TMC में शामिल हुई पत्नी, तलाक का नोटिस भेजेंगे बीजेपी सांसद पति

पश्चिम बंगाल चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे है और लेकिन इस बीच बीजेपी सांसद सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता ने टीएमसी में शामिल होने की खबर सबको हैरान कर रही है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं के बीच सुजाता ने बीजेपी को छोड़कर टीएमसी की सदस्यता ले ली। पत्नी के इस फैसल के बाद नाराज सांसद सौमित्र खान ने अपनी पत्नी को तलाक देने की तैयारी कर ली है।

टीएमसी में शामिल होने के बाद सुजाता मंडल ने कहा कि बीजेपी में अब केवल अवसरवादियों को जगह दी जा रही है जो कार्यकर्ता मेहनत कर जीत हासिल करता है उसको कोई भाव नहीं देता है। सुजाता ने कहा कि हमने बीजेपी के लिए बहुत कुछ किया है और इसके बाद भी हमारे लिए बेजीपी में कोई सम्मान नहीं बचा तो हमारा वहां रहना उचित नहीं है।

सुजाता मंडल ने कहा कि टीएमसी को छोड़कर बीजेपी में आने वाले नेताओं को कैसे शुद्ध किया जाता है। सुजाता मंडल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अभी ही बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई एक दावेदार नहीं है यहां सीएम और डिप्टी सीएम के कई दावेदार है जो बीजेपी के लिए ही नुकसान दायक साबित होगा। सुजाता मंडल के टीएमसी ज्वॉइन करने से उनके पति और बीजेपी सांसद सौमित्र खान बहुत नाराज है उन्होंने तलाक देने की तैयारी कर ली है।

बताया जा रहा है कि सौमित्र खान और सुजाता के बीच कई दिनों से पर्दे के पीछे जो लड़ाई चल रही थी वह अब खुलकर सामने आ गई है। पत्नी सुजाता की सांसद सौमित्र खान की जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और तृणमूल कांग्रेस सरकार ने सुजाता के बांकुरा इलाके में जाने पर रोक लगा दी थी।

शहरी निकाय चुनाव: बीजेपी का सूपड़ा साफ,कांग्रेस को मिली संजीवनी तो निर्दलीय ने मारी बाजी

राजस्थान के शहरी निकाय चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा वार्डों में जीत दर्ज करके अपनी साख बचाने में कामयाब रही तो दूसरी तरफ बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इन चुनावों में कांग्रेस नंबर एक पर रही तो दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी रहे हैं जबकि बीजेपी तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। जानकरों की माने तो शहरी इलाका बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है इस चुनाव में
जनता ने सभी जानकारों को फेल कर दिया है।


राजस्थान के 12 जिलों की 50 नगर निकाय में 43 नगर पालिका और 7 नगर परिषद के 1775 वार्डों के परिणाम 2020:

1. कांग्रेस को 620 वार्डों में जीत हासिक करके नंबर की पार्टी बनी है।
2. निर्दलीयों को 595 वार्ड जीतकर दूसरे स्थान पर रहे।
3. बीजेपी को 548 वार्डों में जीत मिली, जिसके कारण वह तीसरे स्थान पर चली गयी।

इन चुनावों में कांग्रेस नबंर एक पार्टी तो लेकिन वह केवल अपने दम पर 16 निकायों में अपना अध्यक्ष बना सकती है जबकि उसके 5 विधायक के दम पर ही वह अकेली बोर्ड बनाने कामयाब रही है। हालाकि पार्टी के 18 विधायकों और 4 मंत्रियों के क्षेत्रों में निकाय चुनाव में कांग्रेस बहुमत से दूर रह गई जहां निर्दलीयों का बोलबाला ज्यादा रहा है। इसके बाद भी कांग्रेस 40 बोर्ड बनाने का दावा कर रही है।


अगर बात करें 2015 के 50 निकाय चुनाव की तो उस समय 34 शहरों में बीजेपी अपना कब्जा जमाया तो और कांग्रेस पिछले साल की तुलना में सिर्फ 4 सीटे अधिक जीतने में कामयाब हुई है। लेकिन इस बार प्रदेश के तीस ऐसे निकाय हैं, जहां निर्दलीय अहम भूमिका में दिखते हुए नजर आ रहे हैं।

ग्रामीणों ने निर्वाचन आयोग को दिखाया आईना – उठे सवाल

ग्रामीणों ने निर्वाचन आयोग को दिखाया आईना आयोग के दावे पर उठने लगे सवाल –

भोपाल। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कांताराव 28 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव को लेकर दिन भर प्रेस ब्रीफिंग के जरिये भले ही मतदान बहिष्कार की सूचनाओं का खंडन करते हुए शेखी बघारते रहे हो …लेकिन शनिवार को निर्वाचन आयोग को उस समय बड़ा झटका लगा तब इछावर विधानसभा क्षेत्र के गऊखेड़ी गांव के सात सौ मतदाताओं ने मतदान बहिष्कार की जानकारी दी। चुनाव के दौरान यह शायद पहला मौका होगा जब ग्रामीणों ने विकास न होने की बात को लेकर मतदान का सार्वजनिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया होगा .. गऊखेड़ी गांव के निवासी दौलत राम ने बताया कि सत्तर साल में भले ही प्रदेश में विकास हुआ हो और विकास के नाम पर करोड़ो

रूपये का विज्ञापन बांटा गया हो …लेकिन गऊखेड़ी गांव में विकास आते आते बूढ़ा हो जाता है …यह गांव कहीं और नहीं बल्कि शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में स्थित है …लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कभी भी इस गांव में आज तक झांकने भी नहीं गए…गांव में न तो सड़क है न ही सिचाई के साधन और न ही ढंग का कोई स्कूल…अगर गांव में कुछ है तो भूख है लाचारी है बेरोजगारी और बीमारी है …गांव के निवासी जीवन सिंह पटेल ने बताया कि हम लोगों के पास अगर कुछ जमा पूंजी के नाम पर है तो केवल स्मृतियां है …वह भी स्मृतियां ऐसी जिन्हें हम तस्वीरों में यात्राओं के दौरान देखे है …सिचाई के अभाव में गांव की 12 सौ एकड़ जमीन बंजर है ….जब कोई चुनाव आता है तब कुछ लोग सफेद कपड़ा पहनकर बघ्घी में सवार होकर वोट मांगने के लिए जरूर आते है …इन लोगों को देखकर लगता है कि यह धरती से नहीं बल्कि आसमान से टपके हुए कोई फरिस्ते हो…गांव के बच्चे आठवी के बाद पढ़ नहीं पाते …कारण की आठवीं के बाद गांव में कोई स्कूल नहीं …बच्चो की पढ़ने की बहुत ही तमन्ना है …लेकिन हम लोगों का दुर्भाग्य कहिये की हम लोग अपने बच्चों के सपनो के हत्यारे है …. क्या करे अखबारों में शिवराज जी विकास का रथ लेकर ऐसे दौड़ते है जैसे सूरज का कोई सातवां घोड़ा उनके पास हो …पिछले पंद्रह साल से हम लोग के कान भी घोड़ो के टॉप की आवाज सुनने के लिए तरस रहे है …लेकिन वह विकास नहीं आया .. अमरीका वाली सड़क भी नहीं आई ….
ग्रामीणों के गुस्से को देखकर यही एहसास हुआ कि आज सही मायने में कोई जागरूक हुआ हो …ग्रामीणों के साहस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों ने कलेक्टर को सूचित करके मतदान का बहिष्कार किया … ग्रामीणों के इस एलान के बाद जिला पंचायत अधिकारी गांव पहुंचते है और गांव वालों को धमकाते है कि अगर मतदान का बहिष्कार करोगे तो राशन कार्ड बन्द कर दिया जाएगा …अधिकारी को उसी अंदाज में ग्रामीणों ने जवाब देकर बेरंग लौटा दिया कि सांसे तो नहीं बन्द करोगे …ग्रामीणों ने कांताराव को बताया कि जब तक हमारे गांव में विकास का घोड़ा नहीं दौड़ेगा तब तक हम मतदान का बहिष्कार करते रहेंगे ….
आज सही मायने में किसी ने अपना कलेजा निकालकर धरती पर रखने का साहस दिखाया होगा।।

story by – nitish mirsh

प्रोफेसर पदों पर बम्पर भर्ती, जल्द करें आवेदन

जॉब डेस्‍क: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग में 2968 सहायक प्रोफेसर पदों के लिए भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। नौकरी से जुड़ी पूर्ण जानकारी आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं।

रिक्ति का नाम: सहायक प्रोफेसर

शिक्षा की आवश्यकता: Any Post Graduate, M.Phil/Ph.D amzn_assoc_ad_type =”responsive_search_widget”; amzn_assoc_tracking_id =”politico24x7-21″; amzn_assoc_marketplace =”amazon”; amzn_assoc_region =”IN”; amzn_assoc_placement =””; amzn_assoc_search_type = “search_widget”;amzn_assoc_width =”auto”; amzn_assoc_height =”auto”; amzn_assoc_default_search_category =”Books”; amzn_assoc_default_search_key =”gk”;amzn_assoc_theme =”light”; amzn_assoc_bg_color =”FFFFFF”; //z-in.amazon-adsystem.com/widgets/q?ServiceVersion=20070822&Operation=GetScript&ID=OneJS&WS=1&Marketplace=IN

रिक्तियां: 2968 पोस्ट

अनुभव: 5 – 8 वर्ष

नौकरी करने का स्थान: इंदौर

आवेदन करने की अंतिम तिथि: 24/01/2018

चयन प्रक्रिया:
चयन या तो लिखित परीक्षा / कार्मिक साक्षात्कार / अन्य मोड के आधार पर मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन MPPSC मानदंड या निर्णय द्वारा किया जाएगा।

वेबसाइट : http://www.mppsc.nic.in

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