बसपा सुप्रीमो ने आज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया ,जेपी को पार्टी से निकालते हुए मायावती ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बयानबाजी की, बल्कि विरोधी पार्टी के नेताओं पर व्यक्तिगत टिप्पणियां भी कीं जो की गलत है |
क्या मोहरा बने है – जय प्रकाश को कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गाँधी के खिलाफ बयान बाजी करना महंगा पड़ा है क्योकि जेपी ने राहुल गाँधी के विदेशी अर्थात सोनिया गांधी के जैसा होना बताया उन्होंने कहा की अगर राहुल गाँधी अपने पिता राजीव गाँधी नक्शे कदम पर चलते तो शायद राजनीती में कामयाब हो जाते , लेकिन राहुल गाँधी उनकी माँ सोनिया पर गए है इसलिए वह कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते | जबकि वर्तमान में बसपा और कांग्रेस में राजस्थान ,छतीसगढ़ में गठबंधन की संभावना है |
अति -उत्साहित –
हाली में लखनऊ में 16 जुलाई को बसपा के सीनियर कार्यकर्ताओं की मीटिंग थी ,जिसमे जय प्रकाश काफी उत्साहित नज़र आ रहे थे अपने भाषणों में मायावती को 2019 का प्रधानमंत्री का दावेदार बताया साथ ही विरोधियों पर जमकर बरसे थे साथ ही मायावती को साक्षात् देवी के समान बताया था |
बसपा के संस्थापक स्वर्गीय कांशीराम को मायावती भी मान्यवर कांशीराम कहकर संबोधित करती हैं. लेकिन जेपी सिंह लखनऊ मीटिंग के दौरान बार-बार कांशीराम कहकर ही अपना भाषण देते रहे. इसके अलावा उन्होंने ब्राह्मणों से लेकर ठाकुर, मुसलमान, गाय और राम मंदिर जैसे मुद्दों पर भी बयान दिया.
मायावती की शरण में आएं मुस्लिम, ब्राह्मण –
जेपी सिंह ने कहा कि देश में जब महावीर का युग आया था तो ब्राह्मण संकट में थे, तब बुद्ध की शरण में जाकर ब्राह्मण बच पाए थे. अब वक्त है कि ब्राह्मण मायावती की शरण में आ जाएं. इतना ही नहीं, जेपी सिंह ने मुसलमानों को लेकर कहा कि जब जय श्रीराम का नारा लगता है तो मुस्लिम समाज थर-थर कांपता है. उन्होंने आगे कहा कि हम मुस्लिम समाज को वचन देते हैं बहनजी की शरण में आ जाए आंच नहीं आने देंगे |