दिन-रात कांटों व पत्थरों में खेती करने वाले किसानों को कांटों से डराने चला फेकू मोदी

पिछले 2 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है और किसान सगंठन 3 नये कृषि बिलों को समाप्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सिमाओं पर आंदोलन कर रहे है। 2 महीने के अन्तराल में किसानों और सरकार के बीच कई दौरे की वार्ता हो चुकी है लेकिन इसके बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है और इस दौरान किसानों ने सरकार को जगाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किये लेकिन मोदी सरकार किसानों की बात को अनसुना कर रही है।

26 जनवरी के दिन ट्रेक्टर परेड़ के दौरान लाल किले पर जो हिंसा हुई उसको लेकर किसानों पर कई तरह के आरोप लगाये जा रहे है और किसान संगठन इस हिंसा पर खेद प्रकट करने के साथ हिंसक प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की और एक बार फिर दिल्ली कूच करने की तैयारी शुरू कर दी है। कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने के साथ 6 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान कर दिया है। ऐसे में दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, गाजीपुर बॉर्डर पर तार, नुकीली कील और बैरिकेडिंग तक लगा दी गई है, सुरक्षा के मध्यनजर ट्रेनों को भी डाइवर्ट किया जा रहा है।


किसानों ने पहले ही चेतावनी दी है कि वह तीनों बिलों खत्म करने के बाद ही अपना आंदोलन खत्म करेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है जिसकों लेकर किसानों ने कहा कि वह दिन-रात खेतों में कांटों व पत्थरों के बीच रहकर खेती करता है तो उसे इन तारों के जाल से नहीं डराये तो सरकार के लिए अच्छा होगा।


सरकार के सख्त रूख को देखते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हमने सरकार को अक्टूबर तक का समय दिया है और इसके बाद भी सरकार हमारे मांगें नहीं मानती है तो 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ देशव्यापा ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। टिकैत ने कहा कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं की बात भी कही है। सरकार उन किसानों को डरा रही है जो गर्मी,सर्दी और बारिश के मौसम में तपकर बढ़ा हुआ है और उसे कभी पानी की धार से तो कभी पुलिस बल से तो कभी कांटों का डर दिखा रही है जो किसी हास्यपद से कम नहीं है।

राजस्थान निकाय चुनाव में कांग्रेस का दबदबा

राजस्थान में निकाय चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस पार्टी ने मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का आभार जताया है। हालांकि कांग्रेस को बड़ी जीत नहीं मिली है लेकिन निर्दलियों के कारण वह बीजेपी से ज्यादा बोर्ड बनाने में सफल हो सकती है। लेकिन कई ऐसे निकायों में निराशा का भी सामना करना पड़ा है जहां मौजुदा सरकार के बड़े मंत्री आते हैं या फिर उन क्षेत्रों में कांग्रेस के विधायक हैं। लेकिन इसके बाद भी आलाकमान के नेताओं के साथ राजस्‍थान के प्रभारी अजय माकन ने खुशी जाहिर की है।

राजस्‍थान के 90 शहरों में निकाय चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और लगभग 50 से ज्यादा बोर्ड कांग्रेस के पाले में जाते हुए दिख रहे है। इस बार भाजपा के गढ़ माने जाने वाले कई बोर्डो पर कांग्रेस ने बाजी मारी है। लेकिन कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी चुनौती वहां है जहां आने वाले दिनों में चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं। क्योंकि यहां 4 में 3 सीटों पर बीजेपी का दबदबा रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों को जनता ने सराहा है।

प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकाय के चुनाव परिणाम के बाद 3034 वार्डों के चुनाव परिणाम जारी कर दिये गये है और जिसमें सबसे ज्यादा वार्डों 1197 के साथ कांग्रेस पहले स्थान पर है तो भाजपा 1140 वार्ड जीतने में सफल रही है। इस बार 634 वार्डों में निर्दलीयों ने कब्जा किया है।
चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी ने आरोप लगाया कि सत्ता में होने के बाद भी कांग्रेस को ज्यादा बड़ी जीत नहीं मिली है और नतीजों के परिणाम के बाद भी वह अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि उनके बड़े नेता इस जीत को कांग्रेस के लिए बड़ी जीत बता रहे है जबकि बीजेपी अपने दम पर कांग्रेस से ज्यादा वार्डो पर कब्जा किया है और कांग्रेस अब निर्देलियों के भरोसे अपनी जीत के सपने देख रही है।

ब्रिटेन से भारत पहुंचा नया कोरोना वायरस, जानें इसका प्रभाव

भारत में अभी तक कोरोना वायरस का टीका लगना भी शुरू नहीं हुआ और इससे पहले कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन से भारत आ पहुंचा है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि हाल ही में ब्रिटेन से लौटे कुछ लोगों में इसके लक्षण पाये गये है और अन्य लोगों की जानकारी लेकर उनका पता लगाया जा रहा है। भारत सरकार ने इस नये लक्षण वाली खबर के बाद से ही ब्रिटेन से आनी वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा ​दी है।

ब्रिटेन में अब तक कोरोना वायरस के ज्यादा खतरनाक मरीज मिलने के बाद से ही भारत सरकार ने 21 दिसंबर को ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी जो 31 दिसंबर तक रहेगी। जो लोग इससे पहले फ्लाइट्स से भारत पहुंचे उनकी एयरपोर्ट पर जांच की जा रही है। ब्रिटेन में इस नये वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने ज्यादा डरने की बात कही है और इसकी वैक्सीन बनाने पर काम शुरू कर दिया है।

वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोनावायरस का जो नया रूप ब्रिटेन में मिला है वह पहले से लगभग 60 प्रतिया ज्यादा तेजी से फैल सकता है। फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका में भी वायरस में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। हालाकि भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ दिनों दिन कम होता जा रहा है जो अच्छी खबर है। कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित होने की बात भी कही जा रही है।

देश में सोमवार केवल 16 हजार 72 नये मरीज मिले है जो जून के आकड़ों के मुताबिक बहुत कम है। अगर बात करें 24 घंटे की तो लगभग 25 हजार मरीज ठीक होने के साथ 250 मरीजों की मौत हुई। अब तक कुल 1 करोड़ कोरोना संक्रमित है इनमें से 98.06 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 1.48 लाख मरीजों की मौत हो गयी है।

भारत में नये साल की शुरूआत से ही कोरोना का टीका लगाने की प्रकिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है जो अच्छी खबर है। भारत में तैयार ​की गयी स्वदेशी वैक्सीन सस्ती होने के साथ असरदार भी साबित हो सकती है क्योंकि इसके परिक्षण में अभी तक किसी प्रकार के साईड इफेक्ट देखने को ​नहीं मिले है।

राम मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश में चलेगा जनसंपर्क अभियान

हिन्दु धर्म के लोगों के अराध्य देव प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण किसी एक व्यक्ति या संस्था के पैसों से नहीं होकर पूरे देश की जनता से मंदिर निर्माण के लिए चंदा लेने के लिए जनवरी से से देशव्यापी जनसंपर्क अभियान श्ुारू करने का फैसला किया गया है। इस अभियान के तक देश के सभी राज्यों में घर-घर जाकर मंदिर निर्माण के लिए दान मांगा जाएगा इसके साथ देश के सभी राजनीतिक दलों से भी उनकी इच्छानुसार दान देने के लिए आग्रह किया जाएगा।

इस अभियान की शुरूआत जनवरी 15 से वीएचपी द्वारा किया जाएगा और देश के पांच लाख गांवों में 12 करोड़ से ज्यादा लोगों से संपर्क करने का प्लान बनाया गया है। इस अभियान में किसी विशेष समुदाय या जाति के लोगों से नहीं बल्कि सभी धर्मो के लोगों से दान मांगा जाएगा। मंदिर के शिलान्यास पीएम मोदी द्वारा किया जा चुका है और आने वाले 4 साल के अंदर यह मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। यूपी के सीएम योगी ने मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रूप्ये का सहयोग किया है।

वीएचपी ने कहा कि वह राहुल गांधी से भी मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग करने की अपील करेगी। इस अभियान के शुरू होने से पहले इस पर राजनीति होना भी शुरू हो गयी है कई पार्टियों ने आरोप लगाया कि राम के नाम पैसा जमा किया जाएगा और यह पैसा बीजेपी अपने चुनावों में इस्तेमाल कर सकती है। लेकिन वीएचपी ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए जो भी पैसा आएगा उसका ऑडिट करवाया जाएगा ताकि लोगों को पैसों के इस्तेमाल की सही जानकारी मिले।राम मंदिर को लेकर हमेशा राजनीति होती रही है लेकिन अब इस पर राजनीति करना सभी पार्टियों के गलत है यह हिन्दु धर्म के साथ दूसरे धर्मो के लिए भी आस्था का सवाल है।

पीएम मोदी आज करेंगे नये संसद भवन का शिलान्यास और भूमि पूजन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देश के लोकतंत्र के भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे। इस भवन के निर्माण का पूरा कार्य भारत की आजादी के 75वीं वर्षगाठ तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस भवन का निर्माण सभी प्रकार की बातों का ध्यान रखते हुए तैयार किया गया है और यह भवन लगभग 1 हजार करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा। नए संसद भवन का शिलान्यास और भूमि पूजन के दौरान समारोह में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्री और कई देशों के राजदूत शिरकत करेंगे। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण लगभग 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है।

इस नये भवन में प्रत्येक सांसद सदस्य को कार्यालय के लिए 40 वर्ग मीटर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है और इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।

नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। नये संसद भवन को त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी जो पुरानी लोकसभा के तुलना में तीन गुना बड़ी होगी। पुराने संसद को बने लगभग 100 का समय होने वाला और आने वाले समय में लोकसभा सीटों के बढ़ने और कई प्रकार की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नए भवन को बनाने का फैसला किया गया है।

इस कारण अन्नदाता को नहीं मिला उचित सम्मान

नये कृषि कानुन के लागु होने के बाद से किसानों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा था और जब सरकार ने इन की बातों पर ध्यान नहीं दिया तो अन्नदाता सड़कों पर उतर ​गया और दिल्ली में बैठी मोदी सरकार को कानुन में सुधार करने के साथ उनकी मांगों पर विचार करने के लिए मजबुर कर दिया।

किसानों का शोषण कोई नयी बात नहीं है कई सालों से किसानों के हितों को अनदेखा किया जा रहा है और इसके कारण भारत में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। आज तक किसानों की हितों की बात करें तो सारी पार्टियां उनको सपने तो दिखाती है लेकिन आत तक उनका भला किसी ने नहीं किया जिसके कारण आज किसान खेती करना छोड़ अपनी जमीन बेचने पर मजबूर हो गया है।

किसानों की दशा सुधारने के लिए कई समितिया बनाई गयी लेकिन वह केवल कागजों में ही सिमट कर रही गयी

 

नया कृषि कानुन आने के बाद पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया की इस बिल से कोई नुकसान नही होगा लेकिन किसानों को लगा की इससे उनको उचित दाम पर फसल बेचने पर परेशानी हो सकती है तो उन्होंने आंदोलन शुरू कर दिया।

आज दिल्ली में किसानों के साथ सरकार वार्ता करेगी लेकिन इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि आखिरकार यह नौबत क्यों आई की किसान को दिल्ली आकर प्रदर्शन करना पड़ा। यह बेजीपी या कांग्रेस का नहीं सभी दलों के लिए एक संकेत है कि 70 साल में कई राजनितीक पार्टियों ने किसानों के नाम जमकर राजनीति की और कई राज्यों में सीएम तो कोई पीएम भी बना लेकिन किसी ने किसनों का भला नहीं किया आज जब किसान सड़कों पर उतरा तो सारी पार्टिया अपने आपको किसानों की हितेषी बता कर अपना वोट बैंक मजबूत करने में जुट गयी है। सहारे दिल्ली तक

बसपा विधायकों को सम्मन तामील – गहलोत का जादू बरक़रार और भी बाकी हैं जादू अभी तो देखे –

गहलोत सरकार पर कोई संकट नहीं . बसपा विधायकों को सम्मन तामील, अब सत्र से पहले भाजपा की बाड़ाबंदी – गुजरात में 
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे दिल्ली में – सियासी उठापटक तेज 
जयपुर। राजस्थान में चल रही सियासी घमासान पर अब ब्रेक लगते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को उच्च न्यायालय के सम्मन बसपा विधायकों को तामील होने के बाद अब संभावना जताई जा रही है, कहीं सत्र से पहले भाजपा विधायकों की बाड़ेबंदी ना हो जाए। उधर चर्चा इस बात की भी जोरों पर है कि सरकार और महामहिम के बीच कोई गुप्त समझौता हो चुका है। गौरतलब है विधायक दल की बैठक के बाद
सरकार की ओर से राज्यपाल को 21, 24 और 27 जुलाई को 15 वीं विधानसभा के पंचम सत्र बुलाए जाने के पत्र दिए गए। हर पत्र में कुछ सवाल खड़े कर राज्यपाल सचिवालय की ओर से वापस सरकार को लौटा दिए गए। उधर 29 जुलाई को जो गोविंद सिंह डोटासरा को पीसीसी चीफ का पदभार ग्रहण कार्यक्रम चल रहा था तभी मुख्यमंत्री गहलोत के पास राजभवन से बुलावा आया और वे तत्काल वहां से राजभवन की ओर चल दिए थे। राज्यपाल से उनकी करीब आधे घंटे चर्चा हुई। उसके बाद राजभवन से विधानसभा सत्र आहूत करने की स्वीकृति जारी हो गई। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पहले जो सवाल उठाए जा रहे थे, सभी गौण हो गए। सचिवालय की गलियारों में चर्चाएं जोरों पर है, ‘दोनों के बीच कोई गुप्त समझौता हो गया। सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को बसपा विधायकों को उच्च न्यायालय का सम्मन भी तामील हो गया। इससे एक बात के संकेत मिल रहे हैं कि बसपा विधायक टेंशन फ्री हैं वैसे भी उनका तर्क है कि उन्होंने पार्टी का विलय नहीं किया है, विधायक दल का विलय किया है।
सूत्रों ने बताया कि अब मामला सुलझता नजर आ रहा है। उधर बसपा विधायकों पर आंच आती है, जिसकी संभावना शून्य है, तो भी सरकार पर कोई संकट नहीं है। उसका कारण है सरकार ने राज्यपाल को दिए किसी भी पत्र में बहुमत साबित या फ्लोर टेस्ट की बात नहीं कही है। यह बात कहनी चाहिए थी तो भाजपा को, लेकिन भाजपा चुप है। अंदर खाते भाजपा रणनीति तैयार कर रही थी, लेकिन भाजपा की कावर नेता वसुंधरा राजे के दिल्ली जाने के बाद भाजपा नेताओं के सपनों पर पानी फिर गया। भाजपा को तो अब नए सिरे से रणनीति तैयार करनी होगी, वह भी यह सोच कर कि पार्टी विधायकों का एक बड़ा धड़ा उनके साथ ही न खड़ा हो। कहीं ऐसा ना हो विधानसभा अध्यक्ष किसी बिल पर ‘हां पक्ष’-‘न पक्ष’ का मत लें और यह धड़ा ‘ना’ बोलने की जगह मात्र नारेबाजी करते नजर आए।
केंद्रीय मंत्री शेखावत बोले.. विधायकों को भेड़ बकरियों की तरह हांक कर कौन से लोकतंत्र को बचाने की नौटंकी कर रहें हैं गहलोत जी
 राजस्थान का सियासी घमासान खत्म नहीं हो रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- चुने हुए विधायकों को भेड़ बकरियों की तरह हांक कर, डरा-धमका कर, निगरानी में रख कर, उनकी जासूसी कर कौन से लोकतंत्र को बचाने की नौटंकी कर रहें हैं गहलोत जी? गजेंद्र सिंह शेखावत ने आगे कहा- जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों के फोन टैपिंग, इंटरकॉम टैपिंग, होटल में मोबाइल जैमर लगाना  गहलोत जी, इतना भी  अविश्वास अगर आपस में इतना अविश्वास है तो एक बात स्पष्ट है कि राजस्थान में सरकार का कोई अस्तित्व नहीं है। यहां सिर्फ गहलोत जी के सत्ता लालच में तानाशाही चल रही है।
सूत्रों की मानें तो पार्टी में वसुंधरा के कद को दिल्ली वाले भी हल्के में नहीं लेते। कहीं ऐसा ना हो कांग्रेस की तर्ज पर सत्र से पहले भाजपा विधायकों की बाड़ेबंदी हो जाए। वैसे भी कहा जाता है जैसे गहलोत को, ठीक उसी तरह राजे को समझना भी आसान ही नहीं नामुमकिन है। यह भी तय है सत्र के बाद गहलोत देश में एक बड़े नेता के रूप में उभर कर आएंगे, हालांकि वे अपना खेल पहले भी दिखा चुके हैं और अभी बाकी हैं  |

Shivendu Madhava Paving The Way For Young Indian Entrepreneurs

Shivendu Madhava Paving The Way For Young Indian Entrepreneurs

Shivendu Madhava, the founder of a national level technical consultancy firm,   All India Technical Consultancy Corporation Limited  (AITCCL), explains the necessity of several factors that pave the way to the success of young Indian entrepreneurs. He emphasizes that the way to converting a business idea into success is executing the business plan under state-of-the-art consultancy.

According to Shivendu, the government sector requires ideas like Smart City Development plan while the private sectors like Education Department require skill development and curriculum planning. He further highlights that the corporate sectors need feasibility studies and market research. To keep up with these demands, AITCCL aims to provide quality consulting services to these organizations.

Shivendu-Madhava

The golden words of Steve Jobs – ‘Stay Hungry, Stay Foolish’ have been an inspiration for the 27-year old Shivendu Madhava whose startup, AITCCL provides quality consulting services in an array of sectors and business verticals.
AITCCL works in close association with educational constitutions to promote one-on-one training and awareness programs along with entrepreneurship programs. AITCCL hopes to help students turn their dreams of becoming entrepreneurs into reality by guiding them to follow their passion.

AITCCL helps new entrepreneurs in diverse ways such as compliances, forming new ventures and getting all the approvals to commence their business at the earliest. The organization has expanded its wings over Dehradun, Patna, Jaipur, Bhopal, Lucknow, Varanasi, Kolkata, Kochi and Bangalore.

Source- This News is distributed by DIGPU NEWS NETWORK

पुलवामा आतंकी हमले के बाद – एक और सर्जिकल स्ट्राइक – पाकिस्तान ने की पुष्टि

पुलवामा आतंकी हमले के बाद – आतंकी केम्पों पर हमला

दिल्ली | पुलवामा में हुवे आतंकी हमले के बाद जहाँ पुरे देश में पकिस्तान के खिलाफ़ रोष है तो दूसरी और आज सुबह भारतीय वायु सेना  ने मिग 200 द्वारा पाकिस्तान में आतंकी संगठन के अड्डो पर हमला किया जिसमे बहुत से आतंकी मारे गए है जिसकी पुष्टि पा

किस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट  tweete कर पुष्टि कर दी है |

पाकिस्तान ने आज मंगलवार को दावा किया है की भारतीय वायु सेना ने एलओसी का उल्लंघन किया है पकिस्तान के जवाबी कार्यवाही पर भारतीय लड़ाकू विमान वापस लोट गये |