राजस्थान – कांग्रेस सरकार का संकट टला – कांग्रेस का बहुमत पारित – सचिन पायलट का दर्द झलका 

#विधानसभा सत्र 

 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने व्यंग्य बानों से भाजपा के दिग्गज नेताओं पर  कसीदे पढ़ें – शायरी पढ़ी –

 ” तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा

          मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है  “

का इशारा राजेन्द्र राठोड पर करते हुयें तंज कसा इसके साथ ही केंद्र सरकार  व्  भाजपा के गुलाब चंद कटारिया व् सतीश पूनिया को आड़े हाथ लिया और लोकतंत्र के मायने समझायें –

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जयपुर | राजस्थान में चल रहें सियासत उठापटक अब खत्म – कांग्रेस सरकार का बहुमत सदन में पारित हो गया अशोक  गहलोत आज चिंता मुक्त नज़र आयें . सरकार की और से संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने प्रस्ताव पेश किया , प्रस्ताव पेश कर शांति धारीवाल ने कहा की केंद्र सरकार के इशारे पर मध्य प्रदेश ,गोवा  में चुनी हुई सरकार को गिराया गया हैं धन बल और लोकतंत्र के बदोलत मिली ताकत का केंद्र सरकार गलत इस्तेमाल कर रही हैं लेकिन राजस्थान में भाजपा का षडयंत्र कामयाम नहीं होने वाला हैं  |

 

सचिन पायलट का कुर्सी को लेकर दर्द झलका – 

आज सदन में सचिन पायलट को बहुत बुरा लगा जब उनकी कुर्सी पहली लाइन से अंतिम छौर पर लगी मिली , सचिन में अपने व्यक्तव्य में कहा – आज जब में सदन में आया तो देखा मेरी कुर्सी अंतिम छौर में लगी हैं जब में सरकार में सुरक्षित था तब में पहली पंक्ति में बैठता था लेकिन आज में यह सदन में कहना चाहता हूँ आज मेरी कुर्सी विपक्ष के पास बॉर्डर पर लगा दी गई हैं लेकिन में कहना चाहता हूँ बॉर्डर पर उसी सिपाही को भेजा जाता हैं जो बहादुर हो और में कहना चाहता हूँ की में कांग्रेस पार्टी का वो बहादुर सिपाही हूँ जो कवच – भाले के साथ बॉर्डर पर तेनात हूँ , हमे और हमारे साथी विधायको को जो कहना था वह हम उचित स्थान पर कहे चुके हैं बाकी समय सभी सवालों का जवाब देगा

 

राजस्थान विधानसभा की आगें की कारवाही अब 21 अगस्त तक स्थगित |

 

 

डॉ.आंबेडकर समस्त मानवता के उद्धारकः राष्ट्रपति कोविंद

डॉ.आंबेडकर के कार्यों का किया जाये प्रचार-प्रसारः राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबा साहेब डॉ.आंबेडकर को समग्रता के साथ देश के सामने रखने की इच्छा जताई है. सोमवार को डॉ.आंबेडकर महासभा का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.लालजी प्रसाद निर्मल के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिला. इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति से अनुसूचित जातियों, जन जातियों व पिछडों के सशक्तिकरण, मैला प्रथा के समूल खात्मे और इस पेशे में लगे लोगों के पुनर्वासन, दलित उत्पीड़न पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की प्रधानमंत्री द्वारा बैठक बुलाने, हरियाणा और बिहार राज्य की तरह पूरे देश में आउटसोर्सिंग या संविदा भर्तियों में आरक्षण लागू करने, प्रोन्नति में आरक्षण बिल यथाशीघ्र पारित करने, अखिल भारतीय न्यायिक सेवा आयोग गठित किये जाने समेत पूरे देश में केन्द्र सरकार के कार्यालयों में बाबा साहेब डॉ.आंबेडकर की तस्वीर की अनिवार्यता पर चर्चा की और उन्हें ज्ञापन सौंपा.
प्रतिनिधि मंडल ने यूपी के सरकारी कार्यालयों में डॉ.आंबेडकर का फोटो लगाए जाने के यूपी सरकार के निर्णय से राष्ट्रपति को अवगत कराया. इस निर्णय को राष्ट्रपति ने यूपी सरकार का एक अच्छा कदम बताते हुए कहा कि वे इसे पूरे देश

में लागू कराने के लिए काम करेंगे.
राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा साहेब डॉ.आंबेडकर समस्त मानवता के उद्धारक थे, उन्हें मात्र दलितों के मसीहा या संविधान निर्माता तक ही सीमित नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ.आंबेडकर ने सभी महिलाओं को समान अधिकार, समान वेतन, प्रसूति अवकाश, हिंदू कोड बिल, काम के घंटों को निश्चित करना, साप्ताहिक अवकाश की अनिवार्यता, न्यूनतम वेतन, श्रमिकों और अन्य लोगों का बीमा, रोजगार कार्यालय, भविष्य निधि, ट्रेड यूनियन, मंहगाई भत्ता, मजदूर विकास कोष, स्किल्ड डेवलपमेंट और टेक्निकल ट्रेनिंग, भारत के आधुनिकीकरण और संयत्रीकरण के प्रणेता, ऊर्जा और सिंचाई के साधन के रूप में भाखडा, दामोदर, सोन, हीराकुंड जैसे बडे बांधो की संकल्पना और उसका क्रियान्वन, सेन्ट्रल वॉटर कमीशन, सेन्ट्रल इलेक्ट्रिक अथॉरिटी, इलेक्ट्रिक ग्रिड, समाजवाद में राज्य की भूमिका, प्रॉब्लम ऑफ रूपी पर आधारित इंपीरियल बैंक (वर्तमान का रिजर्व बैंक), सांख्यिकीय एक्ट, वित्त आयोग की स्थापना जैसे इत्यादि अति महत्वपूर्ण कार्य किये.
राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा साहेब डॉ.आंबेडकर के इन कार्यों का पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए.
प्रतिनिधि मंडल में डॉ.आंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.लालजी प्रसाद निर्मल समेत बीना मौर्या, अमरनाथ प्रजापति, जयशंकर सहाय, बीरेन्द्र विक्रम सुमन शामिल थे.

शर्मनाक – भाजपा के 18 मंत्री सदन में मांगेगे माफ़ी

जयपुर | राजस्थान विधानसभा का सत्र अंतिम दौर में है इस बार का विधानसभा सत्र बड़ा रोजक रहा है जहाँ एक और तो भूत – भूत पर सवाल कर अंधविश्वास को बढावा देने की कोशिश की गई  जिसके चलते विकास के जरुरी मुद्दे सदन की मेज पर रखे नहीं गए |

अब विधानसभा अध्यक्ष महोदय ने एक पत्र जारी कर सत्ताधारी भाजपा पार्टी के मंत्री व् अफसरों को माफ़ी मागने का आदेश जारी कर दिया है जिसका कारण यह बताया जा रहा है की सदन की मेज पर 72 प्रतिवेदनो में 18 का आज दिनांक तक प्रति उत्तर सदन में पेश नहीं किया गया है कुल मिलाकर जनता से जुड़े मुद्दों पर  वर्तमान भाजपा के मंत्रियो में  जवाव देना अभी तक जरुरी नहीं समझा जिसको लेकर अध्यक्ष महोदय ने नाराजगी जताते हुवे  मंत्रियों व् अफसरों को माफ़ी मांगने के आदेश जारी कर दिए है |

ख़ास नजर – आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव होने है जिसको लेकर मुख्यमंत्री राजे अपनी सरकार की उपलब्धियों को हर मंच से जनता के बीच रख रही है लेकिन जनता से जुड़े मुद्दों पर मंत्रियो के जवाव का उत्त्तर सदन की मेज पर नहीं रखना  वर्तमान सरकार पर सवाल खड़े करता  है |

हिंदुत्व के हदय पर आघात – भाजपा सरकार में मंदिर में तोड़फोड़

भाजपा राज में तोड़े जा रहे है मंदिर – हिन्दू संगठनो ने किया विरोध 

जयपुर | सीतापुरा इंडिया गेट सांगानेर स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ जी के मन्दिर में जे डी ए { JDA } ने तोड़फोड़ कर हिंदुत्व के सीने पर आघात पहुंचाया है
आज जो सरकार मंदिर और गाय के नाम पर राजनेतिक रोटियां सेक रही

है क्या उस सरकार को ये सब नहीं दिखता है
या ये सब जातिवाद का ही एक चेहरा है क्योंकि इस मंदिर में बरसों से एक नीची जाती के रामसिंह बैरवा जो कि अनुसूचित जाति { sc }  में आते है पूजा पाठ करते है जब उन्हें मन्दिर के पीछे बनी दुकानों के मालिक जो कि जाति से ब्राह्मण है ने इन्हें हटाकर अपना पण्डित पुजारी रखने को कहा जब नहीं माने तो डराया धमकाया पुजारी रामसिंह बैरवा की गाड़ी में तोड़फोड़ करवाई, पैसे लेकर मन्दिर छोड़ने का प्रलोभन दिया ओर जब भी नहीं मानने पर करीब 30 असामाजिक तत्वों को बुलाकर जे डी ए { JDA }  की कार्यवाही में शामिल करवाकर मन्दिर को साजिश के तहत तुड़वा दिया |

जब कि इस मन्दिर का मामला कोर्ट में लंबित है

दलित पुजारी –  गोरतलब है उपरोक्त मंदिर बाबा गोरखनाथ का है जिसे में लम्बे अर्स से दलित समाज के रामसिंह बैरवा पूजा पाठ करते है जिस को लेकर पड़ोस में रहने वाले ऊँची जाती के लोग विरोध करते है और कई बार मंदिर पुजारी  रामसिंह बैरवा  पर जान लेवा हमला भी हो चुका है अभी कुछ समय पहले पुजारी के वाहन में अज्ञात लोगो ने थोड -फोड़ कर दी थी जिसकी शिकायत पुजारी ने स्थानीय पुलिस में भी की थी |

ख़ास नजर – जिस तरह से भाजपा सरकार में मंदिरों में तोड़ फोड़ की जा रही है उससे जनता में भारी नाराजगी है जिसका खामियाज़ा आगामी विधानसभा चुनावो में भाजपा को मिल सकता है , गोरतलब है उपरोक्त मंदिर बाबा गोरखनाथ का है जिसे में लम्बे अर्स से दलित समाज के रामसिंह बैरवा पूजा पाठ करते है जिसको लेकर भी ख़ास समाज के लोगो द्वारा कई बार भारी विरोध किया गया था |

शेखावटी विकाश ट्रस्ट का फाग महोत्सव –

शेखावटी विकाश परिषद एवम ट्रस्ट की ओर से फाग महोत्सव का आयोजन

जयपुर :- होली के शुभ अवसर पर शेखावटी विकाश परिषद एवम ट्रस्ट की ओर 26 फरवरी 2018  को फाग महोत्सव का आयोजन का आयोजन किया जा रहा है  इस कार्यक्रम का आयोजन शेखावटी परिवार के तत्वाधान में बी.एम.बिडला ऑडिटोरियम, स्टेच्यु सर्किल ) पर किया जा रहा हैं| इस कार्यक्रम में मुख्य: अतिथि के तौर पर श्री अरुण चतुर्वेदी ( सामाजिक एवम न्याय मंत्री , राजस्

shekavati Fag Fetival

थान सरकार) श्री रामचरण बोहरा  (संसद सदस्य जयपुर) , श्री राजकुमार शर्मा ( विधायक एवम पूर्व चिकत्सा मंत्री राजस्थान सरकार ) श्री मुकेश शर्मा ( आई . ए. एस ,सचिव , स्वायत शासन राजस्थान सरकार ) श्री ओ . पी गल्होत्रा ( डायरेक्टर जनरल पुलिस राजस्थान ) , श्री बिजेंद्र ओला विधायक झुंझुनू विधानसभा ) आदि शामिल होगे |

 इस आयोजन में शेखावटी अंचल के सुप्रसिद्ध लोक कलाकार के द्वारा ढप , चंग , बासुरी वादन , गीदड़ की मनमोहक प्रस्तुतित्या होगी ,

ED ने नीरव मोदी समूह की और 523 करोड़ की संपत्तियां जब्त की

नई दिल्ली। पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी और हीरा व्यापारी नीरव मोदी पूरे प्रकरण पर जांच एजेंसियों को कोई सहयोग नहीं दे रहे, ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय अब कड़े तेवर में आ गया है और उन्हें ‘भगोड़ा’ घोषित करने की तैयारी में जुट गया है.पीएनबी में 11300 करोड़ रुपये के महाघोटाले के आरोपी नीरव मोदी पर सख्ती बढ़ती जा रही है। ईडी ने मनीलॉन्ड्रिंग निरोधक कानून के तहत नीरव मोदी समूह की 21 संपत्तियों को कुर्क किया है। इसमें फ्लैट और फार्महाउस शामिल हैं। कुर्क की गई इन संपत्तियों की कीमत 523 करोड़ रुपये बताई जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नीरव मोदी के ठिकानों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। इससे पहले मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को एक गोदाम में भी छापा मारा गया था। तब ईडी के हाथ कई कीमती घड़ियां लगी थीं। बताया जा रहा है कि नीरव मोदी के इस ठिकाने से करीब 10 हजार महंगी घड़ियां जब्त की गईं। घड़ियों को 176 स्टील की अलमारियों, 158 डिब्बों और 60 प्लास्टिक के बक्सों में भरकर रखा गया था।

30 करोड़ रुपये बैलेंस वाला खाता भी सील

इसके साथ ही नीरव मोदी के बैंक खातों से 30 करोड़ रुपये और सीज किए गए हैं। ईडी ने 13.86 करोड़ रुपये के शेयर्स भी सीज किए हैं। बता दें कि इससे पहले ईडी ने नीरव और उनकी कंपनी की करोड़ों रुपये की 9 आलीशान कारों को जब्त किया था। मंगलवार को सीबीआई ने मुंबई स्थित अलीबाग में 27 एकड़ में बने नीरव मोदी के आलीशान फॉर्म हाउस को भी खंगाला था।

ईडी ने तीसरा समन भी भेजा


पीएनबी फ्रॉड में आरोपी नीरव मोदी के जवाब पर ईडी ने उन्हें फिर समन भेजा है। यह नीरव को ईडी द्वारा भेजा गया तीसरा समन है। इसमें नीरव मोदी को 26 फरवरी को पेश होने को कहा गया है। पेश नहीं होने पर प्रत्यर्पण की कार्रवाई होगी। इससे पहले पीएनबी फ्रॉड मामले में नीरव मोदी ने चिट्ठी लिख ईडी के सामने पेश होने से इनकार किया था। नीरव ने बिजनस के सिलसिले में विदेश में होने की बात कही थी। इसके बाद तीसरा समन जारी किया गया।

राजस्थान: विधानसभा भवन में ‘बुरी आत्माओं का साया’, रखी ये मांग

जयपुर। गत छह महीने में दो विधायकों के निधन के बाद राजस्थान के विधायक यह मानने लगे हैं कि विधानसभा भवन में ‘बुरी आत्माओं का साया’ है और उन्होंने शुद्धि के लिए इमारत में हवन कराने की हिमायत की है। नागौर से भाजपा विधायक हबीबुर रहमान ने बताया कि उन्होंने कल मुख्यमंत्री से कहा है कि विधानसभा भवन में शुद्धि के लिये हवन कराया जाये।

उन्होंने कहा कि विधानसभा भवन जिस भूमि पर बना है वहां पहले श्मशान और कब्रिस्तान हुआ करते थे और ‘बुरी आत्माओं के प्रभाव’ से ऐसा हो रहा होगा। सरकार के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी सदस्यों के निधन से सदन के सदस्यों के असहज होने की बात स्वीकारी है। उन्हें भी ऐसा लगता है। गुर्जर ने सदन के परिसर में संवादाताओं से कहा कि कल सदन के सदस्यों के मन में प्रश्न उठ रहा था कि सदस्यों की मौत क्यों हो रही है। उन्होंने अपने विचार और सुझाव दिये हैं। ऐसा कहा जाता है कि विधानसभा भवन श्मशान की जमीन पर बनाया गया है। कुछ नकारात्मक असर के चलते परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं।

गौरतलब है कि नाथद्वारा के विधायक कल्याण सिंह चौहान का कल उदयपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था, जबकि भीलवाडा के मांडलगढ़ से विधायक कीर्ति कुमारी का पिछले वर्ष अगस्त में स्वाईनफ्लू के कारण निधन हो गया था। दोनों विधायक सत्ताधारी पार्टी के सदस्य थे। देश के आधुनिक विधानसभा भवनों में एक राजस्थान विधानसभा भवन 16.96 एकड़ में बना है। इसका निर्माण 1994 में शुरू हुआ था और मार्च 2001 में भवन का निर्माण पूर्ण हो गया। लाल कोठी श्मशान गृह विधानसभा भवन के बगल में स्थित है, जिसके चलते लोगों में भ्रम है कि भवन में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो सकता है। विधानसभा भवन में 260 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। इसी तरह की क्षमता वाला एक हाल पांचवी मंजिल पर है। इस भवन से पूर्व विधानसभा हवामहल के पास स्थित सवाई मान सिंह टाउन हाल में संचालित होता था।

BJP के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद भानुकुमार शास्त्री का हुआ निधन

उदयपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद भानुकुमार शास्त्री का आज यहां निधन हो गया। 93 वर्षीय शास्त्री पिछले कुछ समय से बीमार थे और यहां अस्पताल में भर्ती थे जहां आज सुबह चार बजे उनका निधन हो गया। उनके परिवार में दो पुत्र एक पुत्री हैं। उनका अंतिम संस्कार आज किया गया। भारतीय जनसंघ की स्थापना से लेकर जनता पार्टी और फिर भाजपा की यात्रा के एक कर्मठ योद्वा शास्त्री संघ के साधारण स्वयं सेवक से लेकर मुख्य शिक्षक, कार्यवाह, नगर कार्यवाह बाद में पार्षद, नगर परिषद, उपसभापति, विधायक, सांसद, निगम बोर्ड के अध्यक्ष एवं खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 1975 में आपातकाल के संघर्ष के समय वे जनसंघ के प्रदेशाध्यक्ष थे।

1977 में जनता पार्टी के गठन के समय जयपुर के जनसंघ प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विलय की घोषणा करनी थी। तब भैरोसिंह शेखावत ने शास्त्री से कहा कि तुम जनसंघ का झण्डा उतार लो। शेखावत के दो-तीन बार कहने पर भी शास्त्री यह कार्य नहीं कर सके तो शेखावत उन्हें कार्यालय की छत पर ले गए और शास्त्री का हाथ थामकर अपने हाथ से जनसंघ का झण्डा उतारकर जनता पार्टी का झण्डा फहराया।

परनामी ने मांगी माफी, जानें पूरा मामला

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी को आपराधिक अवमानना के मामले से मुक्त कर दिया। अदालत ने परनामी को कहा है कि वे भविष्य में इस तरह की बयानबाजी ना करें। न्यायाधीश केएस झवेरी और न्यायाधीश वीके व्यास की खंडपीठ ने यह आदेश पूनम चंद भंडारी की ओर से दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया। जानें पूरा मामला…

सुनवाई के दौरान अशोक परनामी अदालत में पेश हुए। उनकी ओर से अदालत में बिना शर्त माफीनामा पेश करते हुए कहा गया कि उनकी मंशा अदालत की अवमानना की नहीं थी। इसके अलावा जो विवादित बयान बताया जा रहा है वह सिर्फ एक समाचार पत्र में ही छपा है। यदि उनकी ओर से दिए पूरे बयान को देखा जाए तो यह अदालती आदेश की अवमानना करने वाला नहीं है।

उनकी ओर से माफी मांगते हुए कहा गया कि अवमानना याचिका का निस्तारण किया जाए। माफीनामे को रिकॉर्ड पर लेते हुए अदालत ने याचिका का निस्तारण कर दिया है। याचिका में कहा गया था कि आदर्श नगर विधायक और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने गत दिनों कुछ स्थानीय निवासियों को जेडीए पार्क को पार्किंग के तौर पर विकसित करने का आश्वासन देते हुए कहा था कि यदि वह काम करते हैं तो सरकार आंखें मूंद लेगी। हाईकोर्ट का स्टे होने के कारण सरकार पार्क को पार्किंग के रूप में विकसित नहीं कर सकती है।

क्या बयां करती है मोदी सरकार की खामोसी :कांग्रेस

इंटरनेट डेस्क। कांग्रेस ने नये बैंक घोटालों के सामने आने और इनसे जुड़े तथ्यों को लेकर लगातार हो रहे खुलासों पर भचता जाहिर करते हुए इसकी जल्द से जल्द जांच कराने की आज मांग की और आरोप लगाया कि मोदी सरकार इन घोटालों पर जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रही है।

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बाद अब द्वारका प्रसाद सेठ नाम का एक और घोटालेबाज बैंकों का 390 करोड़ रुपए लेकर विदेश भाग गया है। उसके घोटाले का मामला अगस्त 2017 में सामने आया और फरवरी में उसके खिलाफ गुडग़ांव में प्राथमिकी दर्ज की गयी। इससे पहले ही वह विदेश भाग गया।

 


सिब्बल ने कहा कि बैंकों में आम आदमी का पैसा जमा है और उन पर डाका डालकर घोटालेबाज अमीर हो रहे हैं और विदेश भाग रहे हैं। रिजर्व बैंक को जल्द से जल्द इन घोटालों की जांच करनी चाहिए और जिन लोगों का पैसा लूटा गया है उसे वापस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार घोटालों की जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रही है लेकिन वह बच नहीं सकती। पंजाब नेशनल बैंक में वित्त मंत्रालय ने एक प्रतिनिधि नियुक्त किया था जिसने अमृतसर से चुनाव भी लड़ा। सरकार की तरफ से वह बैंक के प्रतिनिधि थे। उनकी भूमिका क्या थी इसकी भी जांच होनी चाहिए।

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