जयपुर | राजस्थान युनिवर्सिटी के चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए , कुछ छुट -पुट घटनाओं को छोड़ |
इस बार के छात्र संघ चुनाव इस लिए भी रोचक रहे क्योकि इस बार निर्दलीय उमीदवार के रूप में बागी हुए प्रत्याशी
मजबूती से मैदान में खड़े रहे |इस बार राजस्थान युनिवर्सिटी के 22677 छात्रों में से कुल 11516 ही वोट डालने पहुंचे। जो कुल 50.78 प्रतिशत रहा। जो पिछले साल से 0.80 फीसदी कम है। फिलहाल मत पेटियों को सील बंद कमरे में रख दिया गया हा। इसके बाद 11 सितंबर को एकसाथ परिणाम जारी किए जाएंगे। राजस्थान यूनिवर्सिटी में एबीवीपी और एनएसयूआई के अलावा अध्यक्ष पद के 5 प्रत्याशी हैं।
मतदान पर एक नज़र –
राजस्थान युनिवर्सिटी में 50.76 फीसदी मतदान हुआ। यहां वोटिंग को लेकर छात्रों में अच्छा रुझान देखने को मिला। महारानी कॉलेज में 6374 छात्रों में से 2785 ने वोट डाले
। यहां 43.77 प्रतिशत पोलिंग हुई। यहां व्यवस्थाओं का जायजा लेने वीसी और वाइस चांसलर पहुंचे थे। कॉमर्स कॉलेज के 4265 छात्रों में से 1997 वोटर ही पहुंचे। यहां 46.82 फीसदी मतदान हुआ। इसका साथ राजस्थान कॉलेज में 61 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं महाराजा कॉलेज में 12 बजे तक 65.24% मतदान हुआ। लॉ कॉलेज में 75.54 फीसदी वोटिंग हुई।
ख़ास नज़र –
इस बार के राजस्थान युनिवर्सिटी चुनावों ने जब एक सर्व किया गया की क्या छात्र संघ चुनाव होने चाहिए तो छात्र -छात्रओं ने कहा की चुनाव हो लेकिन जैसे वर्तमान में हो रहे है वेसे नहीं आज छात्र अध्यक्ष बनने के चक्कर में नेता ,भू -माफियाओं तक की शरण में जाते है जिनका आशीर्वाद लेकर छात्र युनिवर्सिटी का चुनाव जितने में करोड़ो रुपए खर्च करते है कई बार तो गरीब घर के बच्चे अपने घर वालो की जमीन तक बिकवा देते है और फिर चुनाव में हार जाते है तो आप स्थिति को समझ सकते है | वर्तमान चुनाव प्रणाली को सुधारा जाना चाहिए ताकि पढने वाले छात्र -छात्रोओं का नुकसान ना हो |