राजस्थान में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अपार संभावनाएं— विकास भाले { आयुक्त कृषि विभाग }

जोधपुर | खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय और डिक्की के द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस में अध्यक्षता करते हुए आयुक्त कृषि विभाग राजस्थान सरकार श्री विकास वाले ने कहा कि राजस्थान में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अपार संभावनाएं हैं राजस्थान में बाजरा , सरसों ,दुग्ध मसाले उत्पादन भारत में सर्वाधिक है| चीया राइस व ओलिव जैसे नगदी समृद्ध फसल को बढ़ावा दे रही है| क्लस्टर स्कीम के माध्यम से उत्पादन गुणवत्ता एवं मुनाफा बढ़ाने पर सरकार जोर दे रही है

कॉन्फ्रेंस के विशिष्ट अतिथि डिक्की के चेयरमैन पद्मश्री मिलिंद कांबले जी ने कहा कि भारत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में दुनिया में छठे स्थान पर है और इस क्षेत्र में भारत में 2020 तक 61 लाख करोड़ तक वृद्धि होने की संभावना है अनुसूचित जाति एवं जनजाति के युवाओं के लिए खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने विशेष योजना बनाई है जो देश के अलग-अलग राज्यों में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन डिक्की और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय कर रहा है

डॉ जितेंद्र डोंगरे मार्केटिंग अधिकारी खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने विभिन्न कृषि संबंधित योजनाओं की जानकारी दी | काजरी के डायरेक्टर डॉ ओ पी यादव नेवी राज्य में होने वाली विभिन्न कृषि तकनीकों की चर्चा की श्री नरेश कुमार गोयल जी ने गामा ई रेडिएशन के द्वारा खाद्य उद्योग की नवीनतम तकनीक व उसके फायदे बताएं| डॉ एस के शर्मा संयुक्त निदेशक महाराणा प्रताप एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी मैं होने वाले रिसर्च व कृषि संबंधित तकनीकों की चर्चा की| आदिवासी महिलाओं के द्वारा बनाया गया घूमर महिला खाद्य उत्पादन कंपनी में सीताफल का विभिन्न खाद्य इकाइयों में प्रयोग के बारे में बताया गया|
इस मौके पर नाबार्ड के श्री आरपी फंडा, डिक्की राजस्थान अध्यक्ष डॉक्टर सत्य प्रकाश वर्मा, डिक्की रा

जस्थान उपाध्यक्ष आशीष गोरा, डिक्की दिल्ली उपाध्यक्ष भूपेश राता वाल, डिक्की जोधपुर से प्रमोद सोनल, चंपालाल चितारा भी मौजूद रहे |

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