भाजपा योगी सरकार ने किया – चंद्रशेखर उर्फ रावण को रिहा, जाने ख़ास वजह
अब भीम आर्मी के रावण ज़ेल से बाहर –
लखनऊ , यू .पी | भीम आर्मी के सस्थापक को योगी सरकार ने समय से पहले रिहा करने के आदेश दे दिए है गौरतलब है चंद्रशेखर उर्फ रावण को 2017 सहारनपुर जातीय दंगा मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानि रासुका (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया था | योगी सरकार ने अपने प्रेस रिलीज में कहा है की रावण मां के आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनकी समयपूर्व रिहाई का फैसला लिया गया है।
दलितों और राजपूतो के बीच हुए हिंसा में चलते क्षेत्र में 2 माह तक लगभग तनाव रहा था , रावण के अलावा दो अन्य आरोपियों सोनू पुत्र नाथीराम और शिवकुमार पुत्र रामदास को भी सरकार ने रिहा करने का फैसला किया है
क्या है रिहा करने की वजह –
गौतलब है भाजपा की योगी सरकार ने भीम आर्मी के स्थापक रावण को समय से पूर्व रहा कर ,दलित वोटो को साधने की कोशिश कर रही है वेसे रावण की रिहाही नवम्बर माह में होनी थी लेकिन योगी सरकार ने उदारता दिखाते हुए रावण उर्फ़ चंद्रशेखर को समय से पूर्व रिहा करने के आदेश जारी कर दिए है | वैसे योगी सरकार ने उनकी माँ की सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उनकी समयपूर्व रिहा करने का कारण बताया है लेकिन असली वजह तो दलित वोटो में सेंध मारना ही है |
मायावती ने नहीं दिया साथ –
दलित लीडर के रूप में उभरे रावण को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिलकुल भी सपोर्ट नहीं किया है ना ही वह रावन के बारे में कोई बात भी करना उचित नहीं समझती , जिसके कारण भीम आर्मी के सदस्य बहन जी से खासे नाराज है अब उन्ही दलित वोटो को साधने की तैयारी भाजपा योगी सरकार ने कर ली है |
बसपा सुप्रीमो से होगी -अब टक्कर
कयास लगाये जा रहे है की दलितों की हितेषी बसपा पार्टी के सुप्रीमो और भीम आर्मी में अब दलितों के वर्चस्व की लड़ाई हो सकती है , रावण के लिए समय से पूर्व रिहाही भाजपा का दलित प्रेम दिखाता है तो दलितों की हितेषी बनने वाली पार्टी से अब भीम आर्मी के मार्फ़त दलित वोट किसक जायेगे जिसका खामियाजा मायावती के प्रधानमंत्री बनने में बड़ा रोड़ा साबित होगा |