राजस्थान की राजनीति में अब सिर्फ अब बयानबाज़ी – ” रगड़ाई पॉलिटिक्स “
राजस्थान की राजनीति में सिर्फ अब बयानबाज़ी – गहलोत ने कहा सचिन पायलट की ” रगड़ाई ” नहीं हुई
राहुल गांधी ने कहा – जिसे जाना है वो जाएगा, युवाओं के लिए खाली हो रहे रास्ते
नई दिल्ली. राजस्थान में चल रहे सत्ता संघर्ष के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जिसे जाना है, वो जाएगा। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि बाद में कांग्रेस और एनएसयूआइ की राष्ट्रीय प्रभारी ने ऐसे बयान से इनकार किया है। सूत्रों ने बताया कि एनएसयूआइ के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राहुल ने सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना कहा कि पार्टी छोड़कर जाने वालों से घबराने की जरूरत नहीं है। उल्टे यह लोग युवा पीढ़ी के लिए रास्ते खाली कर रहे हैं। इस बैठक में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, प्रभारी रुचि गुप्ता मौजूद रहीं। बयान पर हंगामा मचने के बाद रुचि ने कहा कि राहुल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। बैठक को लेकर मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स आधारहीन हैं।
सचिन पायलेट व् अशोक गहलोत
अच्छी इंग्लिश, हैंडसम होना सब कुछ नहीं – सीएम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट की ओर इशारा करते हुए कहा, अच्छी इंग्लिश-हिंदी बोलना, अच्छी बाइट देना और हैंडसम दिखना ही सबकुछ नहीं होता। वे सरकार के खिलाफ साजिश में शामिल थे। पायलट भाजपा से बात कर रहे थे, मेरे पास इसके सबूत हैं। बीस से 35 करोड़ तक में सौदा हो रहा था, पैसों की एक किस्त पहुंच गई थी। अब जो मानेसर व गुरुग्राम में हो रहा है, वह राज्यसभा चुनाव से पहले रात 2 बजे होने वाला था। पैसे लेने वालों के नाम पूछे गए। नंबर मांगे गए। दलालों के नाम पूछे गए। हमारे कुछ साथी अति महत्त्वाकांक्षी बन गए। हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल हो गए।
सोने की छौरी पेट में खाने के लियें नहीं होती – समझ जाओं
गहलोत ने कहा देश के लिए आपके दिल में क्या है, कमिटमेंट क्या है? पार्टी की विचारधारा देखी जाती है। सोने की छुरी पेट में खाने के लिए नहीं होती, अब समझ जाओ। चालीस साल हो गए राजनीति करते, नई पीढ़ी को सीखना चाहिए। इनकी रगड़ाई होती तो अच्छा काम करते। नई पीढ़ी को हम पसंद नहीं करते, यह कहना गलत है।
राहुल गांधी, सोनिया और प्रियंका सहित सब पसंद करते हैं। मैं सरकार पर खतरा नहीं आने दूंगा। मेरे पास बहुमत है। लोकतंत्र खत्म करने वाले दिल्ली में बैठे हैं।
सियासी संग्राम कहा-पूर्व सीएम का बंगला बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट गई गहलोत सरकार
वसुंधरा की मदद करने में व्यस्त हैं सीएम – पायलट
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर सियासी तलवार निकाल ली है। यहां तक आरोप लगाया है कि गहलोत जनता से किए वादे पूरे करने की बजाय भाजपा की पिछली सीएम वसुंधरा राजे की मदद में व्यस्त हैं। पायलट ने कहा, राजे ने 2017 में जयपुर का सरकारी बंगला जीवनभर के लिए खुद को आवंटित कर लिया था।
पिछले साल राजस्थान हाईकोर्ट ने आदेश निरस्त कर दिया। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने की बजाय राज्य सरकार ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी। हमने राजे सरकार के दौरान दी गई खनन की अवैध लीज के बारे में अभियान चलाया। उन सभी आवंटन को रद्द करने के लिए मजबूर किया। सत्ता में आने के बाद गहलोत ने कुछ नहीं किया बल्कि उसी रास्ते पर चल पड़े। पायलट ने कहा, में भाजपा के किसी भी नेता से नहीं मिला हूं। छह महीने से ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी नहीं मिला। अब अपने साथियों के साथ चर्चा करूंगा कि आगे क्या करना |