दिग्गज जाट नेता हनुमान बेनीवाल ने निकाली किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली

किसाना आंदोलन मजबूत बनाने के लिए राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टीसे सांसद और दिग्गज जाट नेता हनुमान बेनीवाल राज्य के प्रत्येक जिले में किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। बेनीवाल ने किसानों के समर्थन के लिए एनडीए से अलग होकर बता दिया था कि वह किसानों के हक की बात पर किसानों के साथ खड़े होकर उनका साथ देंगे। बेनीवाल ने कहा कि रैली का आयोजन शुक्रवार को सभी जिला मुख्यालयों शांतिपूर्ण तरीके से किया जायेगा।

बेनीवाल ने कहा इस रैली के माध्यम से केन्द्र सरकार को संदेश दिया जाएगा कि किसानों के मुद्दे को दबाया नहीं जा सकता और राजस्थान के किसान एक है। राजधानी जयपुर में रैली मानसरोवर मेट्रो स्टेशन से शुरू होगी और 14 नंबर बाईपास पर जाकर समाप्त होगी।

बेनीवाल ने कहा कि आंदोलन के समर्थन में उनकी पार्टी शाहजहांपुर बॉर्डर पर पड़ाव डालकर बैठी है और किसानों के पक्ष में आवाज को मजबूत कर रहे है। बेनीवाल ने संसद सत्र के दौरान भी सांसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण और वित्त मंत्री के बजट भाषण पर भी अपना विरोध् दर्ज करवाते हुए कृषि बिलों को वापिस लेने की अपील की थी। इसके बाद वह अब ट्रैक्टर रैली के माध्यम से किसानों का हौसला बढ़ा रहे हैं। इस रैली जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है और इस बात से पता चलता है कि हनुमान बेनीवाल की किसानों के बीच अच्छी पकड़ है।

वही दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को कहा कि हर गांव से एक ट्रैक्टर पर 15 आदमी 10 दिन का समय लेकर आएं और इस आंदोलन में शामिल हो और इसके बाद वह लौटकर अपनी खेती करे इससे गांव में बैठे किसानों तक हमारी बात पहुचंगी और ज्यादा से ज्यादा किसान इसमें भाग लेंगे।

लाल किले पर झंडा फहराने को लेकर तेज हुई सियासत, किसान संगठनों ने जताई यह बड़ी आशंका

26 जनवरी को लाल किले पर झंडा फहराने की घटना को लेकर सभी पार्टियों के साथ किसान संगठनों ने भी नाराजगी जताई है लेकिन झंडा फहराने के स्थान को लेकर जो बाते सामने आ रही है उसको लेकर जबरदस्त जंग छीड़ गयी है। किसान संगठनों ने कहा कि हमने पुलिस द्वारा बताये गये मार्ग से रैली निकाल रहे थे लेकिन हमारे बीच कुछ ऐसी हिसां फैलाने वाले लोग शामिल हो गये है जो किसानों को भड़काने के साथ हिंसा फैलाने का काम किया है। किसान संगठनों ने उन लोगों को अपने आप अलग करते हुए कहा कि ऐसे उपद्रवी लोगों के साथ उनका कोई संबंध नहीं है और हम शांति से अपने धरना स्थल पर लौट रहे है और अपना आंदोलन शांति से चलाने का आग्रह कर रहे है। दूसरी तरफ राजपथ पर अचानक भिड़ का उग्र होना और लाल किले पर झंडा फहराना सही नहीं है लेकिन ऐसी घटनाओं से किसान समुदाय पर हिंसा फैलाने के आरोप मंडने शुरू हो गये है।

अगर लाल किले पर झंडा फहराने को लेकर कोई विवाद हुआ है तो वह सही नहीं है क्योंकि झंडा उस जगह पर नहीं फहराया गया जहां पर तिरंगा फहराया जाता है। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि एक समुदाय विशेष का झंडा फहराना शर्मनाक है और इससे लोगों में गलत संदेश जाता है। जिस व्यक्ति पर किसानों को भड़काने का आरोप लगा है वह पंजाब से बीजेपी सांसद सनी देओल के साथ नजर आने वाला दिप सिद्धू है जो कई मौकों पर सनी के साथ नजर आ चुका है।

किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान अचानक उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लाल किले तक पहुंच गए और उस स्तंभ पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया जहां 15 अगस्त को प्रधानमंत्री भारत का तिरंगा फहराते हैं। लाल किले में घुसे प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया और टिकट काउंटर में भी तोड़फोड़ की पुलिस ने रात करीब 11 बजे तक प्रदर्शनकारियों से लाल किला को खाली कराया और धार्मिक झंडे को भी हटाया।

हिंसा पर किसान संगठन करेंगे चर्चा
दिल्ली हिंसा के बाद किसान संगठनों की आज दोपहर 2 बजे बैठक होगी और बैठक में 26 जनवरी को हुई हिंसा पर की चर्चा की जाएगी और 1 फरवरी के संसद घेराव कार्यक्रम पर भी फैसला लिया जा सकता है।

हिंसा पर सख्त ग्रह मंत्रालय
दिल्ली हिंसा को लेकर ग्रह मंत्रालय बहुत ज्यादा सख्त है और अमित शाह ने इसको लेकर एक बैठक बुलाई है। इसके साथ दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल से जांच कराई जा सकती है और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय अब कानून मंत्रालय की मदद भी ले रहा है। मंगलवार को हुई हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, दिल्ली पुलिस दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और हिंसा को लेकर जानकारी देगी।

कोरोना वैक्सीन से साइड इफेक्ट्स के मामलों में आई तेजी, जानें इसके प्रभाव

भारत में कोरोना का टीकाकरण का अभियान शुरू हो गया है और बड़े शहरों के साथ छोटे गांव में भी इसका कार्य शुरू हो गया है। 3 दिन बीत जाने के बाद कई लोगों में इस वैक्सीन के साइड इफेक्टस भी देखने को मिले है जिसकों लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बताया की कुछ लोगों में इसके इफेक्टस देखने को मिले है। अगर बात करें इस अभियान की तो अब तक 3 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है और इसके बाद इसके कई लोगों को परेशानी भी हुई है।

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अगर बात करें दुनिया की तो फाइजर वैक्सीन के मुकाबले अभी तक भारत में वैक्सीन का ज्यादा बुरा प्रभाव नहीं देखने को मिला है। अगर आने वाले दिनों में इस बात का पता चल जाएगा की यह वैक्सीन कितनी कारगर साबित होगी। कई स्वास्थ्य जानकारों ने वैक्सीन को लेकर सवाल भी खड़े किये है और इसके प्रभावों के बारे में बताया है। इस वैक्सीन के लिए आपको ज्यादा इंतजार करना नहीं होग।

खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि सरकारी अस्पतालों की तुलना में निजी अस्पतालों में ज्यादा टीकाकरण हो रहा है। अगर बात करें इसके साइड इफेक्टस की तो यह कोई बड़ी परेशानी नहीं है क्योंकि सभी लोगों का शरीर एक जैसा नहीं होता है और इसी वजह से कुछ लोगों में इसका साइड इफेक्टस देखा जा सकता है।

रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए एक ऐप तैयार किया गया है इसके माध्यम से आप घर बैठे बिना किसी दलाल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। इस ऐप का नाम Co-WIN होगा हालांकि अभी ये ऐप लॉन्च नहीं किया गया है लेकिन जल्द ही इसे लॉन्च कर दिया जाएगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और दूसरी कोवैक्सीन, जिसे हैदराबाद में भारत बायोटेक लैब में तैयार किया है।अभी सरकारी अधिकारी ही जानते हैं कि लोगों को कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी।

रीट परीक्षाः आवेदन प्रकिया, अन्तिम तिथि व नया सिलेब्स की सम्पूर्ण जानकारी के लिए क्लिक करें

आवेदन प्रकिया शुरूः 11 जनवरी से 8 फरवरी तक


परीक्षा तिथिः 25 अप्रैल

अनुपातः 90 रीट- 10 बी.ए.

आरक्षण का लाभः

सिलेब्स में क्या जोड़ा व क्या हटाया गयाः http://www.reetbser21.com/ReETfoRm2021/PDF/REET2021_LEVEL_2_SYLLABUS.pdf

आवेदन का लिंक-http://www.reetbser21.com

यूपी में फिल्‍म सिटी बनाने पर तेजी हुई सियासत

इन दिनों मुंबई सिटी फिल्मी दुनिया के अभिनेताओं की तरह रोज नए नए रंग बीखेर रही है जब से कंगना विवाद हुआ है तब से नई फिल्म सिटी बनाने की बात सच साबित होती नजर आ रही है। हाल ही में मुंबई में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बैठक की जिसमें कई बड़े समुहों ने निवेश करने की इच्छा जताई है।

इसमें अडाणी, सिमेंस, एलएडंटी आदि कई समूहों ने यूपी में नए निवेश करने के साथ सीएम योगी ने यूपी में सुरक्षा, सुविधा और माहौल के साथ हर प्रकार की मदद की जाएगी।

मुंबई से फिल्म इंडस्ट्री बाहर ले जाने की बात पर जबरदस्त घमासान शुरू हो गया है एक तरफ यूपी के सीएम योगी तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे है। ठाकरे ने योगी के मुंबई आने पर कहा की एक व्यक्ति आता है वे आपसे भी मुलाकात करेंगे और आपको निवेश करने के लिए कहेंगे लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की क्षमता को नहीं भुलना चाहिए।

मएनएस ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए यूपी का ‘ठग’ कहा है और इसका कारण बताया जा रहा है कि फिल्मसिटी की स्थापना यूपी में करना हो सकता है। उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित फिल्म सिटी पर बैठक के लिए आमंत्रित प्रतिनिधिमंडल में बॉलीवुड के कई दिग्गज लोग जैसे सुभाष घई, बोनी कपूर, राजकुमार संतोषी, मधुर भंडारकर, उमेश शुक्ला, टी-सीरीज के हेड भूषण कुमार, पेन स्टूडियो के जयंतीलाल गडा और निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर शामिल हैं।

सर्दी के मौसम में कोरोना का रामबाण इलाज है यह घरेलू उपाय!

पिछले कुछ दिनों में सर्दी का जोर देखने को मिल रहा है और इसी के साथ कोरोना का प्रभाव भी तेजी से बढ़ने लग गया है। कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को कम करने के लिए कई राज्यों में कफ्यू लगाने की घोषणा कर दी है। अगर आप अपने आप को कोरोना से बचाने चाहते है तो आपको सर्दी के मौसम में कुछ ऐसी सावधानियों रखनी होगी जिससे आप के साथ आपका पूरा परिवार सुरक्षित रह सकेगा।

सर्दी के मौसम में आप को दिन में ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करना होगा जिससे आप का गला साफ होने के साथ आपके गले में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।

 

आपको घर पर बना खाना ही ज्यादा इस्तेमाल करना होगा बाहर खाना खाने से अपने आप को बचाना होगा।

घर से बाहर निकलते समय मास्का का इस्तेमाल करें और भीड़—भाड़ वाले स्थानों पर जाने से अपने आप को रोकना होगा

सुबह के समय चाय में अदरक और काली मिर्च का इस्तेमाल भी करना होगा रात के समय में गर्म दूध का इस्तेमाल करना होगा।

सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए मुंगफली और गुड का सेवन भी आपके लिए फायदेमंद होगा।

 

राजस्थान में मुहँ की खाने के बाद संघी भाजपा के चाणक्य भांड मीडिया और नचनिया के मार्फत महाराष्ट्र सरकार को उकसा रहें – क्यों ख़ास हैं आर्थिक राजधानी और मराठी मानुष समझें

व्यंग्य मुंबई पटकथा – सरकार को अस्थिर करने का खेल 

मुंबई  | कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखने वाले संघीय फ़ासीवाद के चाणक्य कहलानें वाले मोटा भाई शांत हैं और अपना चित परिचित खेल शह मात बोलें तो शतरंज खेल रहें हैं अभी प्रथम पंक्ति के छोटे पयादे उछल कूद कर रहें हैं और मुख्य योद्धा अपने राजा की नाकामियों कुशासन कमियों और जनता के दुखों को नज़र अंदाज़ करने का प्रयास कर रहें हैं और खुले आसमान में रोज़गार और बुलेट ट्रेन दिखा रहा हैं आप देखना पसंद करते हो इस लियें जादूगर दिखा हैं जादू कोई मिल गया वाला लेकिन बेरोजगार युवा तनिक समझदार निकला बे – ट्विटर पर 9 बजकर 9 मिनट को प्रथम पंक्ति बोले तो नंबर 1 पर ट्रेडिंग करबा दिया और हमारी मणिकर्णिका दुसरे स्थान पर ही रह गई   |


भांड मीडिया स्वान के मार्फ़त अपने मालिक ठेकेदार के चक्षुओं के किनारों के चाल के अनुसार भोकन्ने का प्रयास प्रतिदिन संध्या काल के पश्चात रात्रि शगुन के पंचाग के दिशा मध्य कालीन पहर चोकड़िया निर्देशानुसार अपने स्टुडियों में राहु ग्रह के प्रतीक काले कपड़े पहने काला चश्मा लगा कर राजा बाबु के अभिनय के जैसे पाइल्स बवासीर  से दुखी प्राणी जैसे उछल उछल अमर्यादित वियाग्रह के अधिक डोज बोले तो ख़ुराक के कारण बोलता है – है संजय राउत कौन हो तुम ….हैं उर्धव ठाकरे कौन हो तुम ……….. – अरे उत्तेजित प्राणी वह जन प्रतिनिधि हैं जनता ने चुना हैं लेकिन भंगिया नशेड़ी तुम कौन हो यह ज्ञान हैं तुम्हें या पिछवाड़े में डंडे के बाद उछल कूद कर रहें हो जो भी कर रहें हो निन्दनीय हैं  !!

 

दूसरी एक बहुप्रतिभा कि धनी शादीशुदा लोगों के घर में ताक छाक करने वाली फिर कीचड़ उछालने में मशगूल रहने का प्रयास लड़ने वाली ट्विटर पर अपनी भड़ास निकाली वाली मोहतरमा शहमात में फँस चुकी हैं इन मोहतरमा का अभिनय तो ख़त्म हो चुका हैं अब बस बचता हैं राजनीति का खेल – मोहतरमा भी बड़ी ज्ञानी हैं बकलोल कर y+ सुरक्षा लेली ग़जब हैं भई !

सूना हैं आज काटी के घोड़े पर मणिकर्णिका के पात्र में अभिनय करते करते इन में झासी की रानी की आत्मीय लगाव ने इन्हें महारानी महूसस करबा दिया बे फिर क्या रे – महाराष्ट को पाकिस्तान और मुंबई को पाकिस्तान अधिग्रहत कश्मीर से तुलना कर दी तो मराठी मानुष को बुरा लगा और चले हाथ mcd ने चलवा दियें बुलडोजर और हथोड़े , मोहतरमा नाराज हो गई और बतयाने लगी – सुन हे उर्ध्र्व ठाकरे आज तूने मेरा घर तोडा हैं बे कल तेरा घमंड टोटेगा ……………….यह समय का पहिया हैं घूमता ज़रूर हैं ! !

mcd कार्यवाही केबाद कंगना

 

 

पंडित को पंडिताइन की चिंता शुद्र को उकसाने का प्रयास – संघीय पृष्टभूमि पूर्व भाजपा प्रमुख मध्य रात्री मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले और सूर्य की किरणों के उदय होते ही हैं इस्तीफ़ा देने वाले देव साब और हिमाचल की पंडताई एक स्वर में बोल रहे हैं और गोस्वामी के उछल कूद करने वाले उत्तेजित वंशज बोले तो तीनों शुद्ध चोटीधारी साथ हैं जैसे अकबर अमर एंटनी माफ़ करियेगा मॉडलिंग क्वीन  मिलकर एक शुद्र ठाकरे को  ललकार रहे हैं |

पैसा बोलता हैं सत्त्ता के पटल पर कहा जाता हैं क्रिकेट के 20 -20 का मामला 30 हजार करोड़ व फिल्मी दुनिया 6 हजार करोड़ के करीब हैं प्रतिवर्ष और समुद्र व भाई का खेल का हिसाब अलग हैं वह जब ही कब्जे में आ सकती हैं जब महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज हो इस के लिये साम दाम दंड भेद चल रहा हैं बाकी चनिया की आज कुछ अकड़ तो ढ़ीली हो चुकी बाकी समझदार को इशारा काफी – बोलो जय सिया राम ! !

Panipat Institute of Engineering and Technology Students Bag Three Prizes In Smart India Hackathon 2020

*  Panipat Institute of Engineering and Technology (PIET) participated in SIH 2020 and secured 1 st position in two categories and 3 rd position in one category.
* Smart India Hackathon is a nationwide initiative by the government, to provide students a platform to find a solution to the pressing difficulties faced by people in their in day-to-day lives.
In the Smart India Hackathon (SIH), a flagship event of the Government of India, eleven teams from Panipat Institute of Engineering and Technology (PIET) qualified for the final round of the prestigious Smart India Hackathon (SIH) 2020. Out of these, three teams emerged as winning for their ground-breaking innovative solutions. The institute secured
first prize in two categories, that are ‘Smart Communication’ and ‘Healthcare & Biomedical Devices’, and it also secured third prize in the ‘Smart Cities’ category.
Smart India Hackathon (SIH) is a countrywide project to provide students a platform to work out solutions for some of the pressing problems we face in our daily lives. It encourages a culture of product innovation and an approach to problem solving amongst students in India. The first three editions SIH2017, SIH2018 and SIH 2019 were extremely fruitful in stimulating out-of-the-box thinking in young minds, predominantly engineering students from across India.
SIH is a flagship event of the Government of India and Prime Minister Narendra Modi addressed the students at the grand finale of Smart India Hackathon 2020 via video conferencing.  He communicated his vision on the importance of a tech enabled India and the new paradigm of Indian education ecosystem.
Panipat Institute of Engineering & Technology (PIET) is counted amongst the best engineering institutes in Delhi NCR, because it orients the students in a manner that shatters theoretical boundaries and pushes them into the realms of a practical world view. The institute enables students to work in an inter-disciplinary atmosphere that propels them
to collaborate, innovate, ideate, and create their start-up or research ideas at PIET & Start-up Incubation Centre.
Therefore, the students were well versed with the concept of ideation, innovation and emerging technologies, for doing exceptionally well and securing three winning positions at the Smart India Hackathon 2020. PIET has successfully maintained its track record by securing prizes consecutively for the past three years.
Team ‘Bored Coders’ from PIET secured the first prize in the category ‘Smart Communication’, for the solution provided for IFS global issues. Team ‘Idea and Stommers’ also secured the first prize in the category ‘Healthcare & Biomedical Devices’ for a solution for the Ministry of Health and Family Welfare in the. The third team from PIET ‘Tech Monks’
achieved third position in the ‘Smart Cities’ category.
Speaking about the feat, Mr Rakesh Tayal, Vice Chairman, Panipat Institute of Engineering & Technology said “We try and develop the skill set of the students at PIET in order for them to stand out by thinking beyond the theoretical barriers and stepping into the realms of ‘out of the box’ thinking and practical knowledge. This approach is going to help the students in their future endeavours, as they enter Industry. I look forward to my students participating
in many more such challenges and find solutions through Innovation. I express my appreciation to the government for giving a platform for students across the country.” About Panipat Institute of Engineering and Technology (PIET)
Panipat Institute of Engineering and Technology (PIET) was established by the Vidhyapeeth Education Trust in the year 2006. It is one of North India & leading institutions in the technical as well as higher education space. Its goal is to produce entrepreneurs, world-class managers, and technocrats employable throughout the globe. PIET, which is counted as one of the top engineering and management institutes in Delhi-NCR, has one of the largest student populations among engineering colleges of NCR.
The college is actively driving “Education 4.0”, which is an amalgamation of various elements like Blended Learning, Differential Learning, Collaborative Learning, Project-based Learning etc. PIET has been regarded as the best college for placements in the entire region and was honoured with several prestigious awards for its excellent placement record.

आपको पूरी तरह बहरा बना सकती है  यह चीज हो जाएं सावधान – बचाव कैसे करें जाने ख़ास

 ईयरफोन हो सकता हैं जानलेवा  – सावधानी बरतें  
लाइफस्टाइल बदलने के दौरान आज के समय में हर किसी के पास स्मार्टफोन है लोग ज्यादातर स्मार्टफोन पर गुजारते हैं इसके साथ ही लोग का क्रेज ईयर फोन इस्तेमाल करने का भी बढ़ता जा रहा है लोग काम के साथ भी  ईयर फोन कानो में लगाए रखते हैं जिससे उनके कानों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है आइए जानिए ईयर फोन यूज करने से कौन से हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है
 ईयरफोन से होने वाले नुकसान 
सुनने की शक्ति कम होना – तेज आवाज में गाने सुनने से कानों के सुनने की शक्ति प्रभावित होती है 90 डेसीबल से अधिक आवाज में गाने सुनने से आप बहरे हो सकते हैं इसलिए कभी भी इससे अधिक आवाज में गाने नहीं सुने और अगर आप ईयर फोन का इस्तेमाल करते हैं तो बीच-बीच में ब्रेक लेते रहे लगातार ईयर फोन यूज करने से कान का पर्दा  वाइब्रेट होने लगता है इससे आपको दूर की आवाज सुनने में मुश्किल होना शुरू हो जाती हैं |
 दिमाग पर प्रभाव पड़ना
ईयरफोन के इस्तेमाल से दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है इस से निकलने वाली विधुत्तीय चुम्बकीय  तरंगे दिमाग के सेल्स को प्रभावित करती है इसके ज्यादा इस्तेमाल करने से कान व्  सिर में दर्द होने लगता है और काम के दौरान फोकस करने में दिक्कत होती है इसके अलावा इससे अनिद्रा की भी समस्या हो सकती है |
साभार
क्या सावधानी रखें – 
* ईयरफोन के इस्तेमाल करने के बाद 25- 30 db से अधिक ना रखें और 15 मिनिट के बाद 5 सेकंड के लियें एक ईयर फोने को निकाल दे उसके बाद दुसरे को इस प्रक्रिया से आप के मानसिक आराम भी मिलेगा और मस्तिक पर विधुत चुम्बकीय विकिरणों का प्रभाव कम होगा |
* कोशिश करें  ईयरफोन के इस्तेमाल निजी स्तर पर व्यक्तिगत ही करे – ईयर फोने बदलने से आप को सक्रमण हो सकता हैं जिससे  आपकी सुनने की शक्ति कम हो जाती हैं |
* सार्वजनिक स्थानों पर ईयर फोन का उपयोग ना करें – इससे आप किसी बड़ी दुर्घटना से बच सकते हैं गौरतलब कई घटनायें सामने आ चुकी हैं की ईयर फोन के उपयोग करते हुयें कई लोग रेल की पटरियों के सामने अपनी जान भी गवां चुके हैं |

अब विद्यार्थियों की आधे घंटे की होगी ऑनलाइन पढ़ाई –

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जारी के गाइडलाइन 
नई दिल्ली | कोविड-19  के कारण लगे लॉक डाउन के कारण स्कूल / कॉलेज बंद हैं जिसके चलते विद्यार्थियों ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं जिसके कुछ नकारात्मक प्रभाव बच्चो पर पड़ रहें हैं जिसका लेकर अभिभावक चिंतित थे और केन्द्रीय मंत्री को भी लिखित में शिकायत की थी जिसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की हैं जिसके अंतर्गत बच्चो की अब 30 – 45 मिनिट से ज्यदा क्लास नहीं होगी |
ऑनलाइन शिक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी 
मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन में ऑनलाइन एजुकेशन को लेकर विद्यार्थियों को 8 सुझाव दिए गए हैं जिसमें
 प्लानिंग,  रिव्यू ,  अरेंज,  गाइडेंस , बातचीत, कार्य  निगरानी व सराहना शामिल है  | इसमें टीचर व् अभिभावकों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लियें भी कहा गया हैं |
गाइड लाइंस में विशेष फोकस 
वर्तमान  एक दिन सेशन और कुल सेशन टाइम की समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। गाइडलाइन में 9वी से 12वीं कक्षा के लिए रोजाना अधिकतम चार कलासेज के लिए सिफारिश की गई है जिनकी स्क्रीन टाइमिंग  आधे घंटे से 45 मिनट तक की जा सकती है। मंत्रालय की ओर से यह गाइडलाइन इसलिए जारी की गई है क्योंकि कोविड 19 के कारण बंद होने के बाद स्कूल बिल्कुल नियमित कक्षाओं जितनी लंबी क्लासेज चला रहे थे जिसकी वजह से बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज की टाइमिंग काफी बढ़ गई थी और इसका असर उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा था
मंत्रालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइस में कहा गया कि प्री प्राइ्मरी कक्षाओं के लिए रोजाना अधिकतम दो सेशन किए जा सकते हैं जिसका स्क्रीन टाइम आधे घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसी तरह से पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए रोजाना दो सेशन  किए जा सकते है  जिनमें प्रत्येक का स्क्रीन टाइमिंग अधिकतर 45 मिनट का होगा वही 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए रोजाना अधिकतम 4 क्लासेज के लिए सिफारिश की गई है जिनकी स्क्रीन आधे घंटे से 45 मिनट तक की जा सकती है
 साइबर सुरक्षा पर विशेष ध्यान –
 मंत्रालय की ओर से जारी किए गए निर्देशों में ऑनलाइन टीचिंग के दौरान शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पक्षों पर ध्यान देने पर भी जोर दिया गया है जिसमें साइबर सुरक्षा और इसे बनाए रखने के लिए उठाए जाने वाले बिंदुओं पर भी जोर दिया गया है गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण देश भर में स्कूलों में भी बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है लेकिन क्लासेज ऑनलाइन चल रही है
 अभिभावकों को  भी दिए गए निर्देश –
 गाइड लाइन केवल स्कूल और टीचर्स के लिए ही नहीं है इसमें पेरेंट्स को भी शामिल किया गया है गाइडलाइन के मुताबिक पेरेंट्स को   नियमित रूप से स्कूल टीचर से संपर्क में रहना होगा जिससे उन्हें बच्चे के प्रोग्रेस का पता चल सके इस बात का ध्यान रखना भी आवश्यक होगा कि कहीं बच्चे डिप्रेशन या एंजाइटी के लक्षण तो नजर नहीं आ रहे बच्चों को कोविड-19 के दौरान अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों हाइजीन हेल्थी लाइफ स्टाइल के बारे में जानकारी देनी होगी साथ ही पेरेंट्स को कहा गया है कि वह अपने बच्चों के फिटनेस फिट करने के लिए उन्हें योग्य कोई अन्य फिजिकल एक्टिविटी करवाए