राजस्थान में फेरबदल की तैयारी , प्रदेश के नेताओं से रायशुमारी शुरू
नई दिल्ली | अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी अपने संगठन में बड़ा फेरबदल कर सकती हैं इस के साथ ही राहुल गाँधी को फिर से पार्टी का राष्टीय अध्यक्ष बनाने की कोशिश पार्टी के वरिष्ट कांग्रेस जनों द्वारा की जा रही हैं |
राजस्थान असम और बिहार पर हैं ख़ास नजर –

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राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व कांग्रेस पार्टी सुरक्षित हैं क्योंकि राज्यसभा चुनाव में राजस्थान में सरकार बदलने की बाते सामने आई थी जिस के मध्यनजर मुख्यमंत्री ने लगभग 10 दिनों ने विधायको की बाडेबंदी की थी , लेकिन राज्यसभा चुनाव के परिणाम वही रहे जो तय माने जा रहें थे 2 कांग्रेस व् 1 भाजपा | कांग्रेस संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल व् नीरज दांगी कांग्रेस से विजय रहें तो भाजपा से राजेन्द्र गहलोत |
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को मिल सकती हैं नई ज़िम्मेदारी
आगामी समय में बिहार ,असम में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं और राजस्थान में भी संगठन में फेरबदल की आवश्यकता हैं इसके मध्य नजर राजस्थान से नव निर्वाचित सांसद व् संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को संगठन को मजबूत करने की ज़िम्मेदारी मिल सकती हैं जिसमे खासतौर पर युवाओं को नई ज़िम्मेदारी व् पद मिल सकता हैं |
राजस्थान को मिल सकता हैं नया प्रदेशाध्यक्ष
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पार्टी राजस्थान में नया प्रदेश अध्यक्ष बना सकती हैं चुकी सचिन पायलेट राजस्थान के उप मुख्यमंत्री हैं और उनके पास कई महत्वपूर्ण मंत्रलाय है जिसके चलते वह संगठन निर्माण में अधिक समय नहीं दे पा रहें हैं जिसको लेकर संगठन में बड़े विभिन्न समाज के नेताओं से राय – मशुहरा लिया जा रहा हैं |
अशोक गहलोत व् सचिन में कई बार देखने को मिला हैं मनमुटाव –

वैसे तो राजस्थान में सरकार बनने व् मुख्यमंत्री पद को लेकर लम्बी खींचतान चली थी जिसे सभी ने देखा था लेकिन पिछले 2 साल में दोनों ही नेताओं ने सुझबुझ का परिचय दिया हैं लेकिन उनके समर्थको में व् निर्दलीय विधायको के समर्थन के पीछे जो वादे कियें गयें थें अब उनको जमीनी स्थर पर अमल करने का समय आ गया है यह जब ही संभव हैं जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन का प्रदेश अध्यक्ष बने वैसे सचिन पायलेट को प्रदेश अध्यक्ष बने 6 साल से अधिक हो गया हैं |
निगम व् पंचायत चुनाव –
आगामी समय में शहरों में नगर – निगम व् गांवों में पंचायत के चुनाव होने हैं इस को लेकर भी पार्टी थोड़ी चिंतित है कहा जा रहा हैं की टिकट वितरण व् अपने खेमे को मजबूत करने के लियें अंदुरनी रस्सा कस्सी हो सकती हैं वही संगठन को मजबूत करने के लियें अशोक गहलोत व् सचिन पायलेट दोनों के पास समय नहीं हैं ऐसे में भाजपा भी बड़ा खेल कर सकती हैं इन तमाम मुद्दों को देखते हुयें कांग्रेस राजस्थान में संगठन की पकड़ को मजबूत बनाने में अंदुरनी तौर पर लगी हैं |