गजेन्द्र सिंह शेखावत बन सकते है भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष !

राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष पद से अशोक परनामी के इस्तीफे के बाद नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थी।

सूत्र बताते हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान में बीजेपी की कमान गजेन्द्र सिंह शेखावत को सौंपने का फैसला कर सकती है। शेखावत जोधपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा में भाजपा सांसद हैं और केंद्र में नवनियुक्त राज्य कृषि मंत्री हैं।

शेखावत को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की अधिकारिक घोषणा से पहले ही भाजपा के कई विधायक और नेताओं ने उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू कर दिया। फेसबुक और व्हाट्सअप पर बधाई वाले मैसेज खूब वायरल हो रहे हैं।

राजस्थान उपचुनाव: राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने संभाली चुनाव प्रचार की कमान

अलवर। लोकसभा उपचुनाव में राजनीतिक पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार की कमान सम्भाल ली है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ओर कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने अलवर पहुँच कर पार्टी को मजबूत करने के लिए पार्टी ने नेताओ से बैठक के बाद चुनावी सभाएं शुरु कर दी है। दोनो पार्टियों के नेताओ ने अपनी अपनी जीत का दावा किया है।अलवर लोकसभा उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होता दिखाई दे रहा है। इसलिए दोनों पार्टियां चुनाव प्रचार में पूरा दमखम के साथ जुट गई और चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने आज अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अकबरपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया और भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल को जमकर कोसते हुए कहा भाजपा के कुशासन से आम जनता त्रस्त हो गई। इसलिए जनता इस उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। मीडिया से बात करते हुई उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीनो जगह अलवर, अजमेर ओर मांडलगढ़ से उपचुनाव जीत रही है। भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। भाजपा लोगो को धमका कर वोट मांगने का काम कर रही है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दावा किया कि अलवर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की है। भाजपा पूरी तरह से बौखला गई है। राजपूत समाज सहित सभी 36 बिरादरी कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ी है। इधर भाजपा के परनामी ने अलवर शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक ली तथा किशनगढ़बास विधान सभा क्षेत्र में भाजपा के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की नीति के आधार पर राजनीति करती है और समाजो के नाम पर लोगो को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा अलवर जिले के मतदाता समझ चुका है की भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो उनका विकास कर सकती है। उन्होंने कहा अलवर जिले भाजपा के शासन काल मे 6500 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक विकास कार्य हुए है।

चिकित्सकों की हड़ताल समाप्त कराने अब BJP अध्यक्ष भी जुटे

जयपुर। राजस्थान में चिकित्सकों और सरकार के बीच बने गतिरोध को समाप्त कर हड़ताल समाप्त कराने के लिए चिकित्सा मंत्री के साथ सरकार के दो तीन मंत्री भी जुट गए हैं। अब भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी की मध्यस्थता में उनके निवास पर बुधवार को वार्ता के लिए बुलाया गया है। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी के निवास पर मंगलवार की रात नौ बजे चिकित्सकों के साथ वार्ता का समय तय हुआ था लेकिन वे नहीं आए, अब उनकी तरफ से बुधवार सुबह ग्यारह बजे का समय तय किया गया है।

परनामी ने चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया है कि उन्हें वार्ता के लिए आते समय ग्रीन कॉरिडोर की सुविधा दी जाएगी। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि चिकित्सक यदि बुधवार को काम पर नहीं लौटेंगे तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और उनका पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा। उधर सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ.अजय चौधरी की ओर से सरकार को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया है। सरकार और चिकित्सकों के बीच बातचीत में गतिरोध अध्यक्ष डॉ़ अजय चौधरी सहित 12 चिकित्सकों के तबादले रद्द करने को लेकर आया हुआ है।

सरकार का कहना है कि तबादले सामान्य प्रक्रिया है जबकि चिकित्सकों का कहना है कि तबादले प्रतिशोधात्मक कार्रवाई के रूप में किए गए हैं जो रद्द किए जाने चाहिए। मंगलवार को परिवहन मंत्री युनूस खान ने हड़ताली चिकित्सकों के प्रतिनिधियों से संपर्क कर समझाने की कोशिश की कि चिकित्सकों को जनहित में काम पर लौट आना चाहिए। इसके बाद शाम को अजय भसह किल्क के यहां डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला। हालांकि उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यही कहा कि डॉक्टरों के प्रतिनिधियों की चिकित्सा मंत्री से बातचीत चल रही है।

 

उधर एक अन्य घटनाक्रम में राज्य सिविल सेवा अपीलांट ट्रिब्यूनल ने डॉ. अजय चौधरी की ओर से दायर याचिका को न केवल खारिज कर दिया बल्कि उन पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। ट्रिब्यूनल ने डॉ चौधरी की तबादला रद्द करने के संबंध में दायर याचिका पर 14 दिसंबर को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज इस फैसले के साथ डॉ. चौधरी को 29 दिसम्बर तक काम पर लौटने के निर्देश दिए गए हैं।

%d bloggers like this: