जयपुर में पहले चरण में 3 लाख 50 हजार लोगों को लगेगा कोरोना का टीका, जानें अपना नाम

जयपुर: प्रदेशवासियों को नये साल की शुरूआत में ही कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा और इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 3 लाख 50 हजार लोगोंं की लिस्ट भी तैयार कर ली है। इस टीके को लेकर केन्द्रीय स्थावस्थ्य मंत्री ने भी बता दिया था कि आने वाले नये साल में भारत में कोरोना का टीका लगने की पूरी पूरी उम्मीद है और यह बात अब सही साबित होती नजर आ रही है।

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश के चिकित्सा विभाग सभी तैयारियां लगभग पूरी करने में जुटा है और इसके लिए प्रदेश के राजकीय, निजी चिकित्सा और महिला-बाल विकास के विभाग के कार्मिकों को कोविड-19 वैक्सीन लगाकर सुरक्षित किया जायेगा। राज्य सरकार इस वैक्सीन को बड़ी आसानी से और तेजी से लोगों तक पहुंचाने के लिए एक योजना भी तैयार कर ली है जिसके माध्यम से यह टीकाकरण किया जाएगा।

 

 

इस वैक्सीन को सुरक्षित रखने के​ लिए 2 हजार 444 कोल्ड चैन वैक्सीनेशन पाॅइन्ट्स चयनित जिला अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तैयार किये गये है। कोल्ड चैन तक वैक्सीन पहुंचने के लिए स्वास्थ्य विभाग परिवहन विभाग की सहायता भी ले रहा है अगर आने वाले दिनों इस दवा को रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की जरूरत पड़ती है तो उसकी भी तैयारी की जा रही है।

प्रदेश के लोगों के लिए बहुत राहत भरी खबर है जिसके कारण अब लोगों को कोरोना के कारण अपनी जान नहीं गवानी पड़ेगी और समय पर उनका सही इलाज हो सकेगा। अगर बात करें कोरोना काल की तो कोरोना की रोकथाम और अन्य फैसने करने राजस्थान सरकार पूरे देश में पहले स्थान पर रहीं है जिसके चलते पीएम मोदी ने भी कई बार राज्य सरकार की प्रशंसा की है

 

जयपुर में चल रहा कोरोना वैक्सीन का तीसरा ट्रायल, जानें पूरी खबर

राजस्थान में एक तरफ कोरोना का ग्राफ लगातार नीचे की ओ जा रहा है तो दूसरी तरफ कोरोना वैक्सीन के तीसरे ट्रायल के नतीजे भी अभी तक अच्छे संकेत दे रहे हैं। प्रदेश की राजधानी जयपुर के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में देशी कोविड वैक्सीन का तीसरा ट्रायल चल रहा है जो सफल होता दिख रहा है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि इस ट्रायल में 500 से ज्यादा वॉलिंटियर्स पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया और इसके बाद किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट अभी तक देखने को नहीं मिला है। अगर आने वाले दिनों में इसका परिणाम अच्छा और कारगार साबित होता है तो यह प्रदेश के साथ पूरे देश के लिए अच्छी खबर होगी।

ट्रायल में कई लोगों बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे है जिसमें पूर्व मंत्री भी शामिल है। इस ट्रायल में प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह के चिकित्सक भी इस काम को करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस वैक्सीन के आने के साथ कोरोना के नये प्रकार के वायरस की खबर से एक बार फिर दुनिया को परेशानी में डाल दिया है और ब्रिटेन में इस नये वायरस की वैक्सीन बनाने के साथ इसको रोकने के लिए कड़े कदम उठाये जा रहे हैं।

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अगर बात करें राजस्थान में कोरोना वायरस की तो अन्य राज्यों की तुलना प्रदेश हर क्षेत्र में दूसरे राज्यों से आगे है। प्रदेश में कोरोना के मरने वालों का आंकड़ा कम होने के साथ मरीजों के ठीक होने की दर भी बहुत ज्यादा है। राज्य सरकार ने समय समय पर कोरोना को रोकने के लिए जो कदम उठाये है जिसके कारण प्रदेश में कोरोना का ज्यादा प्रसार नहीं हो सक हो और इसका ग्राफ लगातार कम होता जा रहा है।

राजस्थान में तेजी से घट रहा कोरोना का ग्राफ

नये साल के शुरू होने से पहले प्रदेशवासियों के लिए राहतभरी खबर मिलने जा रही है कोरोना काल के 8 महीनों में पहली बार प्रदेश में कोरोना का ग्राफ सबसे नीचले पायदान पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों प्रदेश में कोरोना मरीज का आंकडा केवल दहाई के आंकडे से भी कम हो सकता है। सर्दी के मौसम की शुरूआत में कोरोना मरीजों का ग्राफ बहुत तेजी से बड़ा था जिसके कारण सरकार और प्रशासन को बहुत ज्यादा परेशानी में डाल दिया था।

नवबंर माह में दिवाली के बाद से लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बड़ रही थी। स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार सोमवा को केवल प्रदेश में सिर्फ 913 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी जयपुर को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना मरीजा को आंकड़ा 100 से कम आया है।

 

 

प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल भी किया जा रहा है और इसके परिणाम सही आते है तो नये साल की शुरूआत से कोरोना की वैक्सीन प्रदेशवासियों को मिलनी शुरू हो जाएगी। अगर बात करे राजधानी की तो यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा अभी कम है लेकिन यह आंकडा 100 से 250 के बीच रह रहा है। सोमवार को भी जयपुर में 180 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

जोधपुर में 64, अजमेर में 22 , अलवर में 59, बांसवाड़ा में 26, बाड़मेर में 15 , भरतपुर में 34 , भीलवाड़ा में 57, बूंदी में 34, चित्तौड़गढ़ में 36 , चुरू में 10 , दौसा में 5 और डूंगरपुर में 52 नये मरीज मिले है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट में भी इजाफा देखने को मिल रहा है तो मृत्युदर अभी भी दूसरे राज्य़ों की तुलना में कम है।

 

 

सीएम गहलोत ने केन्द्र सरकार से कहा कि वह कोरोना की वैक्सीन के उपलब्ध होने को लेकर स्थिति स्पष्ट करे क्योंकि राज्य के पास इतना पैसा नहीं ​है कि वह ज्यादा पैसे देकर यह दवा खरी सके। इसके साथ दुनिया भर में कोरोना के नये रूप को लेकर जो चर्चा चल रही है उसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने सावधनी बरतनी शुरू कर दी है।

राजनीतिक नियुक्तियां के साथ जल्द गठन होगी प्रदेश कार्यकारिणी: डोटासरा

राजस्थान की सियासत में एक ​बार फिर से हलचल देखने को मिल रही है राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के दिल्ली दौरे से बात स्पष्ट होती दिख रही है। पीसीसी चीफ डोटासरा ने कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन से मुलाकात के दौरान कार्यकारिणी, संभाग के दौरे, जनहित के मुद्दे के साथ प्रदेश की राजनीति को लेकर चर्चा होने की बात सामने आ रही है।

पीसीसी चीफ डोटासरा इस महीने के अंत तक वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर प्रदेश कार्यकारिणी के नाम आलाकमान को सौप देंगे वहीं, जिलाध्यक्ष व राजनीतिक नियुक्तिों के साथ नव गठित प्रदेश कार्यकारिणी की विशेष बैठक बुलाई जा सकती है। डोटासरा ने कहा है कि प्रदेश के 11 जिलों के 50 नगर निकायों में हुए चुनाव में कांग्रेस 36 जगह बोर्ड बनाने में सफल जो पार्टी और संगठन के लिए अच्छी बात है।

राजस्थान में गहलोत और पायलट के तेवर अभी नरम है लेकिन इन दोनों के बीच जो टकराव है वह अभी शांत नहीं हुआ है इसी बात को ध्यान में रखते हुए आलाकमान राजस्थान में कुछ नया बदलाव करने के साथ इन दोनों नेताओं को एक साथ लाने की कोशिश में लगा है। राज्य के सीएम बार बार बीजेपी पर आरोप लगा रहे है कि उनकी सरकार को गिराने की कोशिश एक बार फिर से तेज हो गयी है तो बीजेपी इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के घर की लड़ाई बताकर सीएम के आरोपो को झूठ करार देती है।

कोरोना मीटर: राजस्थान में घटी कोरोना रफ्तार तो जयपुर में बड़ी रफ्तार, 350 नए मरीज

राजस्थान में कोरोना की रफ्तार अब थोड़ी धीमी पड़ने लगी है और इसी वजह से प्रदेश के लगभग सभी जीलों में कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। लेकिन प्रदेश की राजधानी जयपुर में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ती नहीं दिख रही है मंगलवार को भी लगभग 350 नए कोरोना मरीज सामने आये है। जयपुर के कुछ भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मरीजों का आंकड़ा सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है।


कोरोना संक्रमितों की संख्या का आंकडा अब पूरे प्रदेश में लगभग 1000 के पास पहुंच गया है, जो सरकार के साथ लोगों के लिए राहत भरी खबर है। दिवाली के बाद से लगातार बढ़ते आंकड़े सरकार और आमजन दोनों की परेशानी बढ़ा रहे थे लेकिन पिछले कुछ माह में 3000 के पार पहुंचा नए मरीजों का यह आंकड़ा अब 1 हजार पर आ गया है।

राजधानी जयपुर की बात करें, तो यहां नए कोरोना मरीजों की संख्या का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अकेले जयपुर से 357 नए संक्रमित पाए गए हैं जबकि अन्य जिलों में 100 से कम मरीज मिले है। मंगलवार को जयपुर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा जोधपुर 76, अजमेर 60, नागौर 48, पाली 38, अलवर 38, डूंगरपुर 37, भीलवाड़ा 32, राजसमंद से 21 और बूंदी 16 मरीज मिले है। प्रदेश में जहां मृत्युदर अभी भी कई राज्य़ों के मुकाबले अभी कम है तो कुल संक्रमितों का आंकड़ा 293584 है।

राजधानी जयपुर में कोरोना मीटर
1. झोटवाड़ा और वैशाली में 34—34 नए मरीज
2. मानसरोवर में 31 नए मरीज
3. मालवीय नगर में 26 नए मरीज

भारत बंद में किसानों से ज्यादा विपक्ष उतरा सड़कों पर

मंगलवार को किसानों द्वारा भारत बंद के समर्थन में विपक्षी दलों ने ज्यादा उत्साह नजर आया और लगभग देश के सभी राज्यों में किसानों से ज्यादा विपक्ष सड़कों पर उतरकर भारत बंद को सफल बनाने का काम किया है। अगर बात करें राजस्थान की तो यहां सरकार के कई मंत्री सड़कों पर उतरे और किसानों को हक दिलाने में उनके साथ खड़े रहने का वादा किया। अगर बात करें पूरे देश की तो कई जगह आगजनी और झड़प की खबरे भी देखने ​को मिली।


बंद को समर्थन देने वाले विपक्षी दल
भारत बंद को इन दलों ने समर्थन दिया है – कांग्रेस, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, द्रमुक और इसके घटक, टीआरएस, राजद, आम आदमी पार्टी, सपा, बसपा, वामदल, पीएजीडी।

देशव्यापी भारत बंद के दौरान किसी प्रकार की कोई घटना घटित नहीं हो इसके मध्यनजर केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सुरक्षा बढ़ाने और शांति सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये हैं।भारत बंद के दौरान आम जनता को काफी परेशानियों का भी सामान करना पड़ रहा है और शादियों के सीजन के चलते बहुत ज्यादा परेशानी होती नजर आ रही है। कई किसाने दिल्ली की सीमा पर डटे हुए है और उनको केन्द्र सरकार ने कहा कि प्रदर्शन करने या बंद करने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा।

राजस्थान में गहलोत सरकार पर मंडराया ये बड़ा खतरा

कोरोना काल में राजस्थान की गहलोत सरकार पर ​खतरा एक फिर से मंडराने लगा है इस बात का खुलासा स्वंय राज्य के सीएम गहलोत ने किया है। गहलोत ने बताया कि उनकी सरकार को एक बार फिर से अस्थिर करने की तैयारी की जा रही है लेकिन इस बार भी उनको कामयाबी नहीं मिलेगी। इस खबर के बाद से यह कयास लगाये जा रहे है कि पायलट खेमा नाराज है या फिर वह अपनी मांग पूरी नहीं होने के कारण कुछ ऐसा करने का प्रयास कर रहा है। सीएम गलतोत ने ​कहा कि पिछली बार जब सरकार गिराने की रणनीति बनाई गयी थी तब अमित शाह इसके पीछे ​थे जिसके पुख्ता जानकारी हमारे पास है।

प्रदेश में कोरोना के कारण बहुत ज्यादा लोगों को परेशा​नी झेलनी पड़ रही है और ऐसे समय में अगर सरकार को गिराने की बात सामने आ रही है तो यह प्रदेशवासियों के लिए सही नहीं होगा। क्योंकि पिछले दिनों राज्य की जनता ने देखा था कि जब कोरोना फैल रहा था तो सरकार एक महीने तक होटल में रही जिसके कारण लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी थी।

गहलोत और पायलट खेमे में पिछले दिनों से कोई ज्यादा बयानबाजी नहींं हुई है लेकिन इसके बाद भी सीएम का यह बयान बहुत कुछ होने की तरफ इशारा कर रहा है। अगर इन दोनों खेमों के बीच खिचतान कम नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी के लिए एक बार फिर बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है जिसमें दिल्ली में बैठे नेताओं को फिर हस्तक्षेप करना पड़ सकता है।

गहलोत के इए बयान के बाद बीजेपी ने कहा कि वह हर बार अपनी ही सरकार के मंत्रियों पर पैसे लेने का आरोप लगाकर सरकार गिराने को आरोप बीजेपी पर मंड़ते है। अगर खुद के परिवार की लड़ाई को वह हल नहीं कर पा रहे है तो प्रदेश की जनता का ध्यान वह कैसे रखेंगे।

 

 

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