राजस्थान मालपुरा में “गोधरा कांड” जैसी घटना – क्षेत्र में तनाव

मालपुरा – कांवड़ियों पर समुदाय विशेष द्वारा हमला – आखिर क्यों

टोंक | मालपुरा में कावड़ यात्रिओं पर समुदाय विशेष द्वारा एका -एक हुए हमले ने जो हिंसक रूप लिया है वह आज हमे विचलित करने वाला है , आखिर क्यों कांवडियो पर समुदाय विशेष के लोगों ने हमला किया – यह प्रश्न जांच का विषय है |

कावड़ियों से मारपीट

क्या है पूरा मामला – 

23 अगस्त को कांवड़ यात्रा निकल रही थी जैसे ही यात्रा एक मज्ज्दि के सामने से निकली तो समुदाय विशेष के लोगो द्वारा यात्रिओं पर लाठी – सरियो से हमाल किया जिसमे 16 लोग घायल होगये , जिसके बाद माहौल ख़राब हो गया भीड़ ने आगजनी की घटना की |

आखिर यह घटना क्या दर्शाती है –

गोरतलब है की गुजरात में भी गोधरा काण्ड कुछ इस ही तरह की घटना द्वारा होवा था तब राज्य के मुख्यमंत्री वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी थे , उस वक्त की घटना बाद

राज्य में हिन्दू -मुस्लिमो में दंगे हो गए थे , जिसका परिणाम घातक था जो सबके सामने था , आज उसी घटना क्रम में मालपुरा खड़ा है |

धारा 144 –

मालपुरा में धटना के बाद स्थिति तनाव पूर्ण है प्रशासन ने राज्य में इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है क्षेत्र में अब लोग अपराधियों को गिरफ्तार करने व् तिरंगा यात्रा निकालने के लिए कोशिश कर रहे है जिसको लेकर पुलिस व् जनता आमने -सामने आ गई है |

शांति के लिए प्रयास –

घटना के बाद पुलिस व् राजनेताओं द्वारा शांति के लिय पुर छोर कोशिश जारी है लेकिन लोग अपराधियों को पकड़ने की मांग पर अड़े है |

करणी सेना व् सुप्रीम कोर्ट आमने -सामने – फिल्म पद्मावती विवाद

करनी सेना व् सुप्रीम कोर्ट आमने -सामने , फिल्म पद्मावती विवाद , उग्र प्रदर्शन 

जयपुर | फिल्म पद्मावती को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा था जिसके चलते कई राज्यों ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दिया था | लेकिन अब फिल्म पद्मावती को सेंसर बोर्ड से  सर्टिफिकेट मिल गया है तथा आज सुप्रीम कोर्ट ने  फिल्म पद्मावती पर बड़ा फ़ेसला सुना दिया है जिसके कारण फिल्म पद्मावती का विवाद एक बार फिर से खड़ा नजर आने लगा है | सुप्रीम कोर्ट  के फेसले से राजपूत समाज नाराज है|

सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की आने वाली फिल्म पद्मावत की रिलीज को हरी झंडी दे दी है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि जब सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है तो इस फिल्म को रिलीज होने से क्यों रोका जा रहा है। पद्मावत फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज किया जाएगा। फिल्म को तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज

किया जाएगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है। फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोका जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने एमपी, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान के आदेश पर रोक लगा दी है। यह राज्य अपने यहां फिल्म को रिलीज करने के खिलाफ हैं

फिल्म निर्माताओं की तरफ से सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने पद्मावती  की कार्यवाही के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कहा कि, “केंद्र सरकार से गुजारिश है कि वह राज्य सरकारों को एक बेहतर और प्रभावी कदम और समाधान के लिए निर्देश दे।

करनी सेना ने कहा  – कर्फ्यू लगा दो –

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर करणी सेना के अध्यक्ष लोकेंद सिंह कालवी ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में कहा, ‘पूरे देश के सामाजिक संगठनों से अपील करूंगा ‘पद्मावत’ चलनी नहीं चाहिए. फिल्म हॉल पर जनता कर्फ्यू लगा दे।  यह इतिहास और राजपूतो के सम्मान  के साथ यह खिलवाड़ है  |

बिहार में उग्र प्रदर्शन – बिहार में राजपूत समाज के लोगो ने सिनेमा हाल के बाहर उग्र प्रदर्शन किया था हाल में तोड़फोड़ की |

राजस्थान में हो सकता है उग्र आंदोलन

फिल्म पद्मावती का विवाद राजस्थान के जयपुर से ही शुरू होवा था तब समय था फिल्म पद्मावती की शूटिंग का तब करनी सेना के बेन्नर तले राजपूत समाज के  लोगो ने फिल्म डायरेक्टर भंसाली पर हमला कर दिया था और मारपीट की थी | जिसके बाद से ही फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद चल रहा है |

राजपूत करनी सेना ने फिल्म के विरोध में राजस्थान में उग्र प्रदर्शन , सभा व् रेली कर विरोध प्रदर्शन जताया था |

वसुंधरा राजे सरकार के लिए बड़ी चौनोती –  फिल्म पद्मावती का विरोध सबसे ज्यादा असर राजस्थान में डालेगा क्योकि सी एम् राजे स्वंय राजपूत समाज से है तथा आनदंपाल केस में राजपूत समाज सी एम् राजे से नाराज है तथा आगामी समय में राजस्थान में विधान सभा चुनाव होने है जिसको लेकर सरकार के लिए फिल्म पदमावती पर राजपूत समाज का विरोध प्रदर्शन महंगा पड़ सकता है |

वही सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार  फिल्म को राजस्थान के सिनेमा घरो में रिलीज होने से रोकना पड़ेगा |

 

 

 

राजस्थान: BJP के रामस्वरूप लांबा और कांग्रेस के रघु शर्मा के बीच होगा कड़ा मुकाबला – सूत्र

अजमेर। अजमेर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के रामस्वरूप लांबा और कांग्रेस के डॉ. रघु शर्मा के बीच ही मुकाबला होने के आसार हैं। हालांकि दोनों ही दलों ने अभी अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। भाजपा प्रदेश इकाई पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सांवर लाल जाट के पुत्र ररामस्वरूप लांबा का इकलौता नाम केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज चुकी है, वहीं कांग्रेस में भी कमोबेश डॉ. रघु शर्मा के नाम पर सहमति बन जाने की चर्चा है।

 

अजमेर लोकसभा उपचुनाव के लिए बुधवार से नामांकन शुरू हो गए लेकिन अब तक कांग्रेस ने प्रत्याशी को लेकर अधिकृत रूप से घोषणा नहीं की है। वहीं पूर्व मुख्य सचेतक व केकड़ी से पूर्व विधायक डॉ रघु शर्मा के नाम पर सहमति बनने की चर्चाएं बुधवार को भी बनी रही। यह भी चर्चा रही शर्मा के नजदीकी कुछ कार्यकर्ता चुनाव कार्यालय के लिए श्रीनगर रोड पर मकान तलाश रहे हैं। बताया जाता है कि एक भवन को लेकर नगर निगम से यह भी पड़ताल की गई है कि इसका यूडी टैक्स या अन्य कोई कर तो बकाया नहीं है। चुनाव कार्यालय को लेकर बाद में किसी तरह का विवाद नहीं हो, इसलिए पहले ही जांच पड़ताल की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस इंतजार में है कि पहले भाजपा की ओर से प्रत्याशी की घोषणा हो जाए। यह भी संकेत मिले हैं कि 5 या 6 जनवरी को घोषणा की जा सकती है। इधर प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दिल्ली में अजमेर के प्रभारी व पार्टी महासचिव अविनाश पांडे सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से प्रत्याशी चयन को लेकर विचार विमर्श किया, लेकिन देर रात तक कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई।

प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में संभाल सकते है चुनावी कमान – आखिर क्यों

प्रधानमंत्री मोदी अब राजस्थान विधानसभा के लिए चुनावी कमान संभाल सकते है सूत्रों के अनुसार गुजरात चुनाव में जिस तरह से अंतिम समय में प्रधानमंत्री मोदी जी ने कमान सम्भाली थी जिसके कारण गुजरात्त में बीजेपी वापस सत्ता पर काबिज हो पाई है उसी तरह से मोदी जी राजस्थान में चुनावी सभा कर कार्यकर्ताओं को विश्वास में ले सकते है |

ज्ञात हो –  मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और शीर्ष आलाकमान में कुछ मतभेद है लेकिन राजस्थान में मुख्यमंत्री राजे के नेतृत्व में राजस्थान कि जनता ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत दे रखा है जिसके कारण निगम सरकार से लेकर विधायक और सांसद सभी भाजपा के है और श्रीमती राजे इसका पूरा फायदा उठा रही है एक तरह से कहा जाये तो सी .एम् राजे के आगे आला कमान बेबस है अब इसे सी एम् राजे का करिश्माई नेतृत्व कहे जा मोदी मेजिक लेकिन राजस्थान में भाजपा पूर्ण बहुमत से है | 

जिस तरह से गुजरात में पाटीदार आन्दोलन में मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल को इस्तीफा देना पड़ा था ,उसी प्रकार मुख्यमंत्री राजे पर ललित कांड को लेकर घमासान पार्टी के अन्दर और बाहर चला था किन्तु भाजपा आलाकमान मुख्यमंत्री राजे का इस्तीफा नही ले पाई थी कुल मिलाकर कहा जाये तो सी .एम् राजे के बढ़ते  कद से दिल्ली में बेठे शीर्ष नेता भी बेबस है

राजस्थान की जनता और बेरोजगार शिक्षक मित्र और आँगन बाड़ी कार्यकर्त्ता और ब्लैक ओडीनेस बील पर वसुंधरा सरकार की ख़ासी  किरकिरी हुई थी जिसमे मिडिया पर पाबंधी  और  भ्रष्टाचारो  को बचाने को लेकर आरोप लगे थे खेर यह बिल अभी पारित नहीं हुवा है

परिपक्व होते राहुल गाँधी –  गुजरात चुनाव में जिस तरह से राहुल गाँधी की छवि उभर के सामने आई है उससे यह अनुमान लगाना सही होगा की आगामी लोकसभा चुनावो में राहुल गाँधी प्रधानमंत्री मोदी को कड़ी टक्कर देगे |

हालांकि राहुल गाँधी ने  कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप नई जिमेदारियो को बखूभी संभाल रहे है चाहे वह मणिशंकर  अय्यर को मोदी जी को अपशब्द कहने पर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया हो ,या आज हिमाचल में समीक्षा बैठक में महिला विधायकआशा कुमारी द्वारा महिला सिपाही से  मारपीट के बाद विधायक को माफ़ी मागने को कहना – ऐसे कुछ घटनाये सामने आई है जिसके कारण राहुल गाँधी की छवि निखर रही है |

गुजरात में कांग्रेस के प्रदर्शन को दबी जुबा से भाजपा ने स्वीकार किया है लेकिन मोदी जी अपने लक्ष्य कांग्रेस मुक्त भारत का जो सपना देख रहे है उसको पूरा करने के लिए मोदी जी ने एक – एक चुनावी रैली को रोचक मुद्दों से भुनाया है चाहे वह वालिद के नाम को लेकर हो या जाती को लेकर या गुजरात का बेटा छेओ : कहकर

विकास और गुजरात मॉडल को दर  किनार कर दिया और मात्र निजी  भावनात्मक भाषणों से गुजरात में जीत दर्ज की है इसको मानवीय रूप से जीत का दर्जा तो नहीं दे सकते है और इन सभी घटना क्रम से सम्पूर्ण भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी जी ख़ास परिचित है |

अब उन्हें राजस्थान में हो रहे उप चुनावो में भी अपना दम – ख़म दिखने की नोबत आ गई है इसलिए  मात्र तीन उपचुनाव के लिए प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में चुनावी रैली को संबोधन करने आ रहे है जिसका कारण बाड़मेर में रिफाइनरी का उद्घाटन बताया जा रहा है अब पता नहीं रिफाइनरी का उद्घाटन कितनी बार किया जाएगा,  लेकिन मोदी जी राजस्थान केवल उपचुनाव को लेकर आ रहे |

आज आखिर यह नोबत क्यों आ रही है की प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में मात्र उप चुनाव को लेकर इतने सजग है -समझदार को इशारा काफी होता है |

story – politico24x7.com/ news team

अन्य राज्यों से ब्याह कर आई लड़कियों के जाति प्रमाण-पत्र में परेशानी न हो: मुख्यमंत्री

10 नवम्बर, 2017 | जयपुर

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने निर्देश दिए हैं कि अन्य राज्यों से राजस्थान में शादी कर आई विवाहित लड़कियों के जाति प्रमाण-पत्र बनाने में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए। उन्होंने संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह एवं प्रभारी सचिव अखिल अरोड़ा को इस संबंध में मुख्य सचिव के साथ बैठक कर इसका नियमानुसार हल निकालने के निर्देश दिए। यहाँ उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के सामने हरियाणा एवं अन्य राज्यों से राजस्थान खासकर अलवर

ब्याह कर लाई गई विवाहित लड़कियों के जाति प्रमाण-पत्र नहीं बनाए जाने की समस्या आई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए। श्रीमती राजे गुरुवार को अलवर ज़िले के बहरोड़ विधान सभा क्षेत्र के जनसंवाद कार्यक्रम में बोल रही थीं।

आमजन की अपेक्षाएं जानने के लिए शुरू किया जनसंवाद

मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन मुख्यमंत्री को सीधे संवाद के माध्यम से अपनी समस्या बता सके, इसके लिए जनसंवाद कार्यक्रम शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हर वर्ग की समस्याओं को जानने और उनका निराकरण करने का मौका मिलता है। सीधे संवाद में हमें विकास की ज़मीनी हकीकत का भी पता चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के पास पहुंचकर समस्याओं का निराकरण कर रही हैं।

पीडब्ल्यूडी के एसई से तत्काल रिपोर्ट मांगी

जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को सर्वसमाज के लोगों ने विजय नगर गांव में सड़क नहीं होने की वजह से हो र

 

ही परेशानी से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया और सार्वजनिक निर्माण विभाग के एसई को कार्यक्रम खत्म होते ही मौके पर जाकर पता लगाने और विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

दो दिन में कनेक्शन करने के निर्देश

खुंदरोट की ढाणी में जलापूर्ति के लिए पीएचईडी द्वारा 6 माह पहले खोदे गये ट्यूबवेल में अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता को तीन दिन में कनेक्शन देकर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिजली मीटरों की रीडिंग कई महीनों तक नहीं की शिकायत पर विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए। साथ ही वीसीआर के प्रकरणों का उचित तरीके से हल करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि बिजली छीजत रोकने में पूरा सहयोग करें ताकि बिजली की सुचारू आपूर्ति की जा सके। उन्होंने अधीक्षण अभियंता को हर महीने के दूसरे एवं चौथे शनिवार को तय कार्यक्रम के अनुसार विद्युत चौपाल आयोजित कर उपभोक्ताओं को राहत देने के निर्देश दिए।

 

पुष्कर में विकास कार्याें का लोकार्पण –

   125 मंदिरों और 30 स्मारकों का होगा 551 करोड़ से विकास – मुख्यमंत्री

 मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के मंदिरों और स्मारकों के विकास के लिए 551 करोड़ रुपये की योजना बनायी है। इसके तहत 125 मंदिरों और 30 लोकदेवताओं व महापुरूषों के स्मारकों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को मजबूत करना उनकी सरकार का लक्ष्य है। वे मंगलवार को पुष्कर में 24 करोड़ रुपये की लागत से ब्रह्मा मंदिर विकास परियोजना के भूमि पूजन तथा सावित्री माता मंदिर में 4.9 करोड़ रुपये से हुए विकास कार्यों के लोकार्पण के बाद विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रही थीं।

 

 अजमेर को हवाई यात्रा की सौगात- 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ पत्थर पर नाम लिखकर छोड़ देना हमारी आदत नहीं। जो काम हम शुरू करते हैं, उसे पूरा भी करते हैं। उन्होंने कहा कि किशनगढ़ एयरपोर्ट निर्माण की योजना भी हमारी ही पिछली सरकार के समय की थी लेकिन बाद में पूर्ववर्ती सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। पूर्ववर्ती सरकार ने जाते-जाते सितम्बर 2013 में इसका शिलान्यास कर दिया लेकिन काम कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि फिर से हमारी सरकार बनी और हमने इस एयरपोर्ट को बनाने का काम हाथ में लिया तथा इसे पूरा किया। भूमि अवाप्ति से लेकर एयरपोर्ट के पूर्ण निर्माण तक का काम हमारी सरकार के समय में ही हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज डीजीसीए से किशनगढ़-दिल्ली फ्लाइट के लिए 50 सीटर विमान की मंजूरी भी हमने ले ली है। अब जल्द ही यहां से उड़ान शुरू होने की संभावना है।
चंदन और कुमकुम के रंग में रंगेगा अब तीर्थराज पुष्कर-
श्रीमती राजे ने पुष्कर की पवित्रता और सुंदरता बनाए रखने के लिए कहा कि तीर्थराज पुष्कर अब चंदन और कुमकुम के रंग में रंगेगा। पुष्कर की इमारतों पर चंदन का रंग होगा और दुकानोें, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, संस्थाओं पर साईनबोर्ड कुमकुम के रंग से लिखे जायेंगे, ताकि इस नगरी की पवित्रता और सुंदरता नजर आए। उन्होंने कहा कि ये काम स्थानीय निवासियों तथा धर्म प्रेमियों के सहयोग से ही सम्भव हो पाएंगे।
मुख्यमंत्री धार्मिक स्थलों पर नहीं लेंगी गार्ड ऑफ ऑनर-
मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक स्थल ईश्वर की सर्वोच्च सत्ता के प्रतीक हैं और इन पवित्र स्थलों पर तो सिर्फ ईश्वर को ही प्रणाम होना चाहिए, हम जैसे ईश्वर के सेवकों को नहीं। इसीलिए आज मैंने परमपिता ब्रह्मा की इस पावन स्थली पर गार्ड ऑफ ऑनर नहीं लिया और आगे भी प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर गार्ड ऑफ ऑनर नहीं लूंगी।
पुष्कर के विकास के लिए 366 करोड़ रूपये का मास्टर प्लान-
श्रीमती राजे ने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए हमने मास्टर प्लान तैयार करवाया है। 366 करोड़ रुपए का ये मास्टर प्लान दो चरणों का है। उन्होंने कहा कि पुष्कर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए यहां घाटों का विकास और जीर्णोद्धार भी करवाया जाएगा। ब्रह्मा मंदिर के साथ-साथ वराह मंदिर, बटवाए गणेश कुण्ड और मन मंदिर का भी विकास करवाया जाएगा।
 पुष्कर में बिजली की लाइनें होंगी भूमिगत –

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुष्कर कुण्ड के ऊपर झूलते बिजली के तारों यहां विद्युत लाइन को अंडरग्राउंड करने के लिए पांच करोड़ रुपये दिए थे तथा जरूरत के अनुसार 10 करोड़ रुपये और उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं जयपुर-पुष्कर बायपास मुख्यमार्ग पर 20 हैक्टेयर में हर्बल गार्डन विकसित किया जा रहा है। यहां हेरिटेज वॉक-वे, साइकिल ट्रैक तथा पद मार्ग भी विकसित किए जाएंगे।
  सावित्री माता तथा ब्रह्मा मंदिर में विकास कार्यो का – लोकार्पण और शिलान्यास –
मुख्यमंत्री ने विश्व प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर परिसर में 24 करोड़ रुपये की विकास परियोजना का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिलान्यास तथा भूमि पूजन किया।

 जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल एवं सिम्फोनिया ग्राफिक्स के श्री अक्षय हाडा से यहां प्रस्तावित यज्ञशाला, ओपन एयर थियेटर एवं अन्य विकास कार्याें की जानकारी भी ली। इस अवसर पर देवस्थान विभाग के सचिव श्री केके पाठक, संभागीय आयुक्त एचएस मीणा, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल भी मौजूद थे। 

श्रीमती राजे ने सावित्री माता मंदिर में 4 करोड़ 10 लाख रुपये से कराये गये विकास कार्याें का लोकार्पण भी किया और यहां एन्ट्री प्लाजा का अवलोकन कर स्थानीय लोगों से वहां उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने एन्ट्री प्लाजा में बड़ के पेड़ लगाने की सराहना की तथा इस तरह के छायादार पेड़ और लगाने की सलाह दी।
इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री यूनुस खान, देवस्थान राज्यमंत्री श्री राजकुमार रिणवा, शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल, धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत, देवस्थान बोर्ड के अध्यक्ष श्री एसडी शर्मा, राजस्थान राज्य वेयरहाऊस कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री जनार्दन सिंह गहलोत, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेडा, संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत, श्री शत्रुध्न गौतम, विधायक श्री अशोक परनामी, श्री भागीरथ चौधरी, श्री शंकर सिंह रावत, श्री शंकर सिंह राजपुरोहित, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, जिला प्रमुख श्रीमती वन्दना नोगिया, अजमेर डेयरी चेयरमैन श्री रामचन्द्र चौधरी, नगरपालिका अध्यक्ष श्री कमल पाठक सहित श्रद्धालु एवं आमजन उपस्थित थे।
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