दिल्ली मुख्यमंत्री पर हमला –

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर हमाल – आरोपी गिरफ्तार –

दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल पर हमला –

देश की राजधानी नई दिल्ली में आज मंगलवार 20 नवंबर को मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई। सचिवालय के भीतर सीएम पर मिर्ची पाउडर फेंका गया। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के दौरान मिर्ची पाउडर उनकी आंख में भी गया, जिसके बाद उन्हें डॉक्टरों के पास ले जाया गया। घटना के वक्त

धक्का-मुक्की भी हुई थी, जिसमें उनका चश्मा भी टूटा।

घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर वहां से भागने की फिराक में था। पर सचिवालय में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे धर दबोचा। उसकी शिनाख्त 40 वर्षीय अनिल कुमार शर्मा के रूप में हुई है। वह दिल्ली के नारायणा इलाके का रहने वाला है। पूछताछ में उसने बताया कि वह सीएम को जान से मारने

आया था। उसका मकसद तो उन पर गोली चलाना था। वह इस बाबत फेसबुक पोस्ट भी कर चुका था।
यह घटना दोपहर दो बजकर 10 मिनट के आसपास की है। तीसरे माले पर सीएम तब लंच के लिए जा रहे थे, जबकि शर्मा विजिटर्स एरिया में इंतजार कर रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह सिगरेट के पैकेट में मिर्ची पाउडर छिपा कर लाया था। अचानक उसने सीएम पर वह फेंका था, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई थी। घटना के कुछ देर बाद उसे इंद्रप्रस्थ थाने ले जाया गया।
आप नेता राघव चड्ढा ने सीएम की सुरक्षा में चूक पर दिल्ली पुलिस को लापरवाह बताया। कहा कि राज्य की पुलिस सीएम तक को सुरक्षा नहीं मुहैया करा पा रही है। सीएम पर ताजा हमले को लेकर पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई। ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज और पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा ने इसमें बताया, “मुख्यमंत्री कार्यालय, हाई सिक्योरिटी जोन है। उनके कार्यालय के गेट के बाहर ही एक शख्स ने मिर्ची पाउडर से हमला किया। यह वाकई में बेहद हैरान करने वाली घटना है।” –

|

केजरीवाल का माफ़ी मांगने का सिलसिला लगातार जारी

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मानहानि के मामलों में माफ़ी मांगने का सिलसिला लगातार ज़ारी है।इसके लिए वह अपनी पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। सोशल मीडिया में उनकी सिलसिलेवार माफियों का मजाक भी बनाया जा रहा है। ताजा मामला भाजपा नेता और केन्दीय मंत्री नितिन गडकरी से माफ़ी मांगे का है। गडकरी को दिए अपने माफीनामे में केजरीवाल ने लिखा है, ‘मुझे अपने उस बयान के लिए बेहद दुःख है, मैं इस दुःख को प्रमाणित नहीं कर सकता पर जानता हूँ कि इससे आप को दुख पहुंचा है।

मैं अफसोस जाहिर करता हूं। हम इस घटना को पीछे छोड़ दें और अदालती कार्यवाही को बंद करें। हमें अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल परस्पर सम्मान की भावना के साथ देश के लोगों की सेवा के लिए करना चाहिए।बताते चलें कि गडकरी ने अपना नाम केजरीवाल द्वारा ‘भ्रष्ट राजनेताओं’ की सूची में डालने के बाद 2014 मे उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। केजरीवाल पर एक के बाद एक कई राजनेताओं ने मानहानि का मामला दर्ज किया है, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली व दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी शामिल हैं।

माफ़ी मुख्यमत्री बनते जा रहे केजरीवाल

गौर तलब है कि पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के कुछ दिनों बाद ही अब अरविंद केजरीवाल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से माफी मांगी है। अपने इस कदम को सही ठहराने के लिए उन्होंने ट्वीटर हैंडल पर ‘आप एक्सप्रेस’ का एक ट्वीट रीट्वीट किया है। पार्टी का मुखपत्र कहे जाने वाले आप एक्सप्रेस ने अखबार एक आर्टिकल अपलोड किया है जिसमें लिखा है “अदालत या जनता की अदालत, केजरीवाल ने चुना दूसरा विकल्प।” पार्टी का मुखपत्र कहे जाने वाले आप एक्सप्रेस ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि केजरीवाल का यह कदम, “दो कदम पीछे जाकर दिल्ली को चार कदम आगे ले जाने की चाहत है  गौरतलब है कि बीते सप्ताह केजरीवाल ने शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया पर बिना साक्ष्यों के मादक पदार्थो के व्यापार में शामिल होने के आरोपों पर उनसे लिखित मांफी मांग ली थी। इस माफीनामे से नाराज आप की पंजाब इकाई के प्रमुख भगवंत मान ने त्यागपत्र दे दिया था ।

आम आदमी पार्टी के 20 विधायको की सदस्यता हो सकती है खत्म-

दिल्ली | चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के 20 विधायको की सदस्यता खत्म करने के सिफारिश की  हैं .जिसे  के चलते विपक्ष ने  दिल्ली  के मुख्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की हैं |

आम आदमी पार्टी के विधायक
( फाइल फोटो )

आयोग ने आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद किए जाने की सिफारिश करने का फैसला लिया है. हालांकि इस पर अभी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मुहर लगनी है.

दूसरी ओर, आप के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने इसके पीछे एक आदमी की लालच को जिम्मेदार ठहराया. आप के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक आदमी के लालच के कारण 20 विधायकों की सदस्यता खत्म हुई. अरविंद केजरीवाल पैसों के लालच में अंधे हो चुके हैं.

भारतीय जनता पार्टी ने भी इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के नेता सतीश उपाध्याय ने  कहा कि जनता को आप पार्टी का भ्रष्टाचार दिख रहा है. सराकर का भ्रष्टाचार बेनकाब हुआ है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है.

वहीं आप के नेता नागेंद्र शर्मा ने आयोग के फैसले को पक्षपातपूर्ण कहा. उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने आप विधायकों की बात नहीं सुनी. साथ ही आयोग मीडिया को खबरें लीक कर रहा है.

कांग्रेस की शर्मिष्ठा मुखर्जी ने चुनाव आयोग की सिफारिश का स्वागत किया. आप पार्टी ने गैरकानूनी काम किया है.कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इन विधायकों को इस्तीफा दे देना चाहिए. माकन ने कहा कि दिल्ली में हमारी पार्टी विरोध प्रदर्शन करेगी और केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करेगी.

बीजेपी के पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि हम केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हैं. भाजपा नेता विजेंदर गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति को इस पर जल्द फैसला लेना चाहिए.

 

दिल्ली MCD चुनाव 22अप्रैल को 25 को नतीजे –

दिल्ली | दिल्ली में एम् सी डी {MCD} चुनाव 22 अप्रैल को और इसके नतीजो का ऐलान 25 अप्रैल को होगे |चुनाव आयोग  ने यह भी स्पष्ट किया है कि दिल्ली एम् सी डी  चुनावो में मतदान ईवीम { e v m }  मशीनों से होगे | गोरतलब है की पिछले यूपी चुनाव के परिणामो के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती  के evm  मशीनों में धांधली के आरोप लगाया था जिसके बाद से ही दिल्ली में कांग्रेस के अजय माकपा ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा था की दिल्ली एम् सी डी चुनाव  बेलेट पेपर होने चाहिए और चुनाव आयोग को ज्ञापन दीया था जिसके जवाब में चुनाव आयोग ने साफ़ कर दिया की आगामी दिल्ली एम् सी डी चुनावो में मतदान  evm मशीनों से ही होगे |

%d bloggers like this: