and communities –
know today’s truth of Dalits


know today’s truth of Dalits
जयपुर | भीमा कोरे गॉंव हिंसा में पीड़ितों के लिए आवाज उठाने वाले भीम सेना प्रमुख श्रीधर साल्वे दो दिवसीय राजस्थान दौरे पर है | politico24x7 चैनेल को दिए अपने इंटरव्यू में साल्वे ने कहा की आज राजस्थान में दलितों की स्थिति देश में सबसे दयनीय है जहाँ एक और राजस्थान दलित हत्याचार के मामले में प्रथम स्थान पर है तो यहाँ दलित दुल्हे को घौडी पर चड़ने तक पर मार दिया जाता है प्रशासन सुरक्षा के नाम पर खाना पूर्ति करता है डांगावास कांड /चाकसू -बलत्कार कांड /भीलवाडा में दलित की जमीन हडपना आदी मुद्दों पर नज़र डालो तो साफ़ पता चलता है की आज राजस्थान में दलितों की सामाजिक स्थिति कितनी दयनीय है आखिर क्यों आज 70 सालो बाद भी दलितों को समानता का अधिकार क्यों नहीं है क्यों दलित समाज आज हाशिये पर खड़ा है |
दलित सीटों से जितने वाले विधायक आज मात्र मूक दर्शक की भूमिका निभा रहे है आज उन्हें सत्ता की लोलोपता ने अपाहिज कर दिया है
भाजपा ,कांग्रेस सांप ,नाग नाथ – साल्वे
राजस्थान में प्रत्येक पांच साल में सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड चल रहा है बेचारी जनता एक से दुखी होती है मजबूरी में दूसरी को चुनती है दूसरी से त्रस्त होकर वापस पहले वाली को चुनती है आखिर क्यों लोकत्रंत में जनता का मजाक आज यह राजनेतिक पार्टिया बना रही है |
भीम सेना – विधानसभा चुनावों को करेगी प्रभावित –
आगामी विधानसभा चुनावों में भीम सेना भी अपने प्रत्याशी उतार सकती है गौरतलब है भीम सेना ने राष्टीय निर्वाचन आयोग में राजनेतिक पार्टी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है जिसको लेकर भीम सेना प्रमुख साल्वे राजस्थान में अपने सक्रिय सदस्यों से मीटिंग कर आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करेगे |
लखनऊ , यू .पी | भीम आर्मी के सस्थापक को योगी सरकार ने समय से पहले रिहा करने के आदेश दे दिए है गौरतलब है चंद्रशेखर उर्फ रावण को 2017 सहारनपुर जातीय दंगा मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानि रासुका (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था | योगी सरकार ने अपने प्रेस रिलीज में कहा है की रावण मां के आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनकी समयपूर्व रिहाई का फैसला लिया गया है।
दलितों और राजपूतो के बीच हुए हिंसा में चलते क्षेत्र में 2 माह तक लगभग तनाव रहा था , रावण के अलावा दो अन्य आरोपियों सोनू पुत्र नाथीराम और शिवकुमार पुत्र रामदास को भी सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है
क्या है रिहा करने की वजह –
गौतलब है भाजपा की योगी सरकार ने भीम आर्मी के स्थापक रावण को समय से पूर्व रहा कर ,दलित वोटो को साधने की कोशिश कर रही है वेसे रावण की रिहाही नवम्बर माह में होनी थी लेकिन योगी सरकार ने उदारता दिखाते हुए रावण उर्फ़ चंद्रशेखर को समय से पूर्व रिहा करने के आदेश जारी कर दिए है | वैसे योगी सरकार ने उनकी माँ की सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनकी समयपूर्व रिहा करने का कारण बताया है लेकिन असली वजह तो दलित वोटो में सेंध मारना ही है |
मायावती ने नहीं दिया साथ –
दलित लीडर के रूप में उभरे रावण को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिलकुल भी सपोर्ट नहीं किया है ना ही वह रावन के बारे में कोई बात भी करना उचित नहीं समझती , जिसके कारण भीम आर्मी के सदस्य बहन जी से खासे नाराज है अब उन्ही दलित वोटो को साधने की तैयारी भाजपा योगी सरकार ने कर ली है |
बसपा सुप्रीमो से होगी -अब टक्कर
कयास लगाये जा रहे है की दलितों की हितेषी बसपा पार्टी के सुप्रीमो और भीम आर्मी में अब दलितों के वर्चस्व की लड़ाई हो सकती है , रावण के लिए समय से पूर्व रिहाही भाजपा का दलित प्रेम दिखाता है तो दलितों की हितेषी बनने वाली पार्टी से अब भीम आर्मी के मार्फ़त दलित वोट किसक जायेगे जिसका खामियाजा मायावती के प्रधानमंत्री बनने में बड़ा रोड़ा साबित होगा |
“कालूड़ी प्रकरण” जिसमे दलित समाज के लोगो का जातिवादी लोगो द्वारा सामूहिक बहिष्कार कर रखा है, और उनके आने जाने व बच्चों के स्कूल जाने पर भी पाबंदी लगा रखी है, को लेकर आज 9 सितंबर को बाड़मेर के बालोतरा उपखंड पर दलित आदिवासी समाज के लोगो ने “स्वाभिमान संकल्प महासम्मेलन” का आयोजन किया गया।
इस महासम्मेलन के बुलाये जाने में “टीम राजस्थान” भी शामिल रही, और कार्यक्रम में शामिल होने के लिए “टीम राजस्थान” के संयोजक श्री धर्मेन्द्र जाटव भी बालोतरा गए। कार्यक्रम में हज़ारो लोगो ने भाग लिया एवं कार्यक्रम में बोलते हुए श्री जाटव ने दलितों पर दमन और अत्याचार के कालूड़ी मामले में प्रशासन द्वारा की जा रही टालमटोली पर प्रशासन को खूब जमकर खरी खोटी सुनाई। और सरकार को चेतावनी दी कि सरकार दलित आदिवासी समाज के धैर्य की परीक्षा ना ले, दलित आदिवासियों की यह उपेक्षा
आने वाले चुनावों में भाजपा को बहुत महंगी पड़ने वाली है, जातिवादियों के प्रदेश और देशभर में बेलगाम हो जाने के लिए भजपा सरकार को घेरते हुए इसके चाल चरित्र चेहरे को भी जातिवादी बताया।
श्री धर्मेन्द्र जाटव ने यह बताया कि संघ भाजपा शक्तियॉ दलित, आदिवासी, किसान, मजदूर विरोधी है, और संविधान व लोकतंत्र का कतई भी सम्मान नहीं करती है। इनका मुकाबला करने के लिए गरीब वंचित जनता को एकजुट होकर इनसे मुकाबला करने की जरुरत है।
कार्यक्रम में “सम्पूर्ण रोजगार” एवं “समान शिक्षा व्यवस्था” को समय की सबसे बड़ी जरुरत लेकर शीघ्र ही बड़ा आंदोलन छेड़ने की बात को भी दोहराया। साथ न्यायपालिका को प्रतिनिधित्वपूर्ण बनाये जाने की जरुरत को भी दोहराया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी राजघाट पहुँच कर महात्मा गांधी
को श्रद्धांजलि दी साथ ही कैलाश झील से लाए गए जल को बापू के समाधी पर अर्पित किया |
धरने पर बैठे राहुल गांधी –
आज राहुल गाँधी ने प्रधानमं
त्री मोदी कई निशाने साथे अपने भाषण में राहुल ने कहा की मोदी सरकार ने जनता से किये गए वादों को पूरा नहीं किया आज फेल होती मोदी सरकार ने पेट्रोल आज 80 के पार और डीज़
ल करीब 80 के पास पहुंच गए हैं साथी एलपीजी के दाम 800 रुपए तक पहुंच गए हैं आज जन
ता मंहगाई की मार से त्रस्त है और मोदी जी मन की बात करते है जनता की मन की बात नहीं सुन रहे ,भाजपा विधायक बलत्कार की घटनाओं में शामिल है लेकिन मोदी जी चुप है |
जयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेठी के उपाध्यक्ष पवन गोयल ने आज मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में ज
नता के बीच पहुँच कर मोदी सरकार की फेल होती पेट्रोल डीजल की नीतियों से लोगो को अवगत कराया साथ ही भारत बंद में समर्थन देने की विनम्र अपील की , जिसका लोगों ने समर्थन करते हुए गोपालपुरा बायपास , हवा सड़क , सोडाला , व् मालवीय नगर में अपनी प्रतिष्ठान बंद रख भारत बंद का समर्थन किया |
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेठी के सचिव व् किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक प्रत्याशी अमिन कागज़ी ने चांदपोल बाज़ार , छोटी चौपड ,बड़ी चौपड ,आदी स्थानों पर रैली निकाल कर जनता के समक्ष भाजपा सरकार के केंद्र से लेकर राजस्थान राज्य सरकार तक के कुशासन से अवगत कराया , गलत नीतियों के कारण बढ़ते पेट्रोल -डीजल
की कीमतों से अवगत करा के भारत बंद में समर्थन माँगा |
महंगाई के खिलाफ इस बंद का आह्वान किया है लेकिन बाकी दलों ने अपने अलग -अलग मुद्दों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ सडको पर उतरे है |
जयपुर | सवर्णों का भारत बंद वैसे तो विफल रहा लेकिन आज भारत बंद में जो राजनेतिक समीकरण देखने को हमें मिल रहे है वो और कुछ ही संकेत कर रहे है जिससे साफ़
अंदाजा हो रहा है की “भारत बंद और SC /ST एक्ट ” तो बहाना है असलियत और कुछ ही है |
भारत बंद पर एक नज़र –
SC /ST एक्ट को लेकर सवर्णों ने आज भारत बंद का ऐलान किया था जिसका नेतत्व कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज कर रहे है बिहार और मध्यप्रदेश में कुछ छुट -पुट घटनाएं सामने आई है लेकिन जैसा दलितों का भारत बंद था वैसा कुछ नहीं था जिससे यह मात्र एक प्रोपेगेंडा सा साबित हुवा |
जयपुर – जयपुर राजस्थान में वैसे बाज़ार लग
भग खुले रहे और यातायात सुचारू रूप से चला लेकिन जयपुर का प्रसिद्ध
बाज़ार
जौहरी बाज़ार को व्यापारिओं ने बंद रखा बाकी सब
मिला -जुला रहा |
भाजपा की चाल / दलितों पर तलवार –
गौरतलब है की 2 अप्रैल को दलितों का “भारत बंद” ऐतिहासिक और सफल रहा था दलित वर्ग के सभी लोगों ने रोड़ो पर प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया था , अब भाजपा को यह यह डर सत्ता रहा है की भाजपा की दलित विरोधी छवि को केसे बदला जाए इस के लिए यह कयास लगाये जा रहे है की भाजपा ने SC /ST ACT को पुन: लागू कराया जिस
से दलित समाज भाजपा को दलित हितेषी समझे लेकिन यह विधित है सन 1989 से SC /ST ACT लागू था इतने लम्बे समय अवधि के बीच किसी साधू /कथा वाचक को यह ACT याद क्यों नहीं आया |
भाजपा को क्या होगा सियासी फायदा –
आगामी लोकसभा में सर्व विधित है की सभी विपक्षी पार्टिया एक जुट हो कर भाजपा के
सामने होगी जिसमे हो सकता है भाजपा या तो हार जाए या करीबी जीत हो लेकिन आज भाजपा कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती गौरतलब है की 2014 चुनावों में भी मोदी वाराणसी और गुजरात से चुनाव लडे थे जो की हार का ही डर था जबकी अब तो लगातार भाजपा का वोट बैंक गिरता जा रहा है आप विधानसभा के नतीजों पर नज़र दाल सकते हो |
दलित /पिछड़े / अल्पसंख्यक देगे मोदी को वोट –
इस SC /ST ACT को भाजपा अब कोई छेड़खानी नहीं करेगी और आगमी लोकसभा चुनावों में भाजपा और मोदी जनता से कहेगे की हम तो दलित /पिछड़े / अल्पसंख्यक के सा
थ है और उनके लिए मजबूती से खड़े रहेगे साथ ही दलित /पिछड़े / अल्पसंख्यक वर्ग भाजपा और मोदी पर विश्वास कर कर वोट देगे और सवर्णों के वोट तो वैसे भी भाजपा को ही मिलेगे कुल मिलकर मोदी और भाजपा ने आज एक तीर से अपनी सियासी जमीन तैयार कर ली है
क्या भाजपा के एजेंट है – देवकी नंदन ठाकुर
गोरतलब है की कथा वाचक देवकी नंदन ठाकुर महाराज ने SC /ST ACT एक्ट के विरोध आंदोलन छेड़ा है मध्य्रदेश में महाराज ने कहा है की सरकार 2 माह के अन्दर SC /ST ACT एक्ट बिल में संशोधन करे या तो वह 2 माह बाद ऐसे कुछ करेगे की दुनिया देखती रहे जाएगी और ऐसा इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुवा होगा , अब यह अलग बात है की महाराज भाजपा के प्रिय है और सभी बड़े नेताओं से उनके व्यक्तिगत संबंध है अब एक साधू /कथा वाचक का यह केसा दर्द है की उन्हें प्रभु कृष्ण की भक्ति छोड़ सवर्णों की चिंता सत्ता रही है यह विचारणीय है |
STORY BY – PAWAN DEV
{ POLITICO24X7.COM / NEWS TEAM }
जयपुर | आज राजनीती इस निम्न स्तर पर पहुँच गई है जिसके मायने भविष्य में क्या होगे सोच कर आप की रोह तक कांप जाएगी , गौरतलब है की सवर्ण समाज के कुछ छुट भैया नेता अपनी राजनेतिक रोटियाँ सेकने के चक्कर में समाज को गुमराह कर विखंडित कर रहे ,हालि में भी माननीय उच्चतम न्यायालय ने SC /ST ACT को वापस लिया है |
जिसका फायदा कुछ छुट भैया नेता लोगो को गुमराह कर अपनी राजनीती चमकाने की कोशिश कर रहे है इन छुट भैया नेता ने सवर्ण समाज के लोगो द्वारा अपनी दुकानों पर बेनर लगवा रहे जिसमे लिखा गया है की यह सामान्य वर्ग की
दूकान है और हम SC /ST ACT का विरोध कर रहे है |
गौरतलब है की आरक्षण की शुरुआत जनसंख्या के आधार पर हुई थी जिसके अन्दर S
C /ST /OBC कुल जनसंख्या 85% थी और सामान्य वर्ग की 15 % थी ,अब जब 15% लोगो ने SC /ST ACT का विरोध अपनी दुकानों के बाहर इस तरह के बनेर /पोस्टर का इस्तेमाल कर रहे है जो की सीधे तोर पर SC /ST /OBC को नीचे दिखाने जैसा है अगर अब वास्तविक रूप में SC /ST /OBC वर्ग ने सामान्य वर्ग की दुकानों से सामान खरीदना बंद कर दिया तो आप सोच सकते है की 15 % वर्ग का कितना आर्थिक नुकसान होगा और समाज में वर्ग संघर्ष का दौर शुरू हो सकता है |
जैसा की विधित है की जयपुर व् अन्य जगहों पर कुछ कथा वाचक महाराजो ने धर्म का आधार लेकर अपनी दुकान सजाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया है जिसका नाम धर्म संसद दिया है इस धर्म संसद की मुहीम में जो लोग राजनीती चमकाने की कोशिश कर रहे है उन में से कई यों पर बलत्कार / देहशोषण जैसे केसे चल रहे है अब वह किस एजेंडे पर काम कर रहे है वो तो समय ही बतायेगा की धर्म संसद के नाम पर राजनेतिक रोटियां सकने में वह कामयाब होगे या सर्व समाज इस तरह की दुकानों का विरोध करेगी |
भीम संसद जयपुर के मुख्य कार्यकर्ता DC भाटी ने इस विषय पर कहा की भीम संसद का मुख्य उदेश्य समाज / देश को विकसित कर विश्व पटल सुपर पावर बनाना है हमारा संगठन भीम संसद गरीब व् पिछड़े और समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाना है , जिन लोगो को धर्म के आड़ में राजनीती करना है वो करे भीम संसद का उदेश्य विकास …………..और ………विकास है हम भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित शब्दों को आदर्श मानते है ना की धर्म ,राजनीती को , जब समाज का अन्तिम व्यक्ति मुख्यधारा में आ जायेगा तब ही भीम संसद का उदेश्य पूरा होगा |
जयपुर | आज मोदी सरकार में जिस तरह से साम्प्रदायकता का उन्माद चरम सीमा को पार कर रहा है ,वह मोदी सरकार की कमजोरी ,लाचारी को दिखाता है केसे 56 इंच का सीना दिखाने वाले प्रधानमंत्री मोदी चुप -खामोश मूक दर्शक बने बेठे है ऐसी कौनसी मजबूरी है इस कानून व्यवस्था की आज कुछ असामजिक स्वकथित हिन्दू संगठन अपना निजी कोर्ट / न्यायालय खोल रहे है , आज यह संविधान , न्यायलय से बड़े हो गए है क्या – आज यह सोचनीय ,विचारनीय है |
भीम संसद बनाम धर्म संसद –
गौरतलब है की अभी कुछ समय पूर्व माननीय उच्चतम न्यायालय ने SC/ST ACT निष्क्रिय किया था ,जिसके बाद दलित ,पिछड़े वर्ग के लोगो के साथ मारपीट ,हत्या ,लुट जैसी घटनाओं की देश में बाढ़ सी आ गई थी , और इसके साथ ही दलित समाज की 3 साल की बच्ची से लेकर 80 साल की बुजर्ग महिला के साथ अमानवीय कृत्य , बलत्कार जैसी घटना सामने आई जिसके कारण देश -विदेश में देश की छवि बिगड़ने लगी ,मित्र देशो ने अपने पर्यटन नागरिको को भारत देश में रात में सफ़र करने को मना किया , जिसके बाद दलित समाज ने अपने अधिकारों और न्याय के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय का ध्यान आकर्षण करने और दलित सामज में हो रही , लुट -बलत्कार की घटनाओं से अवगत कराने के लिए शांति पूर्वक 2 अप्रैल को भारत बंद की अपील की थी जिसका समर्थन देश की जनता ने किया |
जिसके फलस्वरूप माननीय उच्चतम न्यायालय ने SC/ST ACT को वापस लागू किया जिसके कारण बलत्कार जैसी जन्घ्य अपराधों पर अंकुश लगा |
धर्म संसद –
गौरतलब है की जब से माननीय उच्चतम न्यायालय ने SC/ST ACT को वापस लागू किया कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा धर्म संसद के नाम से लोगो को गुमराह किया जा रहा है इसमें सबसे बड़ी बात यह है की धर्म की आड़ लेकर कुछ धूर्त -पाखंडी ,बलात्कारी स्वयंभू कथा वाचक महाराज SC/ST ACT का विरोध करना प्रारम्भ किया है अब यह अलग बात है की धर्म ,आचरण की शिक्षा देने वाले महाराज आज राजनीती के चक्कर में है , और हो भी क्यों ना जब इन पाखंडी बल्त्कारी कथा वाचकों को एह्साह है की जब एक योगी सत्ता के
लालच में और पाखंड की आधारशिला के माध्यम से सांसद से मुख्यमंत्री तक बन सकता है तो यह धूर्त बल्त्कारी जनता को पागल बना कर नेता मंत्री क्यों नहीं बन सकते |
भीम संसद देगी – करार जवाब
अन्याय के विरुद्ध व् अधिकारों के प्रति समर्पित ” भीम संसद ” आज देश व् माननीय न्यायलय , संविधान में वर्णित मूल्यों को आधार मानते हुवे ” भीम संसद ” दलित ,गरीब मजलूम व् बहन -बेटी के सम्मान व् अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है आज देश में जो झूट – पाखंड , मनुवाद को आदर्श मानने वाले असामाजिक संघटन , लोगो के विरुद अपनी आवाज़ को मजबूती से बुलंद रखगी |
भीम संसद आज देश में विकास एकता ,संप्रभुता , समानता , धर्म निर्पेक्षता ,के आधार पर लोगो को देखती है ना की धर्म ,जात -पात के आधार पर इस लिए आज “भीम संसद” हर उस अभियान , झूट -पाखंड ,का विरोध करती है जिस का आधार मनु स्मृति है |
ख़ास नज़र –
जब से न्यायालय ने SC/ST ACT को वापस लागू किया है कुछ कथा वाचक महाराजों ने एक नई मुहीम छेडी है ,अब महाराज कथा वाचक ना कर राजनीती के अखाड़े में उतने जा रहे है जिसके लिए वह धर्म संसद के नाम से कार्यक्रम करने जा रहे है सबसे दिलचस्प बात यह है की यह कथा वाचक महाराज सामान्य वर्ग व् ओ बी सी { OBC }वर्ग को अपने साथ बता रहा है जबकि अभी तक कोई भी ओ बी सी { OBC } संगठन सामने नहीं आया है अब आगामी 4 सितम्बर से 6 सितम्बर तक धर्म संसद के नाम से “न्यायालय द्वारा लागू SC/ST ACT” का यह लोग विरोध करने जा रहे है | यह सच में धर्म संसद है या राजनीती संसद यह तो आगामी समय में ही पता चलेगा |
STORY BY
DC BHATI