विजय दिवस 2020 : इंदिरा गांधी ने दिखाया था अपना रूद्र रूप, 13 दिन में जीत लिया युद्ध

आज का दिन हर भारतीय के लिए गर्व का वह दिन है जब भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक ऐसा ​फैसला लिया जो इतिहास के पन्नों में विजय दिवस के रूप में जाना जाने लगा। बात करें 16 दिसंबर 1971 की तो वह दिन भारतीय सेना के साथ हर भारतीय के लिए गर्व का दिन था इस दिन भारतीय सेना के अदम्य साहस, वीरता की कहानी इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गयी।

16 दिसंबर  1971 वो दिन भारत के इतिहास में एक नया अध्याय बना ​उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री इं​दिरा गांधी ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को नजरअदांज करते हुए पाकिस्तान पर आंक्रमण कर दिया और उसके दो टूकड़े करके पाकिस्तान को ऐसा घाव दिया जो सदियों तक उसको चुभता आ रहा है। इंदिरा गांधी ने अमेरिका की चेतावनी के बाद भी पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और नया देश बनवा दिया ऐसा करना किसी महिला प्रधानमंत्री के लिए बहुत हिम्मत की बात है।

बताया जाता है कि 3 दिसंबर को पाकिस्तान ने भारत के 11 एयरफील्ड्स पर हमला किया था। इसके बाद यह युद्ध शुरू हुआ और महज 13 दिन में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को खदेड़ दिया था। बताया जाता है कि पाकिस्तान के 93000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करते हुए सेना सामने हथियार डाल दिए थे।

इंदिरा गांधी को दुर्गा का अवतार भी कहा जाता है क्योंकि एक महिला होते हुए उन्होंने इतना बड़ा फैसला किया जो किसी चमत्कार से कम नहीं था। उस समय अमेरिका भी इंदिरा को पंसद नहीं करता था इसके बावजूद इंदिरा अमेरिका को किनारे करते हुए पाकिस्तान के दो टूकड़े कर दिये।

BJP नेता सुब्रमण्यम बोले- युद्ध की तैयारी करो और पाकिस्तान के कर दो टुकड़े

इंटरनेट डेस्क। सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग पर BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आक्रामक तेवर दिखते हुए कहा कि वो शुरुआत से कहते आ रहे हैं कि युद्ध की तैयारी करो और पाकिस्तान के चार टुकड़े कर दो।

उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान ने सारी हदें पार कर दी हैं। पाकिस्तान की इन हरकतों से अब चीन भी परेशान होने लगा है। इतना ही नहीं चीन भी पाकिस्तान को चेतावनी दे चुका है। आपको बता दें कि नए साल की शुरुआत से अब तक हुए संघर्ष विराम उल्लंघन में सुरक्षाबलों के 9 जवान समेत करीब 17 लोग मारे गए हैं जबकि 70 लोग घायल हुए हैं।

पाकिस्तान ने रविवार को जम्मू कश्मीर में सुंदरबनी से लेकर पुंछ तक नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी की। इसमें एक सैन्य अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गए। फायरिंग की वजह से सीमा के 5 किमी के दायरे में 84 स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है।

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