राजस्थान – उपचुनावों में कौन आगे , गहलोत या राजे – ख़ास रिपोर्ट
जयपुर। राजस्थान में सोमवार को दो लोकसभा एवं एक विधानसभा उपचुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गए। जिसमें सर्वाधिक मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव में करीब 79 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि अजमेर लोकसभा उपचुनाव में 65 से अधिक तथा अलवर लोकसभा उपचुनाव में लगभग 62 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।


रोहित कुमार ने बताया कि मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे शुरु हुआ और जो शुरुआत में धीमा रहा और बाद में मतदान का प्रतिशत बढ़ता गया। उन्होंने बताया कि इसी तरह अजमेर लोकसभा उपचुनाव के लिए मतदान शुरु होते ही पहले घंटे में 05.22 प्रतिशत इसके बाद दोपहर बारह बजे 28.36 प्रतिशत तथा सायं चार बजे 56.61 प्रतिशत और शाम छह बजे तक 65.20 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी तरह अलवर में पहले घंटे में 05.41 प्रतिशत दोपहर बारह बजे तक 28.15 प्रतिशत तथा अपराह्न चार बजे 56.26 प्रतिशत और शाम छह बजे तक 61.86 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सूत्रों व् सर्व के आधार पर कहा जाए तो उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी अलवर से जीतती दिख रही है तो सबसे हॉट सीट अजमेर से रामस्वरूप लांभा व् कांग्रेस के रघु शर्मा के बीच कड़ी टक्कर रहने वाली है जिसमे रामस्वरूप लांभा कुछ करीबी वोटो से जीत सकते है , वही मांडल गढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी व् निर्दलीय प्रत्याशी के बीच करीबी मुकाबला रहेगा |
नोट – यह सर्व मतदाता ओं के आधार पर लिया गया है अंतिम परिणाम ही सटीक माने जाये |
लोगो के सर्व के आधार पर संवादाता हेमंत जांगिड ने बताया की उपचुनावों में लोगो का रूझान कांग्रेस पार्टी की और ज्यादा देखने को मिल रहा है | अब जमीनी वास्तविकता तो उपचुनावों के परिणाम ही सटीक बतायेगे . की जनता भाजपा पर विश्वास बनाये रखती है या बदलाव कर कांग्रेस को मौखा देती है |
एक फरवरी को भी तीनों निर्वाचन क्षेत्रों की प्रत्येक राउंड की मतगणना की सूचना विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। यह सूचना सीधे मतगणना स्थल से रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा अपलोड की जाएगी। मतदान के साथ ही तीनों सीटों पर सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस प्रत्याशियों सहित 42 उम्मीदवारों का भाग्य मत पेटियों मेें बंद हो गया। इन सीटों के लिए मतगणना एक फरवरी को होगी और तीन फरवरी तक निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ख़ास नजर – राजस्थान उपचुनाव में सत्ता रूढ़ भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने अपना पूरा दम-ख़म दिखाया है | दोनों ही पार्टीयो ने उपचुनाव को आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावो से पूर्व के सेमी फायनल के रूप में लिया है इसलिए तीनो उपचुनाव क्षेत्रो में दोनों ही मुख्य पार्टियों ने स्टार प्रचारक के रूप में दिग्गज नेता ओं को मैदान में बहुत पहले ही उतार दिया था . जब इन नेताओं से समीकरण सटीक नहीं बेठा तो पार्टी के शीर्ष नेता ओं ने चुनाव मैदान संभाला और पल -पल बदलते राजनीती समीकरणों के आधार पर मतदाताओं को लुभावने हेतु नई -नई योजना बना कर प्रत्येक मतदाता तक पहुँच कर जनसंपर्क साधा |
मुख्यमंत्री राजे – मुख्य संवादाता पवन देव ने बताया की ,राजस्थान के इन उपचुनाव ओं में कांग्रेस ,बीजेपी ने पूरा दम -ख़म दिखाया है |
जहाँ सी एम् राजे उपरोक्त तीनो सीटो पर बीजेपी का परचम लहराना चाहती है इस लिए उपचुनाव में सी एम् वसुंधरा राजे ने स्वंम चुनावी कमान संभाली और रोड शो कर अधिक -अधिक जनता की बीच पहुंची है ताकि यह साबित हो जाये की सी एम् राजे के करिश्माई नेतृत्व के कारण राजस्थान की जनता सी एम् राजे पर अभी भी विश्वास करती है और आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों में एक बार फिर से भाजपा सत्ता में रहेगी |
दूसरी और कांग्रेस पार्टी में अपना खोया जमीनी स्तर तलाशने हेतु इन उपचुनाव में कोई खामी नहीं छोड़ी है , जहाँ एक और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलवर की कमान संभाली तो अजमेर सबसे हॉट सीट पर कांग्रेस के वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलेट हर मोर्चे पर डटे रहे ,वही विधानसभा सीट मांडल गढ़ सीट पर सी पी जोशी ने कमान संभाली है , कुल मिलाकर कहा जाये तो राजस्थान के उपचुनाव सेमी फ़ाइनल ना होकर फायनल की तरह रहा है |
story – politico24x7.com/ news team
{ajmer / alwar / mandalghad }
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