लोकसभा उपचुनाव को लेकर सचिन पायलट ने दिया ये बड़ा बयान, कहा…

अजमेर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने दावा किया है कि राज्य में उन्नतीस जनवरी को होने वाले अजमेर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत होगी।

पायलट ने आज कांग्रेस प्रत्याशी रघु शर्मा के समर्थन में चुनाव प्रचार के अपने नसीराबाद दौरे के दौरान पत्रकारों से कहा कि भाजपा शासन ने गत चार वर्ष के शासन में कोई विकास कार्य नहीं किया और आज जब चुनाव सिर पर है तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अजमेर की याद आ रही है। उन्होंने कहा कि इस बार जनता कांग्रेस के साथ है इसलिए वह उपचुनाव जीतेगी।

उधर उपचुनाव के मद्देनजर पींसागन क्षेत्र में जिला देहात कांग्रेस का सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या मे कांग्रेसियों ने भाग लिया। इस मौके कांग्रेस के अन्य पिछड़ा वर्ग से जुड़े नेताओं ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया वे कांग्रेस प्रत्याशी को जीताने के लिए जी जान से जुट जाये।

अजमेर उपचुनाव: BJP और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने दाखिल किया नामांकन पत्र

जयपुर। अजमेर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिये आज भाजपा के उम्मीदवार रामस्वरूप लांबा और कांग्रेस के प्रत्याशी रघु शर्मा ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। नामांकन पत्र दाखिल करने के लिये दोनों उम्मीदवार अपनी-अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों के साथ पहुंचे थे।

अजमेर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार रामस्वरूप लांबा पूर्व केन्द्रीय मंत्री सांवरलाल जाट के पुत्र है। सांवरलाल जाट का पिछले वर्ष दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था। कांग्रेस उम्मीदवार रघु शर्मा कांग्रेस के पूर्व विधायक है। राजस्थान मे अजमेर-अलवर लोकसभा सीटों और भीलवाडा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव 29 जनवरी को होगा।उपचुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की आज अंतिम तिथि है और नामांकन पत्रों की जांच कल की जायेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 15 जनवरी है।

 


पिछले वर्ष अजमेर के भाजपा सांसद सांवर लाल जाट, अलवर के भाजपा सांसद चांदनाथ और मांडलगढ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी के निधन के कारण इन सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है।

अजमेर: 40 साल बाद कांग्रेस ने खेला ऐसा दांव –

जयपुर। राजस्थान की अजमेर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ही होंगे। करीब 40 साल बाद कांग्रेस ने अजमेर संसदीय सीट पर किसी ब्राह्मण पर दांव लगाया है। वहीं भाजपा ने सांवर लाल जाट के निधन से सहानुभूति लहर के भरोसे जाट कार्ड खेला है। किसका दांव सही पड़ेगा यह परिणाम बताएगा। अजमेर लोक सभा संसदीय सीट का इतिहास देखा जाए तो किसी जाति वर्ग का सांसद सबसे ज्यादा बार चुना गया तो वह ब्राह्मण वर्ग है। 1945 से लेकर 1977 तक तीन बड़े राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सैनानी अजमेर लोक सभा सीट से चुने गए। यह सभी ब्राह्मण वर्ग से थे। इसमें मुकुट बिहारी लाल भार्गव, ज्वाला प्रसाद शर्मा और बीएन भार्गव के नाम शामिल हैं। यह तीनों ही कांग्रेस से थे।

 

40 साल के लंबे अंतराल मे बाद अब एक बार फिर कांग्रेस ने ब्राह्मण पर भरोसा जताया है। अजमेर में बड़ा वोट बैंक होते हुए भी ब्राह्मण समाज राजनीतिक रूप से उपेक्षित महसूस करता रहा है। गाहे बगाहे सामाजिक मंचों से समाज की यह व्यथा कई बार सामने आई भी है। मौजूदा हालात में कांग्रेस को भरोसा है कि ब्राह्मण सहित अन्य सामान्य वर्ग से जुड़े वोटर इस बार अहम साबित होंगे।

 

जीवन परिचय

 

राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष रहे। भिनाय से दो और जयपुर लोक सभा सीट से एक बार चुनाव लड़ चुके हैं। 2009 में केकड़ी विधानसभा से सीट लड़ा और त्रिकोणीय मुकाबले में जीते।पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित सीपी जोशी व सचिन पायलट तीनों से ही उनका बेहतरीन तालमेल। प्रदेश कांग्रेस में अभी उपाध्यक्ष हैं, युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। अजमेर संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किए गए रघु शर्मा मूलत: अजमेर जिले के सावर गांव के निवासी हैं।

 

उन्होंने वर्ष 1982-83 में एलएलबी किया। वर्ष 1986-87 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से एमबीए किया। राजस्थान यूनिवर्सिटी से ही उन्होंने डाक्टरेट की। डॉ. शर्मा केकड़ी के पूर्व विधायक (2008-2013) और विधानसभा में मुख्य सचेतक भी रहे हैं। वे पूर्व में जयपुर लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं।

राजस्थान: BJP के रामस्वरूप लांबा और कांग्रेस के रघु शर्मा के बीच होगा कड़ा मुकाबला – सूत्र

अजमेर। अजमेर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के रामस्वरूप लांबा और कांग्रेस के डॉ. रघु शर्मा के बीच ही मुकाबला होने के आसार हैं। हालांकि दोनों ही दलों ने अभी अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। भाजपा प्रदेश इकाई पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सांवर लाल जाट के पुत्र ररामस्वरूप लांबा का इकलौता नाम केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज चुकी है, वहीं कांग्रेस में भी कमोबेश डॉ. रघु शर्मा के नाम पर सहमति बन जाने की चर्चा है।

 

अजमेर लोकसभा उपचुनाव के लिए बुधवार से नामांकन शुरू हो गए लेकिन अब तक कांग्रेस ने प्रत्याशी को लेकर अधिकृत रूप से घोषणा नहीं की है। वहीं पूर्व मुख्य सचेतक व केकड़ी से पूर्व विधायक डॉ रघु शर्मा के नाम पर सहमति बनने की चर्चाएं बुधवार को भी बनी रही। यह भी चर्चा रही शर्मा के नजदीकी कुछ कार्यकर्ता चुनाव कार्यालय के लिए श्रीनगर रोड पर मकान तलाश रहे हैं। बताया जाता है कि एक भवन को लेकर नगर निगम से यह भी पड़ताल की गई है कि इसका यूडी टैक्स या अन्य कोई कर तो बकाया नहीं है। चुनाव कार्यालय को लेकर बाद में किसी तरह का विवाद नहीं हो, इसलिए पहले ही जांच पड़ताल की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस इंतजार में है कि पहले भाजपा की ओर से प्रत्याशी की घोषणा हो जाए। यह भी संकेत मिले हैं कि 5 या 6 जनवरी को घोषणा की जा सकती है। इधर प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दिल्ली में अजमेर के प्रभारी व पार्टी महासचिव अविनाश पांडे सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से प्रत्याशी चयन को लेकर विचार विमर्श किया, लेकिन देर रात तक कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई।

अजमेर उपचुनाव: इस शख्स को चुनावी मैदान में उतार सकती है कांग्रेस

अजमेर। लोकसभा उपचुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम जारी हो चुका है और बुधवार से नामांकन भरने की शुरुआत हो जाएगी, लेकिन कांग्रेस व भाजपा दोनों ने ही अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। हाल ही में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के चुनाव नहीं लड़ने की खबर के बाद मजबूत प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्य सचेतक व केकड़ी से विधायक रहे डॉ. रघु शर्मा का नाम चर्चा में आया था। अब शर्मा के नाम पर मुहर लगाई जा सकती है। मंगलवार को दिनभर यह चर्चा रही कि शर्मा का नाम फाइनल हो गया है लेकिन अधिकृत रूप से देर रात तक कोई घोषणा नहीं हुई।

पायलट के चुनाव नहीं लड़ने संबंधी खबरों के बाद भास्कर ने कांग्रेस के संभावित नामों में डॉ. रघु शर्मा को सबसे प्रबल व मजबूत प्रत्याशी बताते हुए समाचार भी प्रकाशित किया था। अब शर्मा का नाम की ही लगातार चर्चा है। मंगलवार को तो सोशल मीडिया पर शर्मा का नाम फाइनल हो जाने संबंधी चर्चा चलती रही। मौजूदा हालात में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं पर नजर डाली जाए तो शर्मा अजमेर जिले में एक मात्र ऐसे कांग्रेसी नेता हैं जो विपक्ष में रहते हुए बेहद सक्रिय व मुखर हैं।

शर्मा ने हालांकि लोकसभा उप चुनाव के लिए दावेदारी पेश नहीं की है लेकिन उन्होंने यह कहा कि पार्टी उनको जिम्मेदारी देती है तो चुनाव लड़ेंगे। शर्मा की ओर से यह भी स्पष्ट संकेत है कि चुनाव का नतीजा जो भी रहे अगर जरूरत पड़ी तो केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से वे प्रत्याशी रहेंगे। अजमेर से प्रत्याशी को लेकर सचिन पायलट से कुछ समय पहले पत्रकार वार्ता के दौरान सवाल पूछा गया था।पायलट ने इस सवाल पर दिए जवाब में कहा था कि भाजपा सत्ता में है पहले वह अपना प्रत्याशी घोषित करे इसके बाद कांग्रेस करेगी। इसे देखते हुए यही लगता है कि अजमेर में कांग्रेस अधिकृत रूप से अपने पत्ते तभी खाेलेगी जब भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित कर देगी।

 

अंतिम तिथि 10 जनवरी, नाम वापसी 15 तक

 

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अजमेर संसदीय उप चुनाव के लिए अधिसूचना 3 जनवरी को जारी होगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) गौरव गोयल ने बताया कि नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 10 जनवरी रहेगी। तत्पश्चात 11 जनवरी को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। अभ्यर्थी अपना नाम वापस 15 जनवरी सोमवार तक ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान 29 जनवरी सोमवार को होगा तथा मतगणना एक फरवरी को होगी।

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