कल किसानों से वार्ता करेगी केन्द्र सरकार, जानें किसान आंदोलन का हाल

जब से संसद में तीनों कृषि कानून को पास किया गया है तब से इन बिलों का विरोध किया जा रहा है। पिछले एक महीने से तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर देशभर के किसानों का जमावड़ा जमा हुआ है। इस आंदोलन के दौरान सरकार और किसानों की बीच कई बार वार्ता हुई है लेकिन इसके अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।

खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि सरकार ने किसान संगठनों को 30 दिसंबर को दोपहर दो बजे दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में बातचीत करने के लिए बुलाया है। सरकार द्वारा किसान 40 किसान संगठनों के नेताओं को पत्र लिखकर कहा है कि है, ”अनुरोध है कि 30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री स्तरीय समिति के साथ समाधान हेतु इस बैठक में भाग लेने का कष्ट करें।”

किसान संगठनों का कहना था कि उनकी चार मांगे है जिनमें इसमें सबसे पहला मुद्दा कृषि कानूनों को रद्द करने का रखा गया तो दूसरा एमएसपी को कानून बनाना है। पिछले एक महीने से किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रूपरेखा तैयार कर रखी है जिसके कारण हर दिन यह आंदोलन व्यापक होता जा रहा है।

सरकार बार—बार किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है कि इस बिल से किसानों का भला होगा लेकिन फिर भी किसान विपक्ष के बहकावे में आकर आंदोलन कर रहे हैं। जबकि किसानों की मांग है कि सरकार इन बिलों को खत्म करके एमएसपी को कानूनी अधिकार बनाये। किसानों के इस आंदोलन को देश भर के राजनीतिक दलों के साथ कई संगठनों का सहयोग मिल रहा है जिसके चलते किसानों का हौसला मजबूत है। किसानों को बार्डर पर सभी प्रकार की परेशानियों के साथ उन्हें कुछ उम्मीद भी उन लोगों से बनी है जो इस आंदोलन को समर्थन करने के​ लिए उनका हौसला बड़ा रहे है।

राजस्थान उपचुनाव: राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने संभाली चुनाव प्रचार की कमान

अलवर। लोकसभा उपचुनाव में राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार की कमान सम्भाल ली है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ओर कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने अलवर पहुँच कर पार्टी को मजबूत करने के लिए पार्टी ने नेताओ से बैठक के बाद चुनावी सभाएं शुरु कर दी है। दोनो पार्टियों के नेताओ ने अपनी अपनी जीत का दावा किया है।अलवर लोकसभा उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होता दिखाई दे रहा है। इसलिए दोनों पार्टियां चुनाव प्रचार में पूरा दमखम के साथ जुट गई और चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने आज अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अकबरपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया और भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल को जमकर कोसते हुए कहा भाजपा के कुशासन से आम जनता त्रस्त हो गई। इसलिए जनता इस उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। मीडिया से बात करते हुई उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीनो जगह अलवर, अजमेर ओर मांडलगढ़ से उपचुनाव जीत रही है। भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। भाजपा लोगो को धमका कर वोट मांगने का काम कर रही है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दावा किया कि अलवर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की है। भाजपा पूरी तरह से बौखला गई है। राजपूत समाज सहित सभी 36 बिरादरी कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ी है। इधर भाजपा के परनामी ने अलवर शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली तथा किशनगढ़बास विधान सभा क्षेत्र में भाजपा के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की नीति के आधार पर राजनीति करती है और समाजो के नाम पर लोगो को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा अलवर जिले के मतदाता समझ चुका है की भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो उनका विकास कर सकती है। उन्होंने कहा अलवर जिले भाजपा के शासन काल मे 6500 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक विकास कार्य हुए है।

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