राजस्थान: विधानसभा भवन में ‘बुरी आत्माओं का साया’, रखी ये मांग

जयपुर। गत छह महीने में दो विधायकों के निधन के बाद राजस्थान के विधायक यह मानने लगे हैं कि विधानसभा भवन में ‘बुरी आत्माओं का साया’ है और उन्होंने शुद्धि के लिए इमारत में हवन कराने की हिमायत की है। नागौर से भाजपा विधायक हबीबुर रहमान ने बताया कि उन्होंने कल मुख्यमंत्री से कहा है कि विधानसभा भवन में शुद्धि के लिये हवन कराया जाये।

उन्होंने कहा कि विधानसभा भवन जिस भूमि पर बना है वहां पहले श्मशान और कब्रिस्तान हुआ करते थे और ‘बुरी आत्माओं के प्रभाव’ से ऐसा हो रहा होगा। सरकार के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी सदस्यों के निधन से सदन के सदस्यों के असहज होने की बात स्वीकारी है। उन्हें भी ऐसा लगता है। गुर्जर ने सदन के परिसर में संवादाताओं से कहा कि कल सदन के सदस्यों के मन में प्रश्न उठ रहा था कि सदस्यों की मौत क्यों हो रही है। उन्होंने अपने विचार और सुझाव दिये हैं। ऐसा कहा जाता है कि विधानसभा भवन श्मशान की जमीन पर बनाया गया है। कुछ नकारात्मक असर के चलते परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं।

गौरतलब है कि नाथद्वारा के विधायक कल्याण सिंह चौहान का कल उदयपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था, जबकि भीलवाडा के मांडलगढ़ से विधायक कीर्ति कुमारी का पिछले वर्ष अगस्त में स्वाईनफ्लू के कारण निधन हो गया था। दोनों विधायक सत्ताधारी पार्टी के सदस्य थे। देश के आधुनिक विधानसभा भवनों में एक राजस्थान विधानसभा भवन 16.96 एकड़ में बना है। इसका निर्माण 1994 में शुरू हुआ था और मार्च 2001 में भवन का निर्माण पूर्ण हो गया। लाल कोठी श्मशान गृह विधानसभा भवन के बगल में स्थित है, जिसके चलते लोगों में भ्रम है कि भवन में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो सकता है। विधानसभा भवन में 260 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। इसी तरह की क्षमता वाला एक हाल पांचवी मंजिल पर है। इस भवन से पूर्व विधानसभा हवामहल के पास स्थित सवाई मान सिंह टाउन हाल में संचालित होता था।

विधायक के सदन से बहिर्गमन करने पर उपाध्यक्ष ने व्यक्त की नाराजगी

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज सार्वजनिक निर्माण मंत्री द्वारा जवाब के दौरान सदन से बहिर्गमन करने पर उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने नाराजगी व्यक्त की। शून्यकाल में निवाई से भाजपा विधायक हीरालाल ने उनके विधानसभा क्षेत्र में खराब सडकों का मामला उठाया, लेकिन जब सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान सदस्य द्वारा उठाये गये मामले पर जवाब दे रहे थे। उसी दौरान विधायक ने सदन से बहिर्गमन कर दिया जिससे उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जब आपके प्रश्न का या आपके वक्तव्य पर मंत्री प्रतिक्रिया दे रहे हो, तो कम से कम सम्मान आपको मंत्री की बात को सुननी चाहिए और जब मंत्री बोलते है तो सम्पूर्ण सरकार की तरफ से बोलते है।

उन्होंने कहा कि सदस्य मंत्री का सम्पूर्ण जवाब सुनने से पहले ही बहिर्गमन कर गये और सत्ता पक्ष का सदस्य होने के उपरांत उन्होंने ऐसा किया है आसन इसको बहुत सख्ती से लेता है। इसी बीच भाजपा सदस्य हीरालाल सदन में पहुंचे और कहा कि उन्हें जुकाम हो रहा है और वे पानी पीने गये थे। संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड और सरकारी सचेतक कालू लाल गुर्जर के सदन में नहीं होने की स्थिति में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह दिखवाया जायेगा कि सदस्य ने बहिर्गमन क्यों किया और यदि यह पाया गया बिना वजह बहिर्गमन किया गया है तो पार्टी के स्तर पर जरूरी कार्यवाही की जायेगी।

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