क्या है RSS का असली एजेंडा –
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने ” कैसा हो सपनो का भारत ” पर तीन दिवसीय कार्यक्रम में खुल के अपने विचार रखे ,भागवत ने हिन्दू एजेंडे पर बेबाकी रूप से अपने विचार रखे | भागवत ने अपने भाषण में साफ़ कर दिया की संघ की दिशा राजनीतिक दलों से भिन्न है संघ गलत को ग़लत और सही को सही कहता है |

क्या है हिन्दुत्व –
सरसंघचालक भागवत ने अपने भाषण की शुरुआत में ही हिंदुत्व की परिभाषा पर अपने विचार रखे ,उन्होंने कहा संघ सब को जोड़ता है और संघ एक पद्धति है जो व्यक्ति निर्माण का काम करता है प्रत्येक गांव और गली में ऐसे स्वयंसेवक खड़े करना संघ का काम है, जो सबको समान नज़र से देखता हो उन्होंने कहा कि विविधताओं से डरने की बात नहीं है, बल्कि सबका उत्सव मना
ने की जरूरत |
भागवत ने कहा की भारत एक हिंदू राष्ट्र है और रहेगा ,हिंदुत्व समाज को एकजुट रखता है लेकिन हम RSS का वर्चस्व नहीं चाहते , बल्कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति का वर्चस्व चाहते है |
संघ विश्व का लोकत्रांत्रिक संघठन –
लोकतांत्रिक संगठन को देखना है, तो संघ में आइए. संघ अब तक सबसे तानाशाह संगठन समझा जाता रहा है, लेकिन हर फैसला एक आम स्वयंसेवक के विवेक से और सामूहिक होता है. और फैसला एक होता है, इसलिए लोगों को लगता है कि एक व्यक्ति फैसले ले रहा है. ख़ास बात ये है कि संघ अपने खर्चे के लिए एक पैसा भी किसी बाहर वाले से नहीं लेता. अगर कोई देता भी है तो हम उसे वापस कर देते हैं. पूरा का पूरा खर्च गुरु दक्षिणा के कार्यक्रम पर चलता है.
संघ रिमोट से नहीं चलता –
“रिमोट कंट्रोल से नहीं चलता” वाली बहस को विराम लगाते हुए भागवत ने कहा की बीजेपी और सरकार के साथ समन्वय बैठकें इसलिए नहीं होतीं कि कोई निर्देश देना होता है चर्चा होती है और विचारों का आदान प्रदान होता है संघ प्रमुख ने कहा कि संघ के अलग-अलग संगठन हैं और स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं सभी संगठन नीति निर्णय के लिए स्वतंत्र हैं उनके अच्छे या गलत कामों से संघ को जोड़ना गलत है ये बात और है कि वो अगर अच्छा काम करेंगे तो संघ पूरी ताकत से उन्हें समर्थन देगा |
मुक्त नहीं युक्त भारत चाहिए –
संघ प्रमुख ने कहा कि हम मुक्त वाले लोग नहीं, बल्कि युक्त वाले लोग हैं अपने विरोधियों को भी साथ लेकर चलने वाला है संघ. संदेश बीजेपी को था जो कांग्रेस मुक्त भारत की बात करती है देश के प्रतीक चिह्नों का भी संघ सम्मान करता है फ्लैग कमिटी ने भगवा झंडे की भी सिफारिश की थी, पर तिरंगा आया तो संघ ने पूरा सम्मान किया. संघ प्रमुख ने साफ किया कि हर स्वयंसेवक तिरंगे का पूरा सम्मान करता है संघ प्रमुख ने कहा कि जो संघ का विरोध करते हैं वो भी हमारे हैं और उनके विरोध में हमारी क्षति न हो इसकी चिंता हम ज़रूर करेंगे. संघ सर्व लोकयुक्त वाले लोगों का संगठन है और हम सबको जोड़ने के प्रयास में लगे रहते हैं, इसलिए सबको बुलाना हमारा प्रयास भी रहता है|


एक नज़र –
गौरतलब है की RSS जैसे संघटन को आज जनता के सामने आकर अपने उद्देश्य को आखिरकार क्यों साझा कर रहा है इसका सीधा सा संबध 2019 के लोकसभा के संदर्भ से है संघ की सर्व के रिपोर्ट में साफ़ हो चूका है की मोदी सरकार का आगामी लोकसभा चुनावों में हालात सही नहीं है वही दूसरी सभी विपक्षी पार्टियों ने महागठबंधन कर रखा है अब अगर लोकसभा में देश की जनता मोदी सरकार को नकार देती है तो संघ का हिन्दुत्व का एजेंडा अधुरा रह जाता है जिसके लिए RSS संघटन ने पर्दे के पीछे से काम करना शुरू कर दिया है ताकि भाजपा को दुबारा सत्ता पर काबिज़ कर सके |