राजस्थान विधानसभा उप चुनाव निर्वाचन और मतदान से जुड़ी तमाम जानकारी के लियें इस्तेमाल करें – ‘वेब रेडियो- हैलो वोटर्स‘

निर्वाचन और मतदान से जुड़ी तमाम जानकारी पाने का सशक्त माध्यम बना ‘वेब रेडियो-हैलो वोटर्स‘
विधानसभा उप चुनाव में मतदाताओं के लिए बन रहा मददगार वेब रेडियो
जयपुर, 5  मार्च। मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक और प्रेरित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग स्वीप (सिस्टेमैटिक वोटर्स एजूकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम) के तहत कई  तरह के नवाचार और प्रयोग करता रहा है। ऎसा ही एक प्रयोग ‘वेब रेडियो-हैलो वोटर्स‘ इन दिनों देश के अलावा प्रदेश वासियों को खासा रास आ रहा है। ‘हैलो वोटर्स‘ ऎसा प्लेटफार्म है, जहां मतदाता मतदान और चुनाव से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी वेबसाइट और मोबाइल एप पर सुनकर आसानी से जान सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 25 जनवरी, राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने अपने तरह का अनूठे ‘वेब रेडियो-हैलो वोटर्स‘ का शुभारंभ किया था। उन्होंने बताया कि आज के दौर में एफएम रेडियो युवा सहित हर वर्ग के लोगों में तेजी से जगह बना रहा है। आज की भागदौड़ की जिंदगी में लोग पढ़ने या देखने की बजाए अन्य काम करते हुए सुनना ज्यादा पसंद करते हैं। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए आयोग ने 24 घंटे चलने वाले ‘वेब रेडियो-हैलो वोटर्स‘ का आगाज किया है।
श्री गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट मबप.हवअ.पद के दाहिनी ओर ‘हैलो वोटर्स‘ लिंक दिखा देगा। कोई भी मतदाता लिंक पर क्लिक कर निर्वाचन से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि इसमें मुख्य निर्वाचन अधिकारी का संदेश, चुनाव की कहानियां, उत्साहवर्धक गीत, लोकतंत्र एक्सप्रेस, हम किसी से कम नहीं,  मतदान में विश्वास, एक भी वोटर छूटे ना, रेडियो ट्रेवलॉग, मस्ती-दोस्ती मतदान, मत एवं मतदान जैसे कई  कार्यक्रम 24 घंटे संचालित होते हैं और लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करते हैं।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री कृष्ण कुणाल ने बताया कि प्रदेश में हैलो वोटर्स के प्रमोशन और विभिन्न रचनात्मक संर्दभों के लिए डॉ. सुधीर सोनी को नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में मतदाता इस नवाचार के जरिए निर्वाचन संबंधी अपनी जानकारी में इजाफा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि डिजिटल मीडिया के इस उभरते माध्यम से न केवल मतदाताओं को रचनात्मक जानकारी मिलेगी बल्कि वे मनोरंजन और सूचना दोनों संदेशों के साथ इसमें अभिनवता के साथ जुड़ सकेंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश में उदयपुर की वल्लभनगर, राजसमंद जिले की राजसंमद, भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा और चूरू जिले की सुजानगढ़ विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव होने हैं।

 

 

 

राजस्थान की विधानसभा में भूतों का साया ! जानें क्या हैं पूरा मामला

राजस्थान विधानसभा में फिर दबी जुबा भूतों की चर्चा – विधायको गणों की मौत के साथ एक बार फिर चर्चा –

राजस्थान विधानसभा का नया भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तैयार ​किया गया था लेकिन ​इस भवन पर भूतों के साये की बात एक बार फिर सच साबित होती नजर आ रही है।

साल 2001 से लेकर 2020 तक की किसी भी बैठक में सदन के सदस्यों की संख्या पूरी नहीं हुई. इस दौरान कभी विधायकों के लोकसभा का चुनाव जीत जाने या कभी किसी की मृत्यु हो जाने से यह आंकड़ा कभी पूरा नहीं हो पाया। लेकिन कई विधायक और पूर्व मंत्री इस संयोग को भूत—प्रेत से जोड़ चुके है।

लेकिन जब भी एक या दो विधायक की मौत होती है तो और संख्या घटती है तो ये अफवाह फिर से अपना मजबूत होती है कि इस विधानसभा पर काला जादू है जो 5 साल तक किसी भी सरकार के कार्यकाल में 200 की संख्या नहीं हो पा रही है।

 

 

 

कोरोना काल में दो कांग्रेस और एक बीजेपी विधायक की मौत के बाद विधानसभा पर भूतों के साये की अफवाह गर्म हो गयी है और इसके समाधान को लेकर कुछ करने की बात भी की जा रही है। कई मौको पर विधायक यह कह चुके हैं कि इस भवन का एक हिस्सा श्मशान की जमीन पर बना हुआ है जिसके कारण ऐसा हो रहा है।

कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन इसके बाद मौजूदा सरकार के मंत्री भंवर लाल मेघवाल और बीजेपी की दिग्गज नेता किरण माहेश्वरी का निधन होना भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

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