RSS प्रमुख भागवत ,राष्ट्रिय अध्यक्ष भाजपा अमित शाह , मुख्यमंत्री राजे ,क्या भाजपा को सत्ता पर काबिज कर पायेगें –

भाजपा ,आरएसएस का मंथन –

जयपुर | वर्तमान समय राजस्थान की राजनीती का बड़ा संवेदनशील है जहाँ एक और मुख्यमत्री राजे गौरव यात्रा निकाल रही है तो अमित शाह राजस्थान के जमीनी समीकरण साधने की कोशिश कर रहे है अब इसे समय की बिडम्बना कहे की भाजपा के संरक्षक की भूमिका निभाने वाली संस्था के प्रमुख मोहन भागवत दस दिवसीय राजस्थान दौरे पर है कहा तो जा रहा है की वह संघ की नियमित

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दौरे पर है लेकिन अप्रत्यक्ष रूप इसका फायदा भाजपा को मिलने वाला है |

सूत्रों के अनुसार राजस्थान में भाजपा सत्ता में दौबारा काबिज़ होने व् राजस्थान के ट्रेंड 5 साल में सत्ता परिवर्तन को बदलने की पुर -जोर अंदुरनी रूप से कोशिश कर रही है |

कांग्रेस व् भाजपा के इक्के / पत्ते – जो आगामी समय में खेले जाने की पूरी संभावना है –

कांग्रेस – प्रियंका गांधी वाड्रा / राहुल गाँधी 

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सूत्रों व् राजनेतिक विशेषज्ञ  प्रशांत दुबे / पवन देव के अनुसार आगामी महीने में राजस्थान में सेलिब्रिटीज द्वारा प्रचार किया जा सकता है जिसमे कांग्रेस की और से विशेष रूप से प्रियंका गांधी वाड्रा , राहुल गाँधी ,राज बबर ,आदी स्टार प्रचारक राजस्थान आ सकते है |

भाजपा – प्रधानमंत्री मोदी /अमित शाह 

गौतलब है की राजस्थान की लोकसभा संख्या 25 है जो 2019 लोकसभा में मुख्यभूमिका निभाती है अब राजस्थान विधानसभा के चुनावों के अन्तिम समय में प्रधानमंत्री मोदी के रेलियाँ होने की संभावना है जो की राजस्थान में मतदाताओं के रुझान को प्रभावित करेगे ,इसके साथ ही भाजपा के आला नेता स्मति ईरानी , हेमा मालनी , सलमान खान आदी के आने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता |

नोट – राजनेतिक पंडितो का मानना है की भाजपा हर हाल में सत्ता पर दौबारा काबिज़ होना चाहती है इसके लिए राजस्थान से लेकर दिल्ली तक दर्जनों मीटिंग्स का दौर चल रहा है भाजपा के पास कार्यकताओं की अच्छी -खासी संख्या है और जिस संभाग में गौरव यात्रा निकल रही है वही पर भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह यात्रा के बाद मंथन कर रहे है { एक कहावत है की हाथी के निकने के बाद पीछे मात्र पांवों के निशान रहे जाते है और उन पांवों के निशानों को देख लोग पीछे नकारात्मक बाते  करते है बस उन्ही नकारात्क बातों को सकारात्मक करने का कार्य अमित शाह कर रहे है जो की मुख्य भाजपा की रणनीति है |

फेक न्यूज पर राहुल गांधी ने साधा PM मोदी पर साधा निशाना, कहा…

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फेक न्यूज पर सूचना एवं पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के दिशा निर्देशों को वापस लिए जाने को लेकर पीएम पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्वीट करके लिखा है मोदी ने अपनी सरकार के आदेश पर यू-टर्न ले लिया। राहुल गांधी ने लिखा कि फेक न्यूज के खिलाफ आदेश को लेकर गुस्से को भांपते हुए पीएम ने अपनी सरकार के आदेश पर यू-टर्न ले लिया। इससे यह बात साफ हो रही है कि पीएम का नियंत्रण कमजोर पड़ रहा है। सरकार में डर का माहौल व्याप्त है। इस ट्वीट में राहुल ने ‘हैशटैग बस एक और साल’ का इस्तेमाल किया। राहुल गांधी का कहना है कि मोदी सरकार का सत्ता में बस एक साल ही बाकि रह गया है। 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं।

वहीं कांग्रेसे वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल भी पहले ही मोदी सरकार के 24 घंटे में इस यू-टर्न को मीडिया की जीत बता चुके हैं। पाटिल ने आरोप लगाया था कि फेक न्यूज पर दिशानिर्देश जारी करके मोदी सरकार ने मीडिया की स्वायत्तता पर पांबदी लगाने का प्रयास लगाया है। साथ ही पाटिल ने कहा कि मैं एकजुट होकर इस फैसले का विरोध करने वाले सभी पत्रकारों को बधाई देता हूं। उन्होंने मराठी में जारी एक ट्वीट में कहा, फेक न्यूज के नाम पर सरकार मीडिया की स्वायत्तता पर पाबंदी लगाने का प्रयास कर रही है।

वहीं कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं फेक न्यूज पर अंकुश के प्रयास की सराहना करता हूं। क्या गारंटी है कि इसका इस्तेमाल ईमानदार पत्रकारों को प्रताड़ित करने के लिए नहीं किया जाएगा। यह कौन तय करेगा कि क्या फेक न्यूज है?

आरपीएससी को मिला नया चेयरमैन – 

डॉ. गर्ग आरपीएससी के चेयरमैन नियुक्त –

जयपुर, 15 दिसम्बर। राज्य सरकार ने डॉ. राधे श्याम गर्ग को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का चेयरमैन नियुक्त किया है। 2 मई, 1956 को जन्मे डॉ. गर्ग धौलपुर निवासी हैं। |

ख़ास नजर –

आगामी विधानसभा चुनावो को लेकर वसुंधरा राजे सरकार ने लम्बे समय से रिक्त पड़े आरपीएससी  चेयरमैन पद  पर डॉ .गर्ग को  नियुक्त किया है  अब यह देखना होगा की राजस्थान में लम्बे समय से चले आ रहे बेरोजगारों के लिए कितनी नौकरियां  निकलती है |

लोभ -लालच और प्रलोभन से अब नहीं हो सकेगा धर्म परिवर्तन – राजस्थान सरकार ” धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ” को कानून बना सकती है |

 नहीं होगा आसा अब …………………..धर्म परिवर्तन 

जयपुर | राजस्थान सरकार अब लोभ -लालच और प्रलोभन के द्वारा धर्म परिवर्तन करने वाले संगठन पर लगाम लगाने हेतु  ” धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ” को राष्ट्पति कोविंद द्वारा पास करवाने के लिए अपना उच्चतम प्रयास कर रही है .अगर ” धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ”  कानून का रूप अख्तियार  कर लेता है तो राजस्थान राज्य में धर्म परिवर्तन करना आसान नहीं होगा , इसके लिए  सरकार से अनुमति लेनी होगी और सरकार की अनुमति के आधार पर ही व्यक्ति अपना धर्म परिवर्तन कर सकेगा |

इस कानून के क्या होगे मायने है – एक ख़ास नजर 

भारत वर्ष में जाती -भेद  भाव और लिंग के आधार पर उच्च -निच्च के  वर्ग में समाज को बाटा गया है , साथ ही भारतीय संविधान सभी वर्ग -धर्म जात -पात को निराधार मानते हुवे – समानता का अधिकार देता है किन्तु समाज में कथित कुछ धार्मिक संगठनो द्वारा गरीब और समाज के वंचित तबके को लोभ -लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करवाने की घटनाए अकसर देखने और सुनने को मिलती है की कुछ धार्मिक संगठन , एन जी ओ  चोरी – छिपे गरीबो { sc / st } वर्ग के लोगो को रुपए ,लालच ,  दबंगई  ,लव जिहाद  जैसे मुद्दो के आधार पर धर्म परिवर्तन करवा रही है , ” धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ” को कानून का रूप अख्तियार  करने के  बाद  कलेक्टर की मंजूरी के बाद ही व्यक्ति धर्म परिवर्तन कर सकेगा , अगर व्यक्ति बिना कलेक्टर मंजूरी  के धर्म परिवर्तन करता  है तो उसे 5 साल तक की सजा हो सकती है  और जाँच में कोई संगठन की भूमिका संधिगद पाई जाती है तो उसका लाइसेंस रदद और साथ ही सजा का प्रावधान होगा |

जनता संवाद – 

प्रशांत दुबे – राज्य सरकार का यह “धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ” बिल्कुल सही है वर्तमान में कुछ कथित  धार्मिक संगठन  लडकियों को लोभ -लालच  ,लव जेहाद  ,और गलत सोच के साथ  बहला -फुसलाकर  धर्म  परिवर्तन करवाते है जिसमे कुछ समय बाद कुछ लडकियों  ने आत्म हत्या जैसे प्रयास किये , धर्म परिवर्तन पर सही गाइड  लाईन  बननी चाहिए  |

पवन देव – राज्य सरकार  का यह “धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008” कुछ मायनो में सही है किन्तु दलित समुदाय के लोग सामाजिक कुरूतियो  से  त्रस्त  होकर अगर अपना धर्म  बदलकर सामाजिक रूप से  सम्मान जनक जीवन जीता है तो धर्म परिवर्तन करना सही है और व्यक्ति  धर्म  परिवर्तन के लिए स्वतंत्र होना चाहिए  ,जैसा भारत का संविधान समानता का अधिकार देता है  |

कुछ विशेष तथ्य –  ” धर्म स्वांतत्र्य विधेयक -2008 ” से  –

{1}  sc /st व् गरीब तबके के लोगो को जबरन / दबंगई / लालच / लव जेहाद और व्यक्ति की मर्जी के बीना धर्म परिवर्तन  करवाने पर 3  साल की  व् जुर्माने का प्रावधान 

{ 2}  sc /st व् 18 साल से कम उम्र के बच्चो का धर्म परिवर्तन करवाने 5 साल की सजा 

नोट : कोई व्यक्ति मूल धर्म में वापस लोटना चाहता है तो उसे किसी भी प्रकार की सुचना जिला कलेक्टर और राज्य सरकार को नहीं देनी होगी |  मूल धर्म में लोटने की उसे पूर्ण स्वत्रता होगी |

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