जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेशभर के कार्मिकों को जनता की सेवा के लिए ‘थिंक बिग, वर्क बिग एंड हैल्प बिग’ का मूलमंत्र दिया। उन्होंने कहा कि हम किसी भी पद पर पहुंच जाएं, लेकिन कभी अहंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि सफलता का पहला सूत्र सबका सम्मान है। राज्य सरकार ने भी इसी सोच के साथ कार्य करते हुए हर वर्ग के समग्र विकास का प्रयास किया है। सीएम राजे गुरुवार को सचिवालय परिसर में आयोजित राज्य सचिवालय कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को जनता की सेवा का विशेष अवसर मिला है। इसलिए वे पूरी निष्ठा और सद्भाव के साथ काम करते हुए आमजन की तकलीफों को दूर करने की हर सम्भव कोशिश करें। उन्होंने कहा कि सचिवालय में प्रदेश के किसी भी कोने से कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आए तो वह यहां से चेहरे पर मुस्कान लेकर जाए।
2.5 लाख करोड़ के कर्ज के बावजूद सातवां वेतनमान लागू किया: मुख्यमंत्री राजे ने इस अवसर पर कहा कि जब हमने पिछली बार सत्ता में आने के बाद प्रदेश सम्भाला तो कई मुसीबतें सामने खड़ी थीं, लेकिन जब हम दुबारा सत्ता मे आए तो स्थिति और ज्यादा विकट मिली। इसके बावजूद हमने सभी समस्याओं का समाधान निकाला और किसान, युवा, महिला, बुजुर्गों सहित हर वर्ग को राहत दी।उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के कल्याण में भी सरकार ने कोई कमी नहीं रखी। देश के कई राज्यों में अभी तक 7वें वेतनमान का लाभ नहीं दिया गया है, लेकिन ढाई लाख करोड़ से भी अधिक के कर्जे के बावजूद राज्य में 7वां वेतनमान लागू किया गया।
इसके साथ ही डीपीसी के लिए अनुभव में शिथिलता, दो वर्ष की चाइल्ड केयर लीव, स्वास्थ्य बीमा की राशि में बढ़ोतरी, सचिवालय में क्रेच तथा तीसरी संतान सम्बंधी नियमों में शिथिलता सहित कई निर्णय कर्मचारियों के हित में लिए। एक लाख 30 हजार पदों पर भर्ती : सीएम राजेे ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तब एक लाख 80 हजार पदों पर स्थायी नियुक्तियां दी हैं। साथ ही एक लाख 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कार्मिकों की अन्य सभी वाजिब मांगों को भी पूरा करने का प्रयास कर रही है।