
साइबर अपराध समाज और पुलिस के समक्ष निरन्तर चुनौती बनते जा रहे हैं, साइबर लिटरेसी बढ़ाने की आवश्यकता – महानिदेशक पुलिस एम.एल लाठर

आवेदन प्रकिया शुरूः 11 जनवरी से 8 फरवरी तक
परीक्षा तिथिः 25 अप्रैल
अनुपातः 90 रीट- 10 बी.ए.
आरक्षण का लाभः
सिलेब्स में क्या जोड़ा व क्या हटाया गयाः http://www.reetbser21.com/ReETfoRm2021/PDF/REET2021_LEVEL_2_SYLLABUS.pdf
आवेदन का लिंक-http://www.reetbser21.com
कोरोना वायरस के टीके की खबर से देश को थोड़ी राहत मिली ही थी कि अब कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक सप्ताल में कई राज्यों में भारी तादाता में पक्षियों की तेजी से मौत हो रही है। राजस्थान में कई जिलों में कौवों की बड़ी संख्या में मौते होने की खबर से सरकारी और प्रशासन की चिंता बढ़ गयी है। अगर बात करें हरियाणा के पंचकुला की तो यहां 1 लाख से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत की खबरें सामने आ रही है। इस खबर के बाद प्रशासन ने व्यापक फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है।
राजस्थान में 100 से ज्यादा पक्षियों की मौत
राजस्थान में भी कई जिलों में पक्षियों की मौत की खबरे आना शुरू हो गया है राज्य के विभिन्न जिलों में 150 से ज्यादा पक्षियों की मौत हो चुकी है। पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 425 से अधिक कौवों, बगुलों और अन्य पक्षियों की मौत हुई है इसके बाद पक्षियों के नमूनों को जांच के लिये भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भेजा गया है।
केरल में 40,000 पक्षियों को मारना पड़ा है।
केरल के कुछ जिलों में बर्ड फ्लू फैलने की जानकारी सामने आई है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में बत्तख, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया है। अधिकारियों ने कहा कि वायरस को रोकने के लिए करीब 40,000 पक्षियों को मारना पड़ेगा।
हिमाचल में 1500 से ज्यादा प्रवासी पक्षियों की मौत
हिमाचल प्रदेश में पोंग बांध झील अभयारण्य में अब तक 1500 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं । अभी तक यहां बर्ड फ्लू की पुष्टि की बात नहीं कही जा रही है।
अगर बर्ड फ्लू के कारण इन पक्षियों की मौत हो रही है तो यह बहुत ज्यादा चिंता का विषय है जो कोरोना काल में प्रशासन के लिए नई परेशानी खड़ी कर सकता है। राजस्थान में पहले भी सांभर जिले में प्रवासी पक्षियों की बड़ी तादाद में मौत हुई थी और इसको लेकर काफी राजनीति भी देखने को मिली थी। लोगों को इस समय ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है और अब कोरोना के साथ बर्ड फ्लू से भी अपना बचाव करना होगा।
जयपुर: प्रदेशवासियों को नये साल की शुरूआत में ही कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा और इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 3 लाख 50 हजार लोगोंं की लिस्ट भी तैयार कर ली है। इस टीके को लेकर केन्द्रीय स्थावस्थ्य मंत्री ने भी बता दिया था कि आने वाले नये साल में भारत में कोरोना का टीका लगने की पूरी पूरी उम्मीद है और यह बात अब सही साबित होती नजर आ रही है।
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश के चिकित्सा विभाग सभी तैयारियां लगभग पूरी करने में जुटा है और इसके लिए प्रदेश के राजकीय, निजी चिकित्सा और महिला-बाल विकास के विभाग के कार्मिकों को कोविड-19 वैक्सीन लगाकर सुरक्षित किया जायेगा। राज्य सरकार इस वैक्सीन को बड़ी आसानी से और तेजी से लोगों तक पहुंचाने के लिए एक योजना भी तैयार कर ली है जिसके माध्यम से यह टीकाकरण किया जाएगा।
इस वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए 2 हजार 444 कोल्ड चैन वैक्सीनेशन पाॅइन्ट्स चयनित जिला अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तैयार किये गये है। कोल्ड चैन तक वैक्सीन पहुंचने के लिए स्वास्थ्य विभाग परिवहन विभाग की सहायता भी ले रहा है अगर आने वाले दिनों इस दवा को रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की जरूरत पड़ती है तो उसकी भी तैयारी की जा रही है।
प्रदेश के लोगों के लिए बहुत राहत भरी खबर है जिसके कारण अब लोगों को कोरोना के कारण अपनी जान नहीं गवानी पड़ेगी और समय पर उनका सही इलाज हो सकेगा। अगर बात करें कोरोना काल की तो कोरोना की रोकथाम और अन्य फैसने करने राजस्थान सरकार पूरे देश में पहले स्थान पर रहीं है जिसके चलते पीएम मोदी ने भी कई बार राज्य सरकार की प्रशंसा की है
प्रदेशवासियों को इस बार नये साल का जश्न बहुत सावधानी और सर्तकता के साथ अपने घर पर ही मानाना पड़ेगा। कोरोना की मार झेल रहा प्रदेश नये साल के जश्न के दिन किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतना चाहता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने 31 दिसंबर की रात को डीजे और आतिशबाजी पर रोक लगाने का फैसला किया है।
इसके साथ नववर्ष के मौके पर होने वाले सभी प्रकार की कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी है और होटल संचालकों को इस प्रकार के आयोजन नहीं करने के निर्देश जारी कर दिये है। अगर आप भी हर साल की तरह नये साल पर कुछ मस्ती या धमाल करने की तैयारी कर रहे है तो आप अपने प्लान को बदल दें और घर पर ही अपने परिवार के साथ रहे नही तो आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।
31 दिसंबर की रात को कर्फ्यू होगा और आपने सरकार के नियमों को उल्लंघन किया तो आपको बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है। सरकार इस प्रकार की पाबंदी से उसको बहुत बड़ा राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है लेकिन जनता की सुरक्षा के मध्यनजर वह इस प्रकार का फैसला लेने पर मजबूर है। नये साल के मौके पर सभी लोगों को रोजगार के साथ कुछ अतिरिक्त पैसा और अन्य आय मिलती है जो इस बार नहीं मिलेगी। हालाकि प्रदेशवासियों को नये साल की शुरूआती सप्ताह में कोरोना की वैक्सीन भी मिल सकती है।
कोरोना काल के कारण इस बार कई बड़े त्योहार बहुत ही साधारण तरीके से मनाये गये थे और अब नये साल का जश्न भी उसी तरह मानाना होगा। सरकार ने सभी लोगों से अपील की है कि वह लोगों की सेहत का ख्याल रखते हुए नये वर्ष के मौके पर आतिशबाजी नहीं करें तो सभी के लिए अच्छा होगा।
प्रदेश के हजारों युवा सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे है और इसी बीच उनका यह सपना जल्द पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। प्रदेश में कोरोना की गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए सभी जिलों में भर्ती का आयोजन करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। नये साल की शुरूआत में इस भर्ती को शुरू कर दिया जाएगा।
राजस्थान के 5 जिलों में भर्ती की रैलिया आयोजित की जाएगी और इसके लिए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। जयपुर, बीकानेर, अलवर, उदयपुर और अजमेर में सेना भर्ती रैली प्रस्तावित हैं लेकिन जयपुर में कोरोना का खतरा ज्यादा होने के कारण अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है।
सेना भर्ती की प्रस्तावित तारीख
सबसे पहले बीकानेर में 10 से 23 जनवरी 2021 के बीच – चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनू और बीकानेर जिले के युवाओं को मौका दिया जाएगा।
अलवर में 3 से 15 फरवरी 2021 तक – दौसा, सवाई माधोपुर, धौलपुर करौली, भरतपुर जिले के अभ्यर्थी इसमें भाग ले सकेंगे।
जयपुर में अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है फिर भी यह भर्ती 8 से 19 मार्च- जयपुर, सीकर और टोंक के अभ्यर्थी के लिए तय की गयी है।
उदयपुर संभाग के युवाओं को 5 से 16 अप्रैल – डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर, प्रतापगढ़, जोधपुर, पाली औरा नागौर को शामिल किया गया है।
सबसे अंत में अजमेर में 3 से 14 मई तक – अजमेर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद, बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा जिले के अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा।
राजस्थान की 50 नगर निकाय चुनाव के नतीजों के आने के बाद जहां बीजेपी को करारा झटका लगा है तो कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। 12 जिलों की 50 निकाय में 36 पर कांग्रेस अध्यक्ष बनाने में सफल रही तो भाजपा के केवल 12 अध्यक्ष और वहीं दो निर्दलीय अध्यक्ष का चुनाव जीत पाए हैं।
जयपुर में बीजेपी का नहीं खुला खाता
जयपुर जिले की 10 नगर पालिकाओं में से 9 नगर पालिकाओं में कांग्रेस के चेयरमैन बना तो इसके अलावा एक नगर पालिका में कांग्रेस के बागी को जीत हासिल हुई।
भरतपुर में बीजेपी का नहीं खुला खाता
भरतपुर जिले की कुल आठ नगरपालिकाओं में से भाजपा के खाते में एक भी सीट नहीं गयी और भाजपा के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले में पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है।
इन 12 जिलों में हुए चुनावों के परिणाम 13 दिसंबर को आए थे इसमें 1775 में से कांग्रेस को 620, निर्दलीय 595 और बीजेपी को 548, बसपा को सात सीटों पर जीत मिली थी। सबसे ज्यादा बगरू नगरपालिका में चौंकाने वाले परिणाम आए जहां पर निर्दलीय मालूराम को कांग्रेस के
6 वोट की क्रॉस वोटिंग ने मालूराम को चेयरमैन बना दिया।
नेशनल इंस्टीट्यृट ऑफ वायरलॉजी और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ तैयार की गयी वैक्सीन तीसरा और अन्तिम ट्रायल जयपुर में किये जाने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस ट्रायल के लिए राजधानी जयपुर के विधाधर नगर मेंं स्थित मणिपाल अस्पताल को चुना गया है। इससे पहले इस अस्पताल में जायडस कैडिला कंपनी की बनाई वैक्सीन का भी ट्रायल किया जा चुका है।
इस ट्रायल को लेकर प्रदेश सरकार ने वैक्सीन आने की संभावना को देखते हुए पूरे प्रदेश में लगभग सभी प्रकार की तैयारियां करने में जुट गयी है। बताया जा रहा है कि वैक्सीनेशन सेंटर बनाने के लिए प्रदेश के 3 प्रमुख शहरों को चुना गया है जिसमें जयपुर उदयपुर व जोधपुर शामिल है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार जयपुर में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन के थर्ड फेज का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। इस ट्रायल में हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेशनल इंस्टीट्यृट ऑफ वायरलॉजी और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा तैयार की गई वैक्सीन की डोज लगभग 500 से ज्यादा वॉलिटियर्स को दी जाएगी।
इससे पहले जयपुर में जायडस कैडिला कंपनी की बनाई वैक्सीन का भी ट्रायल किया गया था लेकिन कंपनी का ये ट्रायल दूसरे चरण का था जिसके परिणाम आना अभी बाकी है। इस वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री तापमान में रखा जाएगा। वैक्सीन के जल्द आने की संभावना को देखते हुए राजस्थान सरकार ने प्रदेश में मेडिकल कॉलेज,जिला अस्पताल व सैटेलाइट अस्पताल में इसको रखने की तैयारी में लग गयी है। सबसे पहले डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिकों को टीका लागाये जाने की बात सामने आ रही है।
राजस्थान में कोरोना की रफ्तार अब थोड़ी धीमी पड़ने लगी है और इसी वजह से प्रदेश के लगभग सभी जीलों में कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। लेकिन प्रदेश की राजधानी जयपुर में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ती नहीं दिख रही है मंगलवार को भी लगभग 350 नए कोरोना मरीज सामने आये है। जयपुर के कुछ भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मरीजों का आंकड़ा सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या का आंकडा अब पूरे प्रदेश में लगभग 1000 के पास पहुंच गया है, जो सरकार के साथ लोगों के लिए राहत भरी खबर है। दिवाली के बाद से लगातार बढ़ते आंकड़े सरकार और आमजन दोनों की परेशानी बढ़ा रहे थे लेकिन पिछले कुछ माह में 3000 के पार पहुंचा नए मरीजों का यह आंकड़ा अब 1 हजार पर आ गया है।
राजधानी जयपुर की बात करें, तो यहां नए कोरोना मरीजों की संख्या का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अकेले जयपुर से 357 नए संक्रमित पाए गए हैं जबकि अन्य जिलों में 100 से कम मरीज मिले है। मंगलवार को जयपुर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा जोधपुर 76, अजमेर 60, नागौर 48, पाली 38, अलवर 38, डूंगरपुर 37, भीलवाड़ा 32, राजसमंद से 21 और बूंदी 16 मरीज मिले है। प्रदेश में जहां मृत्युदर अभी भी कई राज्य़ों के मुकाबले अभी कम है तो कुल संक्रमितों का आंकड़ा 293584 है।
राजधानी जयपुर में कोरोना मीटर
1. झोटवाड़ा और वैशाली में 34—34 नए मरीज
2. मानसरोवर में 31 नए मरीज
3. मालवीय नगर में 26 नए मरीज