कोरोना वैक्सीन में सुअर की चर्बी होने पर भड़के मुस्लिम संगठन

कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत के मुस्लिम समाज ने इसके इस्तेमाल को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। खबरों के अनुसार बताया जा रह है कि मुस्लिम संगठनों ने आरोप लगाया है कि चाइना में जो वैक्सीन तैयार की गयी है उसमें सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है जो सही नहीं है। मुस्लिम समाज के नेताओं ने कहा कि इस्लाम में सुअर की चर्बी या मांस का इस्तेमाल करना वर्जित है और इस कारण हम इस वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

इससे पहले अरब अमीरात के मुस्लिम संगठनों ने कोरोनावायरस के टीकों को सही बताते हुए उसके इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की थी। जानकारों के अनुसार टीकों में भी पोर्क का इस्तेमाल होता है इसी वजह से इस वैक्सीन का विरोध किया जा रहा है। चाइना में तैयार हुए कोरोना टीके को लेकर बताया गया कि इसमें सुअर की चर्बी या उसके मांस का इस्तेमाल किया गया है। मुस्लिम समुदाय ने कहा कि यह हमारी आस्था का सवाल है और इसी वहज से हम लोग इस वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे।


भारत में कोरोना वैक्सीन को लोगों तक पहुंचानी की सभी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है और नये साल की शुरूआत होने के साथ लोगों को कोरोना का टीका भी लगना शुरू हो जाएगा। लेकिन सुअर वाली वैक्सीन को लेकर इस प्रकार की नाराजगी प्रशासन और सरकार दोनों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। भारत में कई वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है और जल्द ही इसके परिणाम आने वाले है जो बहुत अच्छ खबर होगी।

बंगाल विधानसभा चुनावों में आर—पार की जंग लड़ने को तैयार है BJP और TMC

अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के साथ दूसरी पार्टियों में सुगबुगाहट तेज होती नजर आ रही है। बात करे बीजेपी की तो उसने बिहार जीत के बाद से अपना अगला लक्ष्य बंगाल को बना लिया है और 2019 के लोकसभा चुनावों में बंगाल में वोट प्रतिशत को देखकर बीजेपी ने 200 सीट जीतने का लक्ष्य भी रख लिया है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि आने वाले कुुछ दिनों में ही चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल चुनाव पर बड़ा फैसला कर सकता है।

कोरोना काल में चुनाव आयोग के लिए सफलता तब मिली जब उन्होंने बिहार में बड़ी सावधानी के साथ चुनाव कराया है, उसी मॉडल के आधार पर पश्चिम बंगाल में भी चुनाव कराए जा सकते है। ममता बनर्जी ने तीन दशक से पश्चिम बंगाल की सीएम बनी हुई है और उन्होंने कभी लेफ्ट का सफाया कर सत्ता हासिल करी थी।

लेकिन इस बार ममता बनर्जी के लिए सबसे बड़ी चिंता बीजेपी होगी क्योंकि बीजेपी बंगाल में अपनी पूरी ताकत लगा चुकी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बीजेपी के कई बड़े मंत्री और नेता लगातार बंगाल का दौरा कर रहे है और इससे लगता है कि बीजेपी बंगाल चुनावों में जीत के लिए जबरदस्त तैयारियों में जुट गयी है।

अगर बात करें बंगाल के मौजुदा हालात की तो यंहा बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं में आए दिन झगड़े होते रहते है और इसमें बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं को अपनी जान तक गवानी पड़ी है। बंगाल में टीएमसी के आने से पहले लेफ्ट के साथ इस प्रकार की धटनाएं देखने को मिलती थी अब वहीं घटनाएं बीजेपी और टीमसी के बीच देखी जा रही है।

बीजेपी का बंगाल में प्रदर्शन:—

2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी का वोट प्रतिशत 18 फीसदी तथा 2 सीटों पर जीत हासिल करी थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में वोट प्रतिशत 40 फीसदी जा पहुंचा और 18 सीटों पर जीत हासिल हुई। अब बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 200 सीटों पर जीत का दावा किया है।

बंगाल के मौजूदा हालात:—

बंगाल गये भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की सुरक्षा में चूक को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से जवाब मांगा है। इस घटना के बारे में बताया जा रहा है अध्यक्ष की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे जो बड़ी चूक मानी जा रही है। इसके साथ इस दौरे के दौरान बीजेपी के नेताओं पर हमला हुआ जिसमें कई बड़े नेताओं को चोट आने के साथ गाड़ियों के शिशे तोड़ने की तस्वीरे भी वायरल हो रही है।

ममता पर परिवादवाद का आरोप:

टीएमसी छोड़कर बीजेपी आए कई बड़े नेताओं के साथ बीजेपी ममता पर परिवादवाद को बढ़ावा देना तथा केन्द्र की सरकारी योजना से बंगाल की जनता को लाभ नहीं पहुंचाने को लेकर लगातार आरोप लगाती रही है। इसके साथ ममता बीजेपी को झूठ बोलने वाली पार्टी को अमीरों की पार्टी कहकर बुलाती है।

 

इन कारणों से जयपुर में तेजी से बढ़ रहा हैं कोरोना मरीजों का आंकड़ा – सतर्क रहें

कोविड 19 के मरीजों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी राज्य सरकार के लियें चिंता का विषय बनी – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर रहें हैं स्वयं मोनिटरिंग 

जयपुर |  राजस्थान की राजधानी जयपुर में कोरोना विस्फोट होता नजर आ रहा है और हर दिन रेकॉर्ड तोड़ मरीज सामने आ रहे हैं। पीछले 8 महीनों की बात करें तो नवम्बर महीने में कोरोना मरीजों का ग्राफ सबसे तेज गति से बड़ा है और इसके कई कारण सामने आ रहे हैं। इसके चलते राज्य सरकार ने फिर से लॉकडाउन जैसे हालात ना हो इसके पहले ही थोड़ी सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। बीते दिनों त्यौहार के साथ चुनाव और अब शादियों का सीजन कोरोना की दूसरी लहर को पेर पसारने का मौका दे दिया ​है जिसके कारण कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के चलते राज्य सरकार के कई मंत्री भी इसकी चपेट में आ चुके है इसके बाद भी लोग बेपरवाह होकर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

चुनाव: राज्य सरकार के लिए पंचायत चुनाव के साथ नगर निकाय चुनाव करवाना जरूरी था लेकिन इसके कारण भी कोरोना का प्रसार हुआ कई बार प्रचार के समय नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गयी हैं ।

त्यौहार : त्यौहार सीजन होने कारण लोगों ने कोरोना को भूलकर जमकर खरीददारी करने के लिए घरों से निकले और इतरी भीड़ जमा होने लगी जिसके कारण कोरोना को फैलने में आसानी हुई।

 

शादियां: इन दिनों शादियां का सीजन भी कोरोना के प्रसार में सबसे बड़ा कारक सिद्ध हो रहा हैं लोग शादियों में अपने रिश्तेदार आदी के साथ बहुत ही नजदीकी  दिखा रहें हैं जिसके कारण कोरोना का फैलाव हो रहा हैं

वैक्सीन: पिछले कुछ दिनों से लोगों में यह अफवाह फैली हुई है कि कोरोना की दवाई बन चुकी है और इसके कारण वह लापरवाही बरत रहे है जबकि कोरोना की अभी तक कोई कारगर वैक्सीन नहीं बनी है इसलिए आप अपने आप को बचाकर रखे और परिवार के लोगों को इसके बारे में बताये।

 

हमारा चैनल आप सभी प्रदेशवासियों से अपील करता है कि कोरोना का एकमात्र इलाज बचाव है और आप अपने साथ अपने परिवार के सदस्यों को इससे बचाने के लिए सभी बातों का ध्यान रखें। बीना वजह घर से बाहर नहीं निकले, घर पर ही खाना खाये, मास्क का इस्तेमाल करें और भीड़—भाड़ वाली जगह पर जाने से अपने आप को दूर रखें।

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