राजस्थान: चुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला ये दांव

जयपुर। देश में होने वाले आम चुनाव से पहले चार राज्यों में विधानसभा का चुनाव का सेमीफाइनल होना है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने है। जहां पूरे देश में कांग्रेस लगातार अपनी जमीन खोती जा रही है। तो वहीं राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को काफी उम्मींद है।

जिसे देखते हुए पार्टी ने राज्य में चुनाव को लेकर खासी तैयारियां शुरु कर दी हैं। जानकारी के अनुसार पार्टी जल्द ही पीसीसी और एआईसीसी पदाधिकारियों की नियुक्ति के साथ ब्लॉक लेवल के पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार राजस्थान में पार्टी जातिगत समीकरण बिठाने के लिए हाईकमान प्रदेश में दो कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति कर सकता है।

आपको बता जिसे लेकर पीसीसी अध्यक्ष और अविनाश पांडे इसे लेकर हाईकमान से मंथन कर रहें है। आपको बता दें कि किरोड़ी मीणा के भाजपा में जाने के कारण काग्रेस जातिगत समीकरण पर ध्यान दे रहीं है। इसके अलावा कांग्रेस ब्राह्मण मताताओं की रिझाने के लिए ब्राह्मण नेता पर विचार कर सकती है। आपको बता दें कि भाजपा के घनश्याम तिवाडी की पार्टी से अनदेखी के चलते ब्राह्मण मतदाता पार्टी खासा नाराज हैं। और कांग्रेस उन्हे अपनी ओऱ रिझाने में कोई कमी नहीं छोड चाहती।

राजस्थान सरकार का यू-टर्न, अमराराम समेत सभी किसान नेता रिहा

जयपुर। अपनी मांगो को लेकर गिरफ्तार किए गए किसानो पर राजस्थान सरकार ने यू-टर्न लेते किसान नेता अमराराम समेत सभी किसान नेताओं को रिहा कर दिया। आपको बता दें कि अपनी मांगो को लेकर किसानों में रोष व्याप्त था। सूत्रों के अनुसार जिसके चलते किसान विधानसभा का घेराव करने के लिए जयपुर कूच कर रहे थे।

 

इस के लिए किसान रींगस में महापड़ाब डाले हुए हैं। लेकिन उससे पहले पुलिस ने किसान नेता आमराराम समेत 160 किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद किसान नेताओं की रिहाई समेत तमाम मांगों को लेकर सैकड़ों किसानों ने उग्र विरोध शुरू कर दिया था। इसके बाद राज्य के गृममंत्री गुलाबचंद कटारिया ने विधानसभा के दौरान सभी किसान नेताओं की रिहाई की घोषणा कर दी।

जेल से छूटने के बाद अमराराम ने चक्का जाम की घोषणा तो वापस ले ली। लेकिन इसके साथ ही उन्होने सरकार को भी किसान विरोधी बताते हुए जमकर कोसा। अमराराम ने कहा कि सरकार बिल्कुल सामंतशाही तरीके से काम कर रही है।

BJP ने आज जयपुर में उपचुनाव पर रणनीति को लेकर बुलाई बैठक

जयपुर। राजस्थान में आगामी उन्नतीस जनवरी को होने वाले अलवर एवं अजमेर लोकसभा व भीलवाड़ा जिले में माण्डलगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम दोनों पार्टियों के आला कमान तय करेंगे। उपचुनाव के लिए भाजपा ने आज जयपुर में उपचुनाव पर रणनीति को लेकर बैठक बुलाई और तीनों स्थानों के लिए अपने उम्मीदवार का चयन करने के लिए पैनल तय करके दिल्ली आला कमान को भेज दिया गया। अब आला कमान प्रत्याशियों के चयन का फैसला करेगा।

इसी तरह कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम भी कांग्रेस आला कमान तय करेगा। हालांकि कांग्रेस अलवर लोकसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी हैं और अजमेर लोकसभा एवं माण्डलगढ़ विधानसभा के लिए अपने प्रत्याशी का चयन करना हैं।

कांग्रेस ने आगामी तीन जनवरी को नई दिल्ली में एक बैठक बुलाई हैं जिसमें पार्टी प्रभारी एवं महामंत्री अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ नेता सी पी जोशी तथा पार्टी के अलवर एवं भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारी भाग लेंगे। बैठक में तीनों उपचुनाव को लेकर रणनीति पर विचार विमर्श किया जायेगा।

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