आखिर राम मंदिर की याद आई ही गई –

अयोध्या  – राम मंदिर ” धर्म संसद ” के बहाने राजनीती शुरू –

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लखनऊ – आगमी  कुछ समय में 5 राज्यों में चुनावों हो रहे  है  इसके साथ ही 2019 में लोकसभा चुनाव भी नजदीक है अब भाजपा – संघ – शिव सेना या यु कहे सभी हिन्दुतत्व के नाम पर राजनीती करने वाले संगठन अपना राजनेतिक लाभ लेने की लिए भगवान ” श्री राम ” का सहारा लेने लग गए है |

शिव सेना प्रमुख व् आर एस एस से जुड़े सभी संगठन 25 नवम्बर को अयोध्या में ” धर्म संसद “का आयोजन करने जा रहे है  धर्म संसद के नाम पर इन सभी हिन्दू वादी संघटनो के कार्यकताओं के अयोध्या पहुँचने का सिलसिला जारी है |

अयोध्या निवासी है डरे – सहमे 

25 नवम्बर को होने वाली धर्म संसद के कारण अयोध्या निवासी एक बार फिर डरे सहमे है उन्हें 1992 का मंजर बेचैन कर रहा है की कही कोई अनहोनी घटना ना हो जाए , अयोध्या निवासी अपने घरों में राशन – पानी इकट्टा करने पर आतुर नज़र आ रहे है |

राम मंदिर तो बहाना है –

गौरतलब है की शिव सेना अब महाराष्ट में दुसरे नंबर पर आ गई है इसके साथ ही शिव सेना अब अपना वर्चस्व कम होता देख रही है अब शिव सेना प्रमुख  महाराष्ट से बाहर भी अपना वर्चस्व स्थापित करने जा रही है अब अयोध्या में राम मंदिर को लेकर हो रही धर्म संसद में उर्ध्व ठाकरे का एक दिन पहले पहुँचन और रेली को संबोधन करना  आर एस एस संघटन से अधिक हिंदुत्व को सिद्ध करने का प्रयास है |