नये साल के शुरू होने से पहले प्रदेशवासियों के लिए राहतभरी खबर मिलने जा रही है कोरोना काल के 8 महीनों में पहली बार प्रदेश में कोरोना का ग्राफ सबसे नीचले पायदान पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों प्रदेश में कोरोना मरीज का आंकडा केवल दहाई के आंकडे से भी कम हो सकता है। सर्दी के मौसम की शुरूआत में कोरोना मरीजों का ग्राफ बहुत तेजी से बड़ा था जिसके कारण सरकार और प्रशासन को बहुत ज्यादा परेशानी में डाल दिया था।
नवबंर माह में दिवाली के बाद से लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बड़ रही थी। स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार सोमवा को केवल प्रदेश में सिर्फ 913 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी जयपुर को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना मरीजा को आंकड़ा 100 से कम आया है।
प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल भी किया जा रहा है और इसके परिणाम सही आते है तो नये साल की शुरूआत से कोरोना की वैक्सीन प्रदेशवासियों को मिलनी शुरू हो जाएगी। अगर बात करे राजधानी की तो यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा अभी कम है लेकिन यह आंकडा 100 से 250 के बीच रह रहा है। सोमवार को भी जयपुर में 180 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
जोधपुर में 64, अजमेर में 22 , अलवर में 59, बांसवाड़ा में 26, बाड़मेर में 15 , भरतपुर में 34 , भीलवाड़ा में 57, बूंदी में 34, चित्तौड़गढ़ में 36 , चुरू में 10 , दौसा में 5 और डूंगरपुर में 52 नये मरीज मिले है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट में भी इजाफा देखने को मिल रहा है तो मृत्युदर अभी भी दूसरे राज्य़ों की तुलना में कम है।
सीएम गहलोत ने केन्द्र सरकार से कहा कि वह कोरोना की वैक्सीन के उपलब्ध होने को लेकर स्थिति स्पष्ट करे क्योंकि राज्य के पास इतना पैसा नहीं है कि वह ज्यादा पैसे देकर यह दवा खरी सके। इसके साथ दुनिया भर में कोरोना के नये रूप को लेकर जो चर्चा चल रही है उसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने सावधनी बरतनी शुरू कर दी है।