चेन्नई। तमिलनाडु में आरके नगर उपचुनाव के ठीक पहले राज्य की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता का एक वीडियो जारी हुआ है। यह वीडियो तब का है जब जयललिता इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वीडियो दिनाकरण गुट के एक नेता पी वेट्रीवेल ने जारी किया है। इसके सामने आने के बाद पूरे मामले में चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है और दिनाकरण पर केस दर्ज हो सकता है।
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आरके नगर उपचुनाव के लिए प्रचार थम चुका है और गुरुवार को मतदान होना है। ऐसे में जयललिता का यह वीडियो जारी किए जाने को आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है। जो वीडियो जारी हुआ है उसमें जयललिता जूस पीती नजर आ रही हैं। उनकी हालत काफी नाजुक दिख रही है। वीडियो आरके नगर उपचुनाव के ठीक एक दिन पहले जारी किया गया है जिसके बाद सियासी पारा गरमाने लगा है। माना जा रहा है कि दिनाकरण गुट ने जनता की सहानुभूति पाने की कोशिश में यह वीडियो जारी किया है।
वीडियो जारी करने के बाद पी वेटरवेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह वीडियो तब का है जब जयललिता का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। यह झूठ है कि उस दौरान उनसे कोई मिलने के लिए नहीं गया। वेटरीवेल ने आगे कहा कि हमारे पास वीडियो प्रूफ है और इसे जारी करने से पहले हमने कई दिनों तक इंतजार किया लेकिन अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा। जांच कमिशन ने अभी तक हमें समन नहीं किया है लेकिन हमे बुलाया जाता है तो हम यह वीडियो उन्हें सौंप देंगे।
बता दें कि पिछले साल 22 सितंबर को जयललिता की तबीयत बिगड़ने के बाद 5 दिसंबर को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था। इसके बाद से ही लगातार उनके इलाज और निधन को लेकर कई तरह के सवाल राजनीतिक दल उठाते आ रहे हैं। इसके चलते इस पूरे मामले की जांच के लिए एक जांच आयोग का भी गठन किया गया है।