जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले टिकट वितरण के लिए सत्तारुढ़ भाजपा ने फिर से सत्ता में वापसी करने की कोशिश कर दी है। आपको बता दें कि इस साल दिसंबर में राज्य में नई सरकार शपथ लेगी। इससे पहले राज्य में होने वाले चुनाव में टिकट वितरण के लिए भाजपा ने तैयारी शुरु कर दी है। जिलों में पार्टी और मौजूदा विधायकों की स्थिति जांचना शुरू कर दी है। इसके लिए हर जिलें में बीजेपी नेताओं के तीन दिन के प्रवास भी हो रहे है। इस प्रवास के दौरान भाजपा ने अपने आला नेताओं को विभिन्न जिलों में भेजा है। जहां वे अपने विधायकों की स्थिति का आंकलन करने के साथ-साथ अपनी पार्टी के लिए जिताउ प्रत्याशियों की संभावनाओं की तलाश शुरु करेंगें।
अपने प्रवास के दौरान पार्टी के नेता देखेंगे कि आने वाले चुनवा के लिए विभिन्न विधानसभा क्षेत्र से जिताऊ प्रत्याशी कौन होगा। आपको बता दें आला नेताओं की ये रिपोर्ट प्रदेश नेत्तृव के साथ राज्य की मुख्यमंत्री के साथ-साथ आलाकमान को भी भेजी जाएगी। जानकारी के अनुसार पार्टी ने मंत्रियों को उनके जिले न भेजकर दूसरे जिलों में भेजा है। पार्टी का मानना है कि अगर कहीं खामी पाई जाती है तो उसके सुधार के प्रयास पहले ही किए जा सकेंगे।
आपको बता दें कि हाल में भाजपा ने मास्टरस्ट्रोक खेलते हुए राष्ट्रीय जनता पार्टी के सह संयोजक किरोड़ी लाल मीणा का विलय भाजपा में कराने के साथ उन्हे राज्यसभा भेजकर मीणा समाज को अपनी ओर करने का प्रयास किया है।